सुरक्षा बल की कार्रवाई को बड़ी सफलता जम्मू कश्मीर में १३ आतंकवादी ढेर ३ जवान शहीद

श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में सुरक्षा दल द्वारा हुई आतंकवादी विरोधी कार्रवाई को बड़ी सफलता मिली है और एक ही दिन में १३ आतंकवादी ढेर हुए हैं। इस मुठभेड़ में ३ जवान शहीद हुए हैं तथा आतंकवादियों को खत्म करने की कार्रवाई में बाधा लाने वाले २ लोग ढेर हुए हैं और ५० लोग से अधिक जख्मी हुए हैं तथा ढेर हुए आतंकवादियों में भारतीय लष्कर ने के लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या करने वाले दो आतंकवादियों का समावेश है।

गुप्तचर यंत्रणा से मिले हुए जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर के एक में एक ही दिन में तीन जगह पर आतंकवाद विरोधी मुहिम हाथ ली गई थी। लष्कर सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर के पुलिस इस ऑपरेशन में शामिल हुए थे। सुफियान जिले में द्रागढ़ तथा कचड़ोर और अनंतनाग के डायलगांव में ३ मुठभेड़ हुई है। इसमें द्रागड़ में हुई मुठभेड़ में जम्मू कश्मीर में अबतक हुए बड़े मुठभेड़ में से एक मानी जा रही है।

लष्कर के १५ कॉर्प के लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट के नेतृत्व में द्रागड़ में किए ऑपरेशन में ७ आतंकवादियों को ढेर किया गया है। इसमें लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या करने वाले दो आतंकवादियों का समावेश है। अशफाक मलिक और रईस ठोकुर ऐसे इन आतंकवादियों के नाम है।

पिछले वर्ष मई महीने में छुट्टी पर आए हुए लेफ्टिनेंट उमर फैयाझ ने सुफियान में हरमेंन भाग में गोली मारकर आतंकवादियों द्वारा हत्या की थी। उन्हें मारने से पहले आतंकवादियों ने उन्हें तकलीफ दी गई थी। कुछ भी होने पर इन आतंकवादियों को छोड़ा नहीं जाएगा, ऐसा लष्कर ने घोषित किया था। लेफ्टिनेंट उमर के हमलावर द्रागड़ में छुपने की जानकारी सामने आई थी। उसके बाद यह मुहिम हाथ ली गई है। ढेर हुए सभी आतंकवादी लष्कर-ए-तोएबा के थे तथा इसमें एक स्थानीय कमांडर का भी समावेश था।

द्रागढ़ में ढेर हुए सभी आतंकवादी स्थानीय थे, ऐसी जानकारी जम्मू कश्मीर के पुलिस ने दी है। इसे पहले अनंतनाग में हुई मुठभेड़ में एक आतंकवादी ढेर हुआ है तथा एक को जिंदा पकड़ने में सफलता मिली है। ऐसे दोनों आतंकवादी स्थानीय थे। उनके परिवारों को मुठभेड़ की जगह बुलाकर इस आतंकवादियों को शरण आने के लिए प्रयत्न किए गए थे, पर उसे सफलता नहीं मिली है, ऐसी जानकारी जम्मू कश्मीर के पुलिस ने दी है।

पर काचडोर में हुए ऑपरेशन में बहुत समय लगा था। वहां आतंकवादियों ने कई लोगों को बंधक बनाया था। इसकी वजह से इन बंधक लोगों की सुरक्षा का विचार करके यह मुहिम कार्यान्वित करनी पड़ी, ऐसी जानकारी लष्कर के अधिकारी ने दी है। इस मुठभेड़ में तीन जवान शहीद हुए है। शाम साढ़े छ के आस-पास ऑपरेशन खत्म हुआ है। काचडोर में हुए मुठभेड़ में ५ आतंकवादी ढेर हुए हैं और यह हिजबुल मुजाहिदीन के सदस्य थे, ऐसी जानकारी सामने आई है।

रविवार की सुबह मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन और लष्कर ए तैयबा के आतंकवादी संगठनों को बड़ा झटका लगने की बात दिखाई दे रही है। दौरान शोपीयान में दोनों मुठभेड़ के दौरान विद्रोही प्रदर्शनकर्ताओं द्वारा बाधा लाने का प्रयत्न किया गया तथा विद्रोहियों ने वहां के सुरक्षा दल पत्थर फेंक शुरू की, उसके बाद सुरक्षा दल ने प्रदर्शनकर्ताओं के विरोध में कठोर कार्रवाई हाथ ली है।

उस में पैलेटगन का इस्तेमाल किया गया था। इस कार्यवाही में दो विद्रोही प्रदर्शनकरता मारे गए हैं और ५० से अधिक लोग जख्मी हुए नौजवानों की इस प्रकार से मृत्यु होना दुर्भाग्यवश बात है। बहककर हिंसाचार का मार्ग स्वीकारनेवाले नौजवानों ने यह मार्ग छोड़ना चाहिए, ऐसा आवाहन जम्मू कश्मीर के पुलिस महासंचालक एस.पी.वैद्य ने किया है। तथा मुठभेड़ की जगह से सभी लोग दूर हैं, ऐसा महासंचालक वैद्य ने सूचित किया है।

पिछले २ वर्षों से सुरक्षा दल ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का खात्मा करने के उद्देश्य से बड़ी मुहिम हाथ ली है। लष्कर ने हाथ लिया ‘ऑपरेशन ऑल आउट’ द्वारा वर्ष भर में २५० से अधिक आतंकवादियों का खात्मा किया गया है। अबतक आतंकवादियों के विरोध में ऑपरेशन ऑल आउट-२ हाथ लिए गए हैं ऐसा वृत्त है। सुरक्षा दल के इस मुहिम की वजह से आतंकवादी संघटना विवश एवं निराश हुई है। तथा उनके बड़े जाल नष्ट हुए हैं। इसकी वजह से इन आतंकवादी संगठनों को साथ लाकर सुरक्षा दल पर हमले करने के प्रयत्न शुरू है। पर यह षड्यंत्र उधेड़े जा रहे है।

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