अफ़गानिस्तान-पाकिस्तान की ड्युरंड लाईन पर तनाव बढ़ा – तालिबान और तेहरिक के हमलों में पाकिस्तान के १० की मौत

इस्लामाबाद – चमन के सरहदी क्षेत्र में किए हमलों पर तालिबानी मांफी मांगी है, यह दावा पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने किया था। लेकिन, इसमें कुछ ही सच्चाई ना होने की बात सामने आ रही हैं। तालिबान ने चमन सीमा पर पाकिस्तानी सेना पर जारी हमलों की तीव्रता बढ़ाई हैं और गुरूवार को किए हमले में पाकिस्तान का एक सैनिक मारा गया और १५ घायल हुए।

तालिबान और तेहरिकइस हमले के बाद तालिबान के वाहनों का बड़ा काफिला चमन सीमा की ओर बढ़ता वीडियो में देखा जा रहा है। बुधवार को उत्तरी वज़िरीस्तान में तेहरिक ए तालिबान के आतंकियों ने पाकिस्तान सेना पर किए आत्मघाती हमले में नौ सैनिक मारे गए। साथ ही लक्की मारवात क्षेत्र में ‘मजिलीस ए अस्कारी’ नामक आतंकी संगठन ने पाकिस्तानी जासूस को खत्म करने का वीडियो प्रसिद्ध किया है। इसकी वजह से अफ़गानिस्तान में सेना उतारने की तैयारी कर रही पाकिस्तानी सेना के सामने की चुनौतियां बढ़ती दिख रही है।

पिछले कुछ दिनों से अफ़गानिस्तान के स्पिन बोल्दाक-चमन सीमा से पाकिस्तान पहुँच रही पश्तू जनता को छलना शुरू होने की खबरे प्राप्त हो रही हैं। पाकिस्तान की सेना ड्युरंड सीमा विवाद का प्रतिशोध पश्तू जनता से ले रही है, यह आरोप पश्तू नेता ने किया था। ऐसी स्थिति में चार दिन पहले तालिबान ने स्पिन बोल्दाक-चम सीमा पर गोलीबारी एवं मॉर्टर हमला करने से पाकिस्तानी सेना के छह सैनिक मारे गए और १६ घायल हुए। इसके बाद पाकिस्तान की नंबर वन आर्मी कहाँ हैं, ऐसे सवाल गुस्साए पाकिस्तानी नागरिकों ने किया था।

तालिबान और तेहरिकपाकिस्तानी सेना ने इसपर काफी कुछ कहना टाल दिया था। लेकिन, सोशल मीडिया से यह जानकारी सामने आने के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने बाज़ू को संभालने की कोशिश करके तालिबान ने इस मामले में मांफी मांगी है, यह घोषित किया। लेकिन, पाकिस्तान की सरकार और सेना इस मुद्दे पर झुठ बयान करने में व्यस्त होने की बात स्पष्ट हुई है। पाकिस्तानी यंत्रणाओं ने चमन क्षेत्र के अस्पतालों को आपातकाल के लिए तैयार रहने के आदेश दिए हैं। इससे संबंधित खत सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध हुआ हैं। वही गुरुवार को तालिबान ने चमन सीमा पर फिर से हमला किया हैं। इसमें एक सैनिक के मारे जाने की जानकारी अंतरराष्ट्रीय माध्यमों ने साझा की है।

चमन सीमा पर तालिबान ने हमले करना शुरू करने से पहले बुधवार को उत्तरी वजीरिस्तान के सरगरदान क्षेत्र में आतंकी ने किए आत्मघाती विस्फोट में पाकिस्तान के नौ सैनिक मारे गए। तेहरिक ए तालिबान के आतंकी ने यह विस्फोट किया, ऐसा दावा है। लेकिन, तेहरिक ने हमले करना बंद किया है, इसपर पाकिस्तान के कुछ पत्रकार ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इस वजह से पाकिस्तानी सेना को चुनौती दे रही आतंकी संगठन ‘आयएस-खोरासान’ ने ही यह विस्फोट किया होगा, यह संभावना ठुकराई नहीं जा सकती। पिछले हफ्ते आयएस ने पेशावर के घरों के दिवारों पर संदेश लिखकर पाकिस्तान की सरकार और सेना को धमकाया था।

इसी बीच, ‘पाकिस्तान तहफ्फूझ मुवमेंट’ (पीटीएम) नामक पश्तू पार्टी ने चमन सीमा पर पाकिस्तानी सेना के विरोध में काफी बड़े प्रदर्शनों का आयोजन किया था। पाकिस्तानी सेना अल्पसंख्यांक, पश्तू नागरिकों पर अत्याचार कर रही हैं, यह आरोप इन प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहें नेताओं ने किया हैं।

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