जर्मनी ने रशिया-यूक्रेन शांति वार्ता के लिए कोशिश करनी होगी – शासक दल के सदस्यों की मांग

बर्लिन/मास्को/किव – जर्मनी के चान्सलर ओलाफ शोल्झ रशिया-यूक्रेन शांति वार्ता के लिए कोशिश करें, ऐसी मांग देश के शासक पार्टी के सदस्यों ने की है। शासक गुट का हिस्सा बनी ‘सोशल डेमोक्रैटिक पार्टी’ के २०० से अधिक सदस्यों ने चान्सलर शोल्झ को खत भेजा हैं और फ्रान्स समेत अन्य देशों के सहयोग से यूक्रेन में युद्ध विराम करने के लिए ज़रूरी काम करे, ऐसा विचार इन सदस्यों ने पेश किया है। इसी पृष्ठभूमि पर जर्मनी के रक्षा मंत्री ने यूक्रेन को अतिरिक्त टैंक प्रदान करना मुमकिन ना होने का ऐलान किया है।

रशिया-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद एक वर्ष बीत चुका हैं और इसके बावजूद अब भी इस युद्ध का पुख्ता नतीजा क्या होगा इसको लेकर अभी तक अनिश्चितता  है। पश्चिमी देशों ने अरबों डॉलर्स के हथियारों की आपूर्ति करने के बावजूद भी रशिया को पीछे हटने के लिए मज़बूर करना यूक्रेन के लिए मुमकिन नहीं हुआ है। इस वजह से अमरीका के साथ यूरोपिय देशों में यूक्रेन के विरोध में नाराज़गी की भावना बढ़ रही हैं और कई देशों में यूक्रेन को प्राप्त समर्थन कम होने के संकेत मिले हैं।

इसी पृष्ठभूमि पर जर्मनी के शासक पार्टी के सदस्यों ने चान्सलर शोल्झ से युद्ध विराम के लिए पहल करें, यह मांग करना ध्यान आकर्षित कर रहा है। जर्मनी ने पिछले कुछ दिनों में यूक्रेन को हो रही शस्त्र सहायता बढ़ाई थी। यूक्रेन ने मांगे उन्नत लिओपार्ड टैंक भी जर्मनी ने प्रदान किए थे। साथ ही अन्य शस्त्र सहायता करने के संकेत भी दिए थे। जर्मन सरकार यूक्रेन को शस्त्र सहायता करने की कोशिश में जुटी  हैं और इसी बीच सरकार का अंग बने पार्टी और सदस्य इसको लेकर नाराज़ दिखाई दे रहे हैं।

जर्मनी के साथ ही अमरीका में भी यूक्रेन को मुहैया की जा रही सहायता से संबंधित भूमिका में बदलाव शुरू होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। अमरीका के प्रमुख विश्लेषक निकोलाय पेट्रो ने इस दौरान इशारा देते हुए यह कहा है कि, यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष हथियारों की मांग करने के बजाय अब रशिया के साथ चर्चा करने के लिए ज़रूरी गतिविधियां करें।

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