जर्मनी का ईंधन संकट ‘लेहमन क्राइसिस’ जैसा होगा – जर्मनी के वाणिज्यमंत्री की चेतावनी

बर्लिन – रशिया ने पिछले हफ्ते जर्मनी के साथ यूरोप के कुछ अन्य प्रमुख देशों की ईंधन सप्लाई कम कर दी थी। रशिया के निर्णय की संभावना के मद्देनज़र जर्मनी ने ईंधन क्षेत्र में ‘अलार्म स्टेज’ का ऐलान किया था। लेकिन, आनेवाले समय में स्थिति में सुधार नहीं हुआ या रशिया ने ईंधन सप्लाई नहीं किया तो जर्मनी का ईंधन संकट ‘लेहमन काइसिस’ जैसा होगा। इसकी गूंज जर्मनी के अलावा पूरे विश्व में सुनाई देगी’, ऐसी चेतावनी जर्मनी के वाणिज्यमंत्री रॉबर्ट हैबेक ने दी।

साल २००८ में अमरिकी वित्तसंस्था लेहमन ब्रदर्स ‘सबप्राईम मॉर्टगेज’ के संकट के कारण दिवालियां घोषित हुई। इसके बाद इस वित्तसंस्था से जुड़ी पूरे विश्व के वित्तसंस्थाएं एवं बैंकों के कारोबार पर बड़ा असर पडा। अमरीका, यूरोप समेत पूरे विश्व में आर्थिक संकट उभरा था। यही संकट आगे ‘लेहमन क्राइसिस’ के नाम से जाना गया। ऐसी स्थिति में जर्मनी के वाणिज्यमंत्री ने ईंधन संकट पर बयान करते हुए सीधे लेहमन क्राइसिस का ज़िक्र करना ध्यान आकर्षित कर रहा है।

जर्मनी में ईंधन वायु के आरक्षित भंड़ार फिलहाल ५८ प्रतिशत हैं। इसके बावजूद ठंड़ के मौसम तक यह भंड़ार ९० प्रतिशत भरने का लक्ष्य पूरा नहीं होगा, ऐसी चिंता जर्मन सरकार ने काफी पहले व्यक्त की थी। इसके लिए जर्मन सरकार ने अलार्म स्टेज यानी आपात योजना के अनुसार दूसरे स्तर के संकट का ऐलान किया था। इसके बावजूद ईंधन संकट जारी रहा तो देश में ईंधन की सप्लाई चेन टूट जाएगी। ईंधन के क्षेत्र में लेहमन संकट की तरह इसका असर होगा’, ऐसा इशारा वाणिज्यमंत्री हैबेक ने दिया।

ऐसा हुआ तो ईंधन पर निर्भर जर्मनी का पूरा उद्योग और सभी कंपनियाँ बंद हो जाएंगी। यह संकट दिन या हफ्तों के लिए नहीं होगा। काफी लंबे समय तक इस संकट की तीव्रता बनी रह सकती है, ऐसी चेतावनी हैबेक ने स्थानीय माध्यम से बातचीत करते समय साझा की। इसी बीच, जर्मनी ने रशिया के साथ निर्माण की हुई ‘नॉर्ड स्ट्रीम २ पाईप लाइन’ के अपने क्षेत्र में मौजूद हिस्से का राष्ट्रीयकरण करने की तैयारी सूत्रों ने साझा की।

जर्मनी की तरह अन्य यूरोपिय देशों पर जारी ईंधन संकट अधिक तीव्र होने लगा है। आनेवाले दिनों में प्रतिबंध या अन्य वजह आगे करके यूरोपिय देशों की ईंधन सप्लाई तोड़ सकते हैं, ऐसा इशारा अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा संगठन के प्रमुख ने दो दिन पहले दिया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.