नाइजीरिया में १२ वर्षों से जारी संघर्ष में ३ लाख से अधिक बच्चों की मौत – संयुक्त राष्ट्रसंघ की चिंता

न्यूयॉर्क – बीते १२ वर्षों के दौरान नाइजीरिया के ईशान कोण की ओर के हिस्से में भड़के संघर्ष के दौरान मारे गए लोगों में ३ लाख से अधिक छोटे बच्चों का समावेश है। इससे पहले किए गए दावों से यह संख्या दस गुना अधिक होने की चिंता संयुक्त राष्ट्र संघठन के विभाग ने अपनी नई रपट में व्यक्त की है। इसके लिए आतंकी बोको हराम संगठन के हमलों के साथ ही नाइजीरिया में अन्य संघर्ष भी ज़िम्मेदार होने का बयान संयुक्त राष्ट्र संघठन ने किया है। इसी बीच, नाइजीरिया में हो रहे संघर्ष में हर रोज १७० लोग मारे जा रहे है।

इससे पहले अंतरराष्ट्रीय संगठन ने नाइजीरिया में जारी संघर्ष की रपट सार्वजनिक की थी। नाइजीरिया में वर्ष २००८ से अल कायदा से जुड़े आतंकी संगठनों के हमलों में ३५ हज़ार बच्चों की मौत होने की जानकारी प्रदान की गई थी। लेकिन, संयुक्त राष्ट्र संघठन के ‘यूएन फूड ऐण्ड डेवलपमेंट-यूएनडीपी’ विभाग और नाइजीरियन अर्थ मंत्रालय ने गुरूवार के दिन सार्वजनिक की हुई नई रपट ने यह दावा ठुकराया है। 

नाइजीरिया के ईशान कोण की ओर स्थित बोर्नो, अदामावा और योबे इन तीन प्रांतों की स्थिति बहुत ज्यादा बिगड़ रही है। बोको हराम एवं अन्य आतंकी संगठन और स्थानीय गिरोहों के हमलों में प्रतिदिन १७० लोग मारे जा रहे हैं, ऐसा ‘यूएनडीपी’ ने कहा है। 

बीते १२ वर्षों के दौरान नाइजीरिया के ईशान कोण की ओर के हिस्से में अल कायदा से जुड़े ‘बोको हराम’, ‘आयएसडब्ल्यूएपी’ एवं अन्य संगठनों के प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष हमलों में ३.५ लाख लोग मारे गए हैं। इनमें से ३.२४ लाख मृतक पांच वर्ष से कम उम्र के होने की बात ‘यूएनडीपी’ ने अपनी रपट में दर्ज़ की है। प्रत्यक्ष हमलों से अधिक लोग अप्रत्यक्ष हमलों में मारे गए हैं, यह दावा ‘यूएनडीपी’ ने किया है।

अप्रत्यक्ष हमले यानी संघर्ष की वजह से खेती, पानी, व्यापार, अन्न और स्वास्थ्य सुविधाओं के नुकसान का नाइजीरिया के ईशान कोण हिस्से के जनजीवन पर सीधा असर पड़ा है। इससे पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मौत होने की जानकारी करके ‘यूएनडीपी’ ने आलोचना की है। इस वजह से इन अप्रत्यक्ष हमलों से हुई मौतों के लिए भी आतंकी संगठनों के प्रत्यक्ष हमले भी उतने ही जिम्मेदार होने का ‘यूएनडीपी’ का कहना है। नाइजीरिया के ईशान कोण में संघर्ष के दौरान अब तक ३२ लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।

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