चीन की घुसपैठ से भारत और अमरीका सावधान रहें – अमरिकी रिअर एडमिरल बेकर की चेतावनी

नई दिल्ली – भारत की उत्तरी सीमा एवं इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में भी चीन की जारी हरकतों पर भारत ने सावधानी से नज़र रखने की ज़रूरत हैं। दोनों देश इसे अनदेखा नहीं कर सकते, ऐसा दावा अमरिकी रिअर एडमिरल मायकल बेकर ने किया। चीन से सावधान रहें, किसी भी क्षण चीन उत्तरी सीमा से घुसपैठ कर सकता हैं, ऐसे इशारे अमरीका लगातार भारत को देता रहा हैं। भारत में स्थित अमरिकी दूतावास से डिफेन्स अटैचे के तौर पर कार्यरत रिअर एडमिरल बेकर ने फिर से इस खतरे को रेखांकित किया। यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद रशिया के विरोध में जाने से इन्कार करने वाले भारत को अमरिकी सैन्य सहयोग की अहमियत समझाने के लिए लगातार ऐसें इशारे देने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

भारत की उत्तरी सीमा पर चीन फिर से घुसपैठ कर सकता हैं। यह खतरा अभी खत्म नहीं हुआ। साथ ही इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की हरकतें संवेदनशील बात बनती है। इस वजह से भारत और अमरीका इन दोनों सहयोगी देशों को चीन की इन हरकतों को अनदेखा करना संभव नहीं होगा। इशपर भारत और अमरीका को बड़ी सावधानी से नज़र रखनी ही होगी, ऐसा रिअर एडमिरल बेकर ने कहा हैं। इंडो-पैसिफिक क्षेत्र स्वतंत्र और मुक्त रखना हैं तो इस क्षेत्र के देशों को भारत एवं अमरीका जैसें देश के साथ भागीदारी करनी होगी। इस वजह से यह क्षेत्र स्वतंत्र और मुक्त रहेगा, ऐसा दावा रिअर एडमिरल बेकर ने किया। साथ ही भारत और रशिया के घने सहयोग पर बोलते हुए उन्होंने यह कहा कि, अमरीका को भारत ने स्वयं अपना भागीदार बनाया देश बनना हैं। हथियार और रक्षा सामान के लिए काफी मात्रा में रशिया पर निर्भर भारत ने पिछले कुछ सालों से इस मोर्चे पर विविधता लाने की कोशिश की हैं। इसपर भी रिअर एडमिरल बेकर ने ध्यान आकर्षित किया।

इसी बीच, यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद भारत ने अमरीका की मांगों के अनुसार रशिया के खिलाफ जाना टाल दिया था। इस पर अमरीका ने भारत को सीधे इशारे दिए थे। आनेवाले समय में चीन ने भारत की उत्तरी सीमा पर फिर से घुसपैठ की तो चीन का घुलाम बना रशिया भारत को बचाने के लिए बिल्कुल नहीं आएगा। ऐसें में अमरीका ही भारत को सहायता प्रदान करेगी, इसे ध्यान मे रखकर यूक्रेन मसले पर भारत अपनी भूमिका तय करें, ऐसी धमकी अमरीका ने दी थी। इसकी तीव्र गूंज भारत में सुनाई पड़ी थी। इसके बाद के समय में भी रशिया से ईंधन खरीद रहे भारत को अमरीका ने धमकाने की कोशिश की थी। तब भी चीन से भारत को होने वाले खतरों का अहसास रखकर भारत निर्णय करें, ऐसा अमरिकी अधिकारियों ने भारत को सुनाया था।

लेकिन, अमरीका की इन धमकियाँ और इशारों का भारत की नीति पर असर नहीं हुआ। इसी वजह से भारत को चीन से होने वाला खतरा अभी खत्म नहीं हुआ हैं, ऐसा अमरिकी अभ्यासगुट, विश्लेषक और सेना अधिकारी एवं नेता लगातार कह रहे हैं। रिअर एडमिरल बेकर के इस इशारे की भी यही पृष्ठभूमि हैं। लेकिन, भारत को चीन के खतरे का इशारा देते हुए रिअर एडमिरल बेकर ने यह भी स्वीकार किया कि, चीन को टकराने की क्षमता भारत रखता हैं। अमरिकी एवं अन्य देशों के विश्लेषकों ने भी चीन को भारत उसी भाषा में प्रत्युत्तर दे सकता हैं, ऐसा कहकर भारत की अहमियत रेखांकित की है। चीन को नियंत्रण में रखना है तो अमरीका के लिए भारत के अलावा अन्य विकल्प नहीं हैं। इस वजह से भारत से सामरिक भागीदारी विकसित करने के लिए अमरीका ने अधिक आक्रामक कोशिश करनी होगी, ऐसी सलाह अमरिकी जनप्रतिनिधि और मौजूदा एवं पूर्व सेना अधिकारी दे रहे हैं।

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