भारत जागतिक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देनेवाला देश बनेगा – रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तीकांत दास

नई दिल्ली – देश के बैंकिंग क्षेत्र के पास बहुत बड़ी क्षमता है। इस बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े सभी घटक अगर एक साथ आएँ, तो वे देश की अर्थव्यवस्था को तेज़ी से आगे ले जायेंगे। इतना ही नहीं, बल्कि इससे भारत जागतिक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देनेवाला देश बनेगा, ऐसा विश्वास रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तीकांत दास ने ज़ाहिर किया है।

भारत जागतिक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देनेवाला देश बनेगा - रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तीकांत दासडिपॉजिट्स पर ५ लाख के बीमा की योजना के तहत, डूबे हुए बैंकों के डिपाजिटर्स को बीमा भुगतान देने के संदर्भ में कार्यक्रम रविवार को संपन्न हुआ। इस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन समेत बैंकिंग क्षेत्र के कई मान्यवर उपस्थित थे। सन १९९३ के बाद पहली ही बार डिपॉजिट्स पर इंश्योरेंस सुरक्षा की मर्यादा बढ़ाई गई है। यह मर्यादा १ लाख से ५ लाख तक बढ़ाई गई। पिछले साल में डूबे हुए बैंकों के डिपॉजिटर्स को इस योजना के तहत चेक्स प्रदान किए गए।

इस समय बात करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तीकांत दास ने, देश के बैंकिंग क्षेत्र का अर्थव्यवस्था में होनेवाले महत्व को अधोरेखांकित किया। अपनी बैंकिंग व्यवस्था लचीली होनी चाहिए, इसपर रिजर्व बैंक अधिक ध्यान दे रहा है। इस दृष्टि से क्रेडिट पॉलिसी भी बनाई जा रही है। विभिन्न क्षेत्रों के विकास में बैंकिंग क्षेत्र का योगदान बड़ा रहता है। इस कारण बैंकिंग क्षेत्र का प्रदर्शन अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ही अहम रहता है, इस बात पर आरबीआई गवर्नर शक्तीकांत दास ने गौर फरमाया।

इस कारण अगर बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े सभी घटक एक साथ आए, उन्होंने संगठित रूप में काम किया, तो देश का बैंकिंग क्षेत्र तरक्की करेगा। उससे देश की अर्थव्यवस्था को भी गति प्राप्त होगी। देश के बैंकिंग क्षेत्र में संगठित रूप में काम करने पर, भारत जागतिक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देनेवाला देश बन सकता है, ऐसा विश्वास शक्तीकांत दास ने इस समय ज़ाहिर किया।

कोरोना के कारण जागतिक अर्थव्यवस्था के धीमी पड़ जाने पर, सारी दुनिया भारत की ओर उम्मीद से देख रही होने के दावे विशेषज्ञ कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर शक्तीकांत दास के इस बयान की अहमियत बढ़ी है। इसी बीच, अधिक ब्याज मिलने की उम्मीद से डिपॉजिट रखनेवालों को रिजर्व बैंक के गवर्नर ने सावधानी बरतने के लिए कहा। अधिक ब्याज दर के डिपॉजिट के पीछे जोखीम छिपा हुआ रहता है, यह ग्राहक ध्यान में लें तो अच्छा है, ऐसा शक्तीकांत दास ने जताया है। ज़्यादा ब्याज दर का लालच दिखाकर कहीं हमें ठगा तो नहीं जा रहा है, इस पर डिपाजिटर्स और ग्राहकों को गौर फरमाना चाहिए, ऐसी सलाह दास ने दी है।

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