महाराष्ट्र में ‘कर्फ्यू’ की कालावधि १५ मई तक बढ़ाने का निर्णय

मुंबई – महाराष्ट्र में ‘कर्फ्यू’ की कालावधि १५ मई तक बढ़ाई गई है। बुधवार के दिन मंत्रिमंडल की बैठक के बाद राज्य के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने राज्य में ‘कर्फ्यू’ की कालावधि बढ़ाने पर मंत्रिमंडल की सहमति होने का बयान किया था। लेकिन, यह कालावधि कितने दिनों के लिए बढ़ाई जाएगी, यह निश्चित ना होने की बात उन्होंने कही थी। गुरूवार के दिन राज्य सरकार ने स्वतंत्र आदेश जारी करके ‘कर्फ्यू’ १५ मई तक बढ़ाने का ऐलान किया। महाराष्ट्र में गुरूवार के दिन ७७१ कोरोना संक्रमित मृत हुए और ६६,१५९ नए मामले दर्ज़ हुए।

महाराष्ट्र में रोज़ाना सामने आ रहे कोरोना के नए मामलों की संख्या में किसी तरह की गिरावट नहीं देखी गई है। मुंबई, ठाणे और पुणे जैसे शहरों में संक्रमण के नए मामलों की संख्या कुछ हद तक कम हुई है, फिर भी ग्रामिण इलाकों में संक्रमण बढ़ता दिखाई दे रहा है। इसके अलावा, इस महामारी के मृतकों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। इस हफ्ते में रविवार से गुरूवार तक राज्य में चार हज़ार से अधिक संक्रमितों की मौत हुई है और करीबन २.६७ नए मामले पाए गए हैं। इस दौरान स्वस्थ हुए संक्रमितों की संख्या भी बढ़ी है। नए मामलों की संख्या से स्वस्थ हुए संक्रमितों की संख्या बीते कुछ दिनों से बढ़ती हुई दिख रही है। राज्य में गुरूवार के दिन भी ६८,५३७ संक्रमित स्वस्थ होकर घर लौटने से राहत मिली है।

महाराष्ट्र में १५ अप्रैल से जारी किए गए ‘कर्फ्यू’ की वजह से कुछ ठिकानों पर कोरोना की चेन टूटती दिखाई दे रही है। यह चेन तोड़ने के लिए प्रतिबंधों की कालावधि बढ़ाने का निर्णय राज्य सरकार ने किया है। राज्य के प्रधान सचिव सिताराम कुंटे द्वारा एक आदेश जारी कराके राज्य में प्रतिबंध दो हफ्तों के लिए बढ़ाने का ऐलान राज्य सरकार ने किया। १५ मई की सुबह ७ बजे तक अब सभी प्रतिबंध जारी रहेंगे। स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने राज्य की जनता को कोरोना की चेन तोड़ने के लिए नियमों का पालन करने और सहयोग करने का आवाहन किया है।

देश के अन्य राज्यों में भी स्थिति काफी बिगड़ी हुई है। खास तौर पर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, केरल, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगड़, मध्य प्रदेश, पश्‍चिम बंगाल और बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी बढ़ रही है। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगना, उड़ीसा में संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। केंद्र सरकार समय-समय पर सभी राज्यों को सूचना दे रही है। साथ ही देश के ७४१ जिलों में से १५० जिलों में कोरोना की स्थिति काफी खराब है क्योंकि, वहां पर ‘पॉजिटिव’ मामलों की मात्रा बढ़कर १५ प्रतिशत तक जा पहुँची है। इस वजह से कोरोना संक्रमण रोकने के लिए इन राज्यों में लॉकडाउन का विचार केंद्र सरकार कर रही है।

इसी बीच, देश के कुछ राज्यों ने पहले ही कर्फ्यू और लॉकडाउन शुरू करने के निर्णय किए हैं। इस वजह से गरीब और श्रमिकों को अनाज की किल्लत महसूस होने की संभावना है। स्थानांतरित मज़दूरों को भी यह समस्या सता रही है। इस पृष्ठभूमि पर भारत सरकार के अन्न और सार्वजनिक वितरण विभाग ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मई और जून में गरीब नागरिकों को हर महीने ५ किलो अनाज मुफ्त देने का निर्णय किया था। इसके लिए आवश्‍यक अनाज वितरण के लिए राज्य सरकारों को प्रदान किया गया है। इसके तहत महाराष्ट्र को ७ लाख टन अनाज दिया गया है।

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