चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने पूर्व राष्ट्राध्यक्ष को उनकी ‘जगह दिखायी’ – पूरे विश्व के माध्यमों में जोरदार चर्चा

बीजिंग – चीन के राष्ट्राध्यक्ष के पद पर तीसरी बार बागड़ोर संभालने के साथ शी जिनपिंग ने अपने  सभी अधिकारों का अहसास पूरे विश्व को कराया। चीन के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष हू जिंताओ को कम्युनिस्ट पार्टी की बड़ी अहम बैठक से बाहर निकालकर राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने अपनी ताकत दिखाई। पूरे विश्व के माध्यमों में इसकी बड़ी चर्चा हो रही है। जानबूझकर यह बात माध्यमों के सामने लाकर राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने यही साबित करने की कोशिश की है कि, हमें चीन में कोई भी चुनौती नहीं दे सकता।

पांच साल में एक बार आयोजित होने वाली चीन की शासक कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक शनिवार को खत्म हुई। एक हफ्ते तक चली इस बैठक में कम्युनिस्ट पार्टी के संपूर्व अधिकार वाली सेंट्रल कमिटी का चयन किया गया। शी जिनपिंग की बागड़ोर वाली यह सेंट्रल कमिटी रविवार को २५ सदस्यों के पॉलिटिकल ब्युरो का चयन करेगी। यही ब्युरो अगले पांच सालों के लिए चीन की बागड़ोर संभालनेवाले सात लोगों की ‘स्टैन्डिंग कमिटी’ के सदस्यों को नियुक्त करेगी। इसकी वजह से सेंट्रल कमिटी का नेतृत्व कर रहे जिनपिंग ही पॉलिटिकल ब्युरो से खुद की नियुक्ति कराएंगे, ऐसी चर्चा शुरू हुई है।

पिछले सात दिनों की बैठक में जिनपिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी के शेष सारे अधिकार अपने हाथों में कर लिए हैं। इसका नमूना राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने शनिवार को हुई बड़ी गोपनीय बैठक के पहले सत्र के बाद पूरे विश्व को दिखाया। यह बैठक स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय माध्यमों के लिए खुली करने के बाद जिनपिंग के अधिकार कक्षा में रहनेवाले सुरक्षाकर्मियों ने पूर्व राष्ट्राध्यक्ष हू जिंताओ को हाथों से पकड़कर बाहर निकाला।

आम तौर पर कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक की जानकारी साझा करते समय बड़ी सख्त नीति अपनाने वाली कम्युनिस्ट हुकूमत ने जिंताओ पर की गई कार्रवाई का पूरे एक मिनिट का वीडियो चीनी एवं अंतरराष्ट्रीय माध्यमों में वायरल होने दिया। भरी बैठक से जिंताओं को बाहर का रास्ता दिखाने का कम्युनिस्ट पार्टी ने कोई कारण स्पष्ट नहीं किया। इसके ज़रिये जिनपिंग ने देश, विदेश में विरोधियों को इशारा दिया है, ऐसा दावा किया जा रहा है।

इसके बाद जिनपिंग ने पिछले दस सालों से प्रधानमंत्री रहे ली केक्वियांग, पूर्व विदेशमंत्री यांग जिएची, उप-प्रधानमंत्री हान झेंग, कम्युनिस्ट पार्टी के कांग्रेस अध्यक्ष ली झांसू और राजनीतिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष वैंग यांग को भी सत्ता से निकाल दिया है। इनमें से प्रधानमंत्री केक्वियांग और वैंग ने जिनपिंग की नीति पर नाराज़गी व्यक्त की थी। साथ ही वे जिंताओ से नज़दिकियाँ बनाए हुए थे, ऐसा दावा किया जा रहा है।

अपने विरोधियों पर कार्रवाई करने के बाद जिनपिंग ने विदेशमंत्री वैंग ई को बढ़ोतरी देकर सेंट्रल कमिटी में स्थान बहाल किया। इसके अलावा स्टैन्डिन्ग कमिटी के अन्य सदस्यों को जिनपिंग ने कड़ी सुरक्षा के साथ यहां के एक होटल में रखा। जिनपिंग के नियंत्रण वाली सुरक्षा यंत्रणाओं ने कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व सदस्यों के पासपोर्ट जब्त करके कोई भी सदस्य देश से बाहर नहीं जाएगा और हमें चुनौती नहीं दे सकेगा, इसका ध्यान रखा जा रहा है, ऐसी खबरें भी प्राप्त हो रही हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.