इस्रायल-पैलेस्टिन संघर्ष विस्फोट की कगार पर – संयुक्त राष्ट्रसंघ के विशेष दूत की चेतावनी

न्यूयॉर्क – ‘वेस्ट बैंक में पिछले कुछ महीनों से इस्रायली और पैलेस्टिनी नागरिकों पर हो रहे हमलों में बढ़ोतरी काफी बड़ी चिंता का मुद्दा है। इस्रायल-पैलेस्टिन संघर्ष अब विस्फोट होने की स्थिति में है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने समय के चलते कार्रवाई नहीं की तो आर्थिक, राजनीतिक और सुरक्षा के नज़रिये से इस संघर्ष को काबू करना कठिन होगा’, ऐसी चेतावनी संयुक्त राष्ट्रसंघ ने नियुक्त किए विशेष दूत तोर वेनीसलैण्ड ने दी है। इस्रायल और पैलेस्टिन के बीच रुकी हुई शांतिवार्ता ही इस बढ़ती हिंसा का प्रमुखा कारण होने का दावा वेनीसलैण्ड ने किया।

जेरूसलम पिछले हफ्ते ही दोहरे बम विस्फोट से दहल उठा था। इस विस्फोट में मारे गए दो इस्रायली नागरिकों में १५ वर्ष के बच्चे का समावेश था। वेस्ट बैंक की हमास और इस्लामिक जिहाद का प्रभाव रखने वाले चरमपंथियों ने इन हमलों को अंजाम दिया, ऐसा दावा किया जा रहा था। इसके बाद इस्रायली सुरक्षा यंत्रणाओं ने इसी हमले के मामले में वेस्ट बैंक में कार्रवाई की थी। इस विस्फोट के बाद इस्रायल और वेस्ट बैंक के पैलेस्टिनी नागरिकों ने इस्रायली नागरिकों पर हमलों किए जाने का मुद्दा सामने आया था।

इस वर्ष इस्रायल और वेस्ट बैंक में पैलेस्टिनी नागरिकों के हमलों में अब तक ३० लोग मारे गए हैं, यह दावा संयुक्त राष्ट्रसंघ ने किया है। कुछ महीने पहले इस्रायली पुलिस ने वेस्ट बैंक में आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया था। इसमें १३० पैलेस्टिनी मारे गए और दो हज़ार से अधिक को हिरासत में लिया गया था। इस्रायल ने वेस्ट बैंक में कार्रवाई करने से पूरे विश्व से बयान सामने आ रहे थे।

संयुक्त राष्ट्रसंघ ने पैलेस्टिन के लिए नियुक्त किए हुए विशेषदूत के तोर वेनीसलैण्ड ने इस्रायल और पैलेस्टिनी नागरिकों पर बढते हुए हमलों पर चिंता जताई। इस्रायल, वेस्ट बैंक के हमलों की वजह से कुछ गंभीर बातें सामने आयी हैं, इस पर वेनीसलैण्ड ने ध्यान आकर्षित किया। वेस्ट बैंक में हथियारों का इस्तेमाल बढ़ा है। साथ ही शरणार्थियों के हमलों में भी बढ़ोतरी होने का दावा वेनीसलैण्ड ने किया। इस तरह के मामलों में नागरिकों पर हमले बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे, यह इशारा राष्ट्रसंघ के राजदूत ने दिया।

फिलहाल संघर्ष की वजह से स्थिरता और सुरक्षा के लिए खतरा बढ़ा है और यह किसी के लिए अच्छा नहीं है, ऐसा वेनीसलैण्ड ने कहा। साथ ही गाज़ापट्टी और वेस्ट बैंक में तेज़ी से बढ़ती जनसंख्या भी चिंता की वजह होने का दावा राजदूत वेनीसलैण्ड ने किया। गाज़ा और वेस्ट बैंक की जनतसंख्या जैसे-जैसे बढ़ेगी वैसे-वैसे इस संघर्ष काबू पाना कठिन होता जाएगा, ऐसा वेनीसलैण्ड ने कहा।

ऐसी स्थिति में इस्रायल की नई नेत्यान्याहू सरकार पैलेस्टिनीयों के साथ खंडित शांति वार्ता शुरू करने की कोशिश करेगी, यह विश्वास वेनीसलैण्ड ने व्यक्त किया। साथ ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इस्रायल और पैलेस्टिनीयों के इस संघर्ष का हल निकालने के लिए समय पर कार्रवाई करे, यह आवाहन वेनीसलैण्ड ने किया। वरना आनेवाले समय में आर्थिक, राजनीतिक और सुरक्षा के नज़रिये से इस्रायल-पैलेस्टिनी संघर्ष को काबू करना अधिक कठिन होगा, ऐसी चेतावनी वेनीसलैण्ड ने दी।

इसी बीच, जहाल इस्रायली नेता बेन-ग्वीर को बेंजामिन नेत्यान्याहू की सरकार स्थान मिलेगा, यह अब निश्चित हो चुका है। यह बात पैलेस्टिन के चरमपंथियों के साथ अमरीका के बायडेन प्रशासन को भी मंजूर नहीं है। बेन-ग्वीर को मंत्रीपद ना मिले, इसके लिए बायडेन प्रशासन कोशिश कर रहा है। साथ ही बेंजामिन नेत्यान्याहू जहाल नीति अपनाए बिना पैलेस्टिन से चर्चा करे, इसके लिए बायडेन प्रशासन विभिन्न तरीकों से दबाव डाल रहा है।

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