सौदी-ईरान ‘डील’ मुमकिन करके चीन ने ‘वर्ल्ड ऑर्डर’ स्थापित करने की ओर कदम बढ़ाए – अमरीका के जेष्ठ कूटनीतिज्ञ हेन्री किसिंजर का दावा

वॉशिंग्टन – ‘‘वर्ल्ड ऑर्डर’ अर्थात वैश्विक व्यवस्था का हमें हिस्सा बनाएं, ऐसी मांग चीन लगातार कर रहा था। अब सौदी अरब और ईरान की ‘डील’ मुमकिन करके चीन ने वर्ल्ड ऑर्डर स्थापित करने की दिशा में अहम कदम बढ़ाया है’, ऐसा अमरीका के पूर्व विदेश मंत्री एवं ज्येष्ठ कूटनीतिज्ञ हेन्री किसिंजर ने कहा है। साथ ही कई दशकों से अमरीका का सहयोगी देश सौदी अरब अब अमरीका और चीन के बीच संतुलन रख रहा है, यह भी इस दौरान सामने आ रहा है, ऐसा किसिंजर ने स्पष्ट किया।

पिछले १२ सालों से सौदी और ईरान के राजनीतिक स्तर का सहयोग टूटा था। ऐसी स्थिति में चीन ने मध्यस्थता करके दोनों देशों में सुलह कराई। इसका श्रेय चीन को मिल रहा है और इसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय राजनीति में चीन का स्थान अधिक मज़बूत हुआ है। खास तौर पर खाड़ी क्षेत्र में अब अमरीका का स्थान अन्य कोई नहीं ले पाएगा, ऐसी स्थिति नहीं रही। चीन खाड़ी में अमरीका का स्थान हासिल कर रहा है, ऐसा अमरिकी विश्लेषक और पत्रकार कह रहे हैं। हेन्री किसिंजर भी इसकी पुष्टि कर रहे हैं।

सौदी और ईरान के सहयोग की वजह से इस्रायल की चुनौती बढ़ी है क्योंकि, आनेवाले समय में ईरान पर दबाव डालते समय चीन के हित का भी विचार करना पडेगा, इसका अहसास किसिंजर ने कराया। ईरान के परमाणु कार्यक्रम का मुद्दा चर्चा में होने की स्थिति में सौदी और ईरान की ‘डील’ इस्रायल की चिंता बढ़ा रही है, इस मुद्दे पर किसिंजर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

बायडेन प्रशासन ने जानबूझकर खाड़ी क्षेत्र को अनदेखा करके वहां चीन और रशिया जैसे देशों को अपना प्रभाव बढ़ाने का अवसर दिया, ऐसी आलोचना अमरिकी विश्लेषक, पत्रकार और कूटनीतिज्ञ कर रहे हैं। इसकी वजह से खाड़ी क्षेत्र में अमरीका के हित को खतरा है। आनेवाले समय में यह गलती महंगी पडेगी, यही इन सबका कहना है। इस पर अमरीका के बायडेन प्रशासन ने सीधे बयान नहीं किया है। लेकिन, सौदी और ईरान की ‘डील’ पर अमरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने संतोष व्यक्त किया है। पर, क्या ईरान अपने दिए गए आश्वासनों पर कायम रहेगा, ऐसी आशंका अमरिकी विदेश मंत्री ने उपस्थित की है।

इसी बीच, सौदी और ईरान की मध्यस्थता करके चीन फिलहाल इसका श्रेय ले रहा है। लेकिन, येमन के हौथी विद्रोही और बहरीन जैसा देश इस पर सावधानता की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। ईरान के सौदी के साथ संबंध सुधरते हैं तब भी हमारी सौदी विरोधी गतिविधियां बंद नहीं होंगीं, ऐसी चेतावनी हौथी विद्रोहियों ने दी है। ऐसे में ईरान और सौदी के सहयोग का खाड़ी देश और इस्रायल के सहयोग पर असर नहीं पडेगा, यह बहरीन ने घोषित किया है। इसकी वजह से ईरान-सौदी सहयोग की ओर खाड़ी देश सावधानी बरतते हुए दिख रहे हैं।

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