अविश्‍वासदर्शक प्रस्ताव रद होने से इम्रान खान को अल्प राहत

इस्लामाबाद – पाकिस्तानी संसद में पेश किए गए अविश्‍वासदर्शक प्रस्ताव का सामना किए बिना प्रधानमंत्री इम्रान खान की सरकार ने संसद भंग करने का निर्णय किया| इस सरकार ने ऐसी सिफारीश पाकिस्तान के राष्ट्रपति के सामने रखी और पाकिस्तान में चुनाव कराने की मॉंग की| इसकी वजह से इम्रान खान को सत्ता से हटाकर उनके स्थान पर शाहबाज शरीफ को बिठाने की विपक्ष की योजना फंस चुकी है| अपने खिलाफ विदेशी ताकतों की साज़िश में शामिल होने के बजाय चुनाव का सामना करें, ऐसी चुनौती प्रधानमंत्री इम्रान खान ने विपक्ष को दी है|

अविश्‍वासदर्शक प्रस्ताव रद होने से इम्रान खान को अल्प राहतक्या पाकिस्तान की संसद में इम्रान खान की सरकार के खिलाफ अविश्‍वास प्रस्ताव पारित होगा? यह चर्चा भारतीय माध्यमों में भी हो रही थी| लेकिन, पाकिस्तान की संसद का सत्र शुरू हुआ और कानून मंत्री फवाद चौधरी ने इस अविश्‍वासदर्शक प्रस्ताव पर ही सवाल उठाया| विदेशी ताकतों की साज़िश से इम्रान खान को सत्ता से हटाने के लिए विपक्ष को साथ में लिया है और इसी से यह प्रस्ताव सामने आया है, यह आरोप चौधरी ने लगाया| इसके बाद पाकिस्तानी संसद के उप-सभापति कासिम सूरी ने नियमों का दाखिला देकर यह प्रस्ताव रद करने का ऐलान किया| अगले क्षण उन्होंने संसद का कामकाज तहकूब किया|

इससे इम्रान खान की सरकार को बहुमत पेश करने की आवश्यकता नहीं रही| वरना रविवार को ही प्रधानमंत्री पद से उन्हें हटाया गया होता| लेकिन, अब इम्रान खान कम से कम कुछ दिनों तक अपना प्रधानमंत्री पद सुरक्षित रखने में सफल हुए हैं| इसी बीच अपने खिलाफ अंतरराष्ट्रीय साज़िश रची गई, यह आरोप लगाकर वे पाकिस्तानी जनता की अधिकाधिक सहानुभूति प्राप्त करने की जोरदार कोशिश करने की कड़ी संभावना है| संसद में यह प्रस्ताव पेश होने से पहले इम्रान खान ने अपने समर्थकों को पाकिस्तान के भविष्य के लिए सड़कों पर उतरकर राजधानी इस्लामाबाद पहुँचने का आवाहन किया था|

पाकिस्तान की जनता इम्रान खान के खिलाफ है| जिस सेना ने इम्रान खान को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बिठाया था वही सेना अब इम्रान खान को प्रधानमंत्री पद से हटाने की तैयारी में है| फिलहाल इम्रान खान को प्रधानमंत्री आवास में कैद किया गया है, ऐसे दावे माध्यम कर रहे हैं| प्रधानमंत्री होने के बावजूद उनके सभी अधिकार हटाए गए हैं और वे किसी भी तरह की हरकत नहीं करेंगे, इसका ध्यान पाकिस्तान की सेना रख रही है| ऐसी स्थिति में इम्रान खान ने पद से हटना फिलहाल टाल दिया है, लेकिन पाकिस्तान के लिए यह बात घातक साबित होगी, यह इशारा पत्रकार और विश्‍लेषक दे रहे हैं|

अविश्‍वासदर्शक प्रस्ताव रद होने से इम्रान खान को अल्प राहतइम्रान खान की नीति के कारण ही पाकिस्तान में बेदिली, अविश्‍वास और अराजकता निर्माण हुई और करीबी दिनों में इसका असर सामने आएगा, यह चिंता माध्यम व्यक्त कर रहे हैं| यूक्रैन का युद्ध शुरू हुआ उसी दिन इम्रान खान ने रशिया का दौरा करके राष्ट्राध्यक्ष पुतिन से चर्चा की थी| इसके बाद अमरीका और यूरोपिय देश हमें सत्ता से हटाने के लिए साज़िश रच रहे हैं, यह आरोप लगाना इम्रान खान ने शुरू किया था| विपक्ष भी इस साज़िश में शामिल होने का बयान करके इम्रान खान ने सनसनी निर्माण की| अमरीका ने पाकिस्तान की गतिविधियों से अपना संबंध ना होने का भी ऐलान किया है| इसके अलावा पाकिस्तान की सेना ने भी इस राजनीतिक उथल-पुथल से हमारा संबंध ना होने का खुलासा किया है|

इसी बीच, पाकिस्तान के सेनाप्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने यूक्रैन पर हमला करनेवाली रशिया की आलोचना करके अमरीका पाकिस्तान के खिलाफ नहीं जाएगी, इसका ध्यान रखा है| साथ ही पाकिस्तान को अमरीका के साथ अच्छे संबंधों की उम्मीद होने की बात भी जनरल बाजवा ने स्पष्ट की| बिल्कुल भारत के साथ भी पाकिस्तान अच्छे संबंध चाहता है और अपनी समस्याओं का हल चर्चा से निकालने हैं, यह ऐलान जनरल बाजवा ने किया| इससे पहले भी पाकिस्तानी सेनाप्रमुख ने भारत के प्रति ऐसी ही भूमिका जताई थी| लेकिन, प्रधानमंत्री इम्रान खान इसके लिए तैयार ना होने का दावा जनरल बाजवा ने किया था|

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