प्रतिबंधों के मुद्दे पर ईरान की महासंघ को चेतावनी

तेहरान – ईरान के हुकूमत विरोधी प्रदर्शन करनेवालों को ईरान ने दबोचना शुरू किया है। ईरान में स्थित कुर्दों की बस्तियों पर रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ ने कार्रवाई करने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। इन कार्रवाईयों में स्कूल-कॉलेज के छात्रों की मौत होने की दुर्भाग्यपूर्ण घनटाएँ भी हुई हैं और यूरोपिय महासंघ ने इस पर गुस्सा व्यक्त किया, तथा प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई कर रहे ईरान पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान भी किया। लेकिन, यदि महासंघ ईरान पर प्रतिबंध लगाता है तो ईरान और महासंघ के संबंध बिगड़ेंगे, ऐसी चेतावनी ईरान ने दी है।

२२ वर्षिय माहसा अमिनी और प्रदर्शनकारियों पर जानलेवा कार्रवाई करके ईरान ने मानव अधिकारों का उल्लंघन किया है, ऐसा आरोप यूरोपिय महासंघ ने लगाया। ईरानी सुरक्षा यंत्रणा की कार्रवाई में कम से कम २०० लोग मारे गए और हज़ारों की गिरफ्तारी की बात पर महासंघ ध्यान आकर्षित कर रहा है। पिछले हफ्ते जर्मनी के विदेशमंत्री ने इस निर्मम कार्रवाई के लिए ज़िम्मेदार ईरानी नेताओं के यूरोप में प्रवेश करने पर रोक लगाने का सुझाव दिया था। इसी बीच महासंघ की विदेश नीति के प्रमुख जोसेफ बोरेल ने प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई करने पर ईरान को फटकार लगाई थी।

इसके बाद गुरूवार को यूरोपिय महासंघ ने मानव अधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर ईरान पर सख्त प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया। अगले सोमवार को लक्जमबर्ग में हो रही महासंघ की बैठक में इसका निर्णय होगा। लेकिन, उससे पहले ईरान के विदेश मंत्रालय ने यूरोपिय महासंघ को लक्ष्य करके धमकाया। महासंघ ने ईरान पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की तो यह यूरोपिय महासंघ और ईरान के संबंधों पर गंभीर परिणाम होने का कारण बन सकता है, यह चेतावनी भी ईरान ने दी।

ईरान और यूरोपिय महासंघ के संबंध पहले ही काफी नाजूक स्थिति में होने का दावा ईरान कर रहा है। यूरोप को फिलहाल ईरान की आलोचना करने की आदत पडी है, ऐसी फटकार भी ईरान के विदेश मंत्रालय ने लगायी। इसके साथ ही अमरीका के जंगबाज नेता और गुट ईरान में हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, यह आरोप भी ईरान ने लगाया है।

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