रक्षामंत्री ने ‘पीओके’ पर पाकिस्तान को चेतावनी देने के बाद सरकार के आदेश की प्रतिक्षा होने का सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने किया ऐलान

श्रीनगर – भारतीय सेना किसी भी कार्रवाई के लिए पुरी तरह से तैयार हैं और हम सरकार के आदेश की प्रतिक्षा कर रहे हैं, ऐसा सूचक बयान चिनार कोअर के लेफ्टनंट जनरल एडीएस औजला ने किया। कुछ दिन पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान ने कब्ज़ा किए कश्मीर (पीओके) को लेकर बयान करके ध्यान आकर्िषत किया था। पीओके और गिलगित-बाल्टिस्तान की भारतीय जनता पर पाकिस्तान अत्याचार कर रहा हैं और इसकी कीमत पाकिस्तान को चुकानी पड़ेगी ही, ऐसी चेतावनी रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दी थी। इस पृष्ठभूमि पर भारतीय सेना आदेश की प्रतिक्षा कर रही हैं, ऐसा कहकर लेफ्टनंट जनरल औजला ने पाकिस्तान की धड़कने बढ़ाई हैं।

२५ फ़रवरी, २०२१ को भारत और पाकिस्तान की सेना ने फिर से नियंत्रणा रेखा पर युद्ध विराम करने का संयुक्त ऐलान किया था। अमरीका ने अफ़गानिस्तान से सेना हटाने की वजह से अफ़गानिस्तान से जुड़ी पाकिस्तानी सीमा पर अस्थिरता निर्माण होने की संभावना बढ़ी थी। इसी कारण से पाकिस्तानी सेना इस पर अधिक ध्यान देने के लिए मजबूर हुई थी। इसे ध्यान में रखकर कश्मीर की नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना ने भारत के साथ युद्ध विराम किया। इसका लाभ पाकिस्तानी सेना को प्राप्त होगा, यह कहकर कुछ सामरिक विश्लेषकों ने पाकिस्तान की माँग पर भारतीय सेना ने किए पाकिस्तान के साथ युद्ध विराम करने का विरोध किया था। लेकिन, यह युद्धविराम भारतीय सेना के लिए हितकारी साबित हुआ। इस वजह से प्राप्त अवसर का लाभ उठाकर सेना ने पिछले २० महीनों में अपनी रक्षा तैयारी अधिक बढ़ाई, यह जानकारी लेफ्टनंट जनरल औजला ने साझा की।

भारतीय सेना ने अपनी सिद्धता प्रचंड़ मात्रा में बढ़ाई हैं और इस कारण से नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ रोकने में भारतीय सेना को बड़ी कामयाबी मिली होने का दावा लेफ्टनंट जनरल औजला ने किया। इसके साथ ही भारतीय सेना अब किसी भी कार्रवाई के लिए पुरी तरह से तैयार हैं और सरकारी आदेशों की प्रतिक्षा में होने की बात कही है। सेना ने सीर्फ परंपरागत युद्ध ही नहीं, बल्कि प्रगत युद्ध तकनीक के मोर्चे पर भी जोरदार तैयारी रखी है। किसी भी स्थिति में पीछे हटने की ज़रूरत ही महसूस नहीं होगी, ऐसें स्तर पर भारतीय सेना की यह तैयारी पहुँची हैं, ऐसा कहकर लेफ्टनंट जनरल औजला ने पाकिस्तान की धड़कने बढ़ाई हैं।

कुछ दिन पहले श्रीनगर में आयोजित शौर्य दिवस के समारोह में बोलते समय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पीओके एवं गिलगित-बाल्टिस्तान की भारतीय जनता पर कर रहें अत्याचारों की कड़ी आलोचना की। इसकी कीमत पाकिस्तान को चुकानी ही होगी, ऐसा रक्षामंत्री ने कहा था। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में भारत ने शुरू किए विकास यात्रा पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान  पहुँचे बिना पुरी नहीं होगी, यह इशारा राजनाथा सिंह ने दिया था। उनके इस बयान की गूंज पाकिस्तान में सुनाई दे रहे हैं। भारत के रक्षामंत्री को पाकिस्तान ने जवाब नहीं दिया। इसके बजाय पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने इमरान खान पर आलोचना करने में आनंद महसूस कर रहे हैं, ऐसा अफसोस पाकिस्तानी माध्यम व्यक्त कर रहे हैं।

कश्मीर की नियंत्रण रेखा पर भारत ने जोरदार सैन्य तैयारी जुटाई हैं और किसी भी क्षण भारतीय सेना वहां पर प्रवेश करेगी, ऐसें दावे इस देश के सामरिक विश्लेषक कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में भारतीय सेना के चिनार कोअर के कमांडर लेफ्टनंट जनरल औजला के बयान से पाकिस्तान में सनसनी फैलने की संभावना है। पाकिस्तान में फिलहाल महंगाई, बेरोजगारी, सामान की कमी के साथ गंभीर आर्थिक और राजनीतिक समस्याओं का मुकाबला करना पड़ रहा हैं। पीओके पर कब्ज़ा पाने के लिए चलकर आए अवसर के तौर पर भारत पाकिस्तान की अराजकता को देख रहा हैं, ऐसी चेतावनी पाकिस्तान के कुछ पत्रकार और विश्लेषक दे रहे हैं।

पाकिस्तानी सेना की गतिविधियों की वजह से परेशान हुई पीओके और गिलगित-बाल्टिस्तान की जनता भारत के पक्ष में और पाकिस्तानी सेना के खिलाफ नारे लगा रहे हैं, यह बार बार स्पष्ट हुआ ता। इस वजह से पाकिस्तान की चिंता अधिक बढ़ती दिखाई दे रही हैं।

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