ईरान की राजधानी में विस्फोट होने के साथ रेल और सरकारी वेबसाईट पर हुए सायबर हमले

तेहरान – शनिवार की सुबह होते ही ईरान की राजधानी तेहरान एक शक्तिशाली विस्फोट से दहल उठी। राष्ट्रीय वृत्तसंस्था के मुख्यालय के करीब एक ब्गीचे में यह विस्फोट हुआ। यह विस्फोट होने से पहले और बाद में ईरान की रेल यंत्रणा और दो सरकारी वेबसाईटस्‌ पर सायबर हमले भी हुए। इनमें से रेल यंत्रणा की घटना में हैकर्स ने ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी का फोन नंबर सार्वजनिक किया। चार दिन पहले ही ईरान के कराज स्थित गोदाम में संदिग्ध आग भड़की थी।

ईरान के सरकारी माध्यमों ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार शनिवार के दिन तेहरान के मिल्लत पार्क में विस्फोट हुआ। भोर के समय हुए यह विस्फोट से जीवितहानी ना होने की बात ईरानी यंत्रणा ने स्पष्ट की। लेकिन, यह विस्फोट कैसे हुआ, इसका कारण क्या है, इन सवालों के जवाब ईरान के प्रशासन ने नहीं दिए हैं। अज्ञात वस्तु का विस्फोट हुआ और इस मामले की जाँच जारी होने का बयान ईरान के उप-पुलिस प्रमुख जनरल हमिद होदावंद ने किया है। 

इस विस्फोट के कुछ वीडियो ईरानी सोशल मीडिया में वायरल हुए थे। यह वीडियो विस्फोट के झटके से आसपास की इमारतों का नुकसान दर्शा रहे थे। लेकिन, ईरान के शत्रु ने ही दुष्प्रचार करने के लिए यह पुराना वीडियो वायरल किया होने का आरोप होदावंद ने लगाया। लेकिन, राष्ट्रीय वृत्तसंस्था के मुख्यालय के करीब यह विस्फोट होने की वजह से इस घटना को संदिग्धता से देखा जा रहा है। इस धमाके के साथ ही बीते दो वर्षों से ईरान में हो रहे संदिग्ध विस्फोटों की घटनाओं में और एक बढ़ोतरी हुई है।

यह विस्फोट होने से पहले शुक्रवार की शाम को ईरान के रेल ग्रिड पर सायबर हमला होने की खबरें जारी हुईं थी। इसकी वजह से रेल गाड़ियों के देर से चलने की एवं रद किए जाने की सूचना ईरान के सभी रेल स्टेशनों पर लगाए डिजिटल बोर्ड्स पर दिख रही थीं। इससे काफी समय तक धांदली मची रही। रेल यंत्रणा पूरी तरह से टूट गिरने के संदेश प्राप्त हो रहे थे। 

इस मसले की शिकायत दर्ज़ करने के लिए या अपनी मुश्‍किलें दर्ज़ करने के लिए रेल स्टेशनों पर लगे डिजिटल बोर्ड्स पर एक फोन नंबर जारी किया गया था। यह नंबर ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी का होने की बात भी आगे स्पष्ट हुई और इसके साथ ही ईरानी यंत्रणाओं की भागदौड़ हुई। यह सायबर हमलावरों की ही साज़िश थी, यह आरोप ईरानी यंत्रणा लगा रही हैं।

इस सायबर हमले के २४ घंटे पूरे होने से पहले ही शनिवार के दिन ईरान के परिवहन एवं नगर विकास मंत्रालय की वेबसाईटस्‌ पर भी सायबर हमले हुए। इस वजह से दोनों मंत्रालयों का कामकाज़ ठप हुआ था। रेल और सरकारी मंत्रालय के वेबसाईट पर हुआ यह हमला ‘रैन्समवेअर’ का हमला होने की संभावना ईरानी नेता ने अपने दावे में किया है। इससे पहले भी ईरान पर इसी तरह के ‘रैन्समवेअर’ के हमले हुए थे, यह दावा ईरान यंत्रणा कर रही है। इन हमलों के लिए ईरान ने अमरीका और इस्रायल पर दोष लगाया था।

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