अल रैटोन की गिरफ्तारी के बाद मेक्सिको में शुरू हुए ड्रग वॉर में २९ की मौत

मेक्सिको सिटी – पूरे विश्व में जारी नशिले पदार्थों की तस्करी में सबसे बड़े नाम होने वाले ‘अल चैपो’ के बच्चे की गिरफ्तारी होने के बाद मेक्सिको में शुरू हुए संघर्ष में २९ लोग मारे गए हैं। इसमें मेक्सिकन सेना के दस सैनिक और इस गिरोह के १९ सदस्यों का समावेश हैं। इसके बाद मेक्सिको के न्य शहरों में भारी मात्रा में आगजनी शुरू हुई हैं और सड़कों पर सैना की तैनाती की गई है। इससे अल चैपो का गिरोह मेक्सिको और पड़ोसी देशों में अपना प्रभाव अभी भी रखकर हैं, यह स्पष्ट हो रहा हैं।

जोअक्विन गझमन उर्फ अल चैपो का मेक्सिको के सिनालोआ प्रांत में नशिले पदार्थों का बड़ा नेटवर्क हैं। पूरे विश्व में ‘सिनालोआ कार्टल’ के तौर पर जाने जा रहा यह गिरोह अमरीका के २५ प्रतिशत नशिले पदार्थों की तस्करी पर नियंत्रण रखता हैं। कुछ महीने पहले अमरीका ने जारी की हुई जानकारी के अनुसार इन नशिले पदार्थों की तस्करी से सिनालोआ कार्टल हर वर्ष तीन अरब डॉलर्स प्राप्त करता हैं। इसके बलबुते पर अल चैपो ने मेक्सिको में अपनी खुल की निदी सेना खड़ी की हैं।

साल २०१६ में अल चैपो की गिरफ्तारी होने के बाद सिनालोआ कार्टल टूट गिरेगा, ऐसा दावा किया जा रहा था। लेकिन, अल चैपो का बेचा अल रैटोन उर्फ द माऊस ने इस गिरोह पर पूरा कब्ज़ा पाया। पिछले दो सालों में पूरे विश्व में कोरोना की वजह से अर्थव्यवस्था ढ़ह रही थी और ऐसे में सिनालोआ कार्टल ने बड़ी मात्रा में नशिले पदार्थों का व्यापार किया, ऐसा दावा किया जा रहा हैं। पिछले कुछ सालों से अल रैटोन मेक्सिको और अमरीका के निशाने पर होने का दावा किया जा रहा था।

रैटोन विरोधी कार्रवाई करने से पहले मेक्सिको की सरकार ने सिनालोआ प्रांत के साथ देश के अन्य शहरों की सुरक्षा बढ़ाई थी। गुरुवार को रैटोन को गिरफ्तार करने के बाद सिनालोआ प्रांत में तीव्र प्रतिक्रिया सामने आयी। अल चैपो के गिरोह ने मेक्सिको की सेना पर ही हमले करना शुरू किया। सिनालोआ की राजधानी कुलियाकान शहर में बड़ा संघर्ष शुरू हुआ था। इसमें १० सैनिक और सिनालोआ कार्टल के १० सदस्य मारे गए।

इस संघर्ष के बाद कनाड़ा ने अपने नागरिकों को सिनालोआ से दूर रहने की सूचना की हैं। अमरीका ने रैटोन के प्रत्यर्पण की मांग की हैं। लेकिन, मेक्सिको अमरीका की यह मांग ठुकराएगा, यह दावा किया जा रहा हैं।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.