रशियन युद्धपोतों की संदिग्ध गतिविधियों की पृष्ठभुमि पर ब्रिटेन की ‘न्यूक्लिअर अटैक सबमरिन’ जिब्राल्टर के निकट तैनात

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लंडन/मास्को – ब्रिटेन के नजदीकी क्षेत्र के सहीत अटलांटिक महासागर में रशियन युद्धपोत और पनडुब्बीयों की संदिग्ध गतिविधियां शुरू है, यह जानकारी सामने आ रही है| रशिया की इन गतिविधियों की पृष्ठभुमि पर ब्रिटेन ने अपनी ‘न्यूक्लिअर अटैक सबमरिन’ ‘एचएमएस ऍस्ट्यूट’ जिब्राल्टर के निकट तैनात की है| ब्रिटेन की इस तैनाती से रशिया और ब्रिटेन में बना तनाव और भी जटिल होने के संकेत प्राप्त होते है|

पिछले महीने ही रशिया की प्रमुख विध्वंसक ‘मार्शल उस्तिनोव’ ने ब्रिटेन के समिप की इंग्लिश खाडी से यात्रा की थी| इस दौरान ब्रिटेन के ‘एचएमएस सेंट अल्बन्स’ इस विध्वंसक ने रशियन युद्धपोत की मार्ग पर नजर रखी थी| उसके बाद कुछ ही दिनों में रशिया की पनडुब्बीयां ब्रिटेन के नजदिकी सागरी क्षेत्र के साथ ही अटलांटिक महासागर में भी उपस्थित है, यह सामने आ रहा है|

रशिया और ब्रिटेन के बिच बना तनाव और रशियन पनडुब्बीयों की क्षमता ध्यान में रखकर ब्रिटेन ने आक्रामक भूमिका अपनाई है और अपनी प्रमुख पनडुब्बीयों में से एक पनडुब्बीत तैनात करने का निर्णय किया था| उसके अनुसार ही ‘एचएमएस ऍस्ट्यूट’ जिब्राल्टर की खाडी में दाखिल हुई है| ‘न्यूक्लिअल अटैक’ प्रकार की यह पनडुब्बी ‘हंटर किलर’ के तौर पर जानी जाती है| इस वर्ग की पनडुब्बीयां शत्रु की पनडुब्बीयों के साथ ही युद्धपोत और व्यापारी जहाज हमला करके डुबाने की क्षमता रखती है|

रशिया ने पिछले तीन सालों युरोप और अटलांटिक क्षेत्र में अपनी नौसेना की गतिविधियां बढाई है, ऐसा रपट है| अमरिकी अभ्यास गुट ने प्रसिद्ध किये एक रपट में अटलांटिक महासागर क्षेत्र में रशियन पनडुब्बीयों की उपस्थिती सबसे बडा खतरा साबित हो सकती है, यह चेतावनी भी दी गई थी| इस कारण ब्रिटेन की पनडुब्बीकी तैनाती ध्यान आकर्षित करनेवाली घटना साबित होती है|

रशियन नेतृत्त्व ब्रिटेन को कम समजने की गलती ना करे – गुप्तचर प्रमुख की चेतावनी

ब्रिटेन और ब्रिटेन के सहयोगी देशों में किसी भी स्वरूप विध्वंस करने की सोच रहे रशिया या अन्य देश ब्रिटेन की क्षमता कम है, यह सोचने की भूल ना करे, ऐसी कडी चेतावनी ब्रिटेन की गुप्तचर यंत्रणा ‘एसआय६’ के प्रमुख एलेक्स यंगर इन्होंनी दी है| ‘नोविचोक विषप्रयोग’ के मामले में ब्रिटेन ने रशिया के विरोध में की कारवाई के बाद रशिया का सामर्थ्य कम हुआ है, फिर भी उसका खतरा अब भी बरकरार है, यह भी यंगर इन्होंने कहा है|

 

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