ईरान की हुकूमत के ‘अन्त की शुरुआत’ करें – प्रदर्शनकारियों का आवाहन

तेहरान/पैरिस – ईरान की इस्लामिक क्रांति का वृक्ष बड़ा हुआ है और इसे जड़ से उखाड़ने का विचार भी कोई ना करें, ऐसा ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी ने घोषित किया। साथ ही, पश्चिमी देशों के इशारों पर ईरान में हो रहें प्रदर्शनों पर कार्रवाई करने की चेतावनी भी खामेनी ने दी। इससे आगबबुला हुए कुछ नेताओं ने पूरे देश में प्रदर्शनों का ऐलान किया है। इन नये प्रदर्शनों के ज़रिये ईरान की हुकूमत के अन्त की शुरूआत करें, ऐसी गुहार इन नेताओं ने लगायी है।

बीते महीने माहसा अमिनी नामक कुर्द युवति की, ईरानी सुरक्षा यंत्रणा ने की हुई गिरफ्तारी के दौरान संदिग्ध मौत हुई। हिज़ाब सख्ती विरोधी भूमिका अपनाने पर माहसा अमिनी को ईरान की हुकूमत ने शिकार बनाया, ऐसा आरोप लगाकर ईरान में बड़ा प्रदर्शन छिड़ा। स्कूल, कॉलेज की छात्रा एवं युवतियों का बड़ी मात्रा में समावेश होनेवाले इन प्रदर्शनों को ईरान के सभी गुटों का समर्थन प्राप्त हो रहा है। इन समर्थकों में ईरान के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष अली अकबर रफसंजानी की बेटी का भी समावेश था। इसी बीच, ईरान की हुकूमत का सबसे ज़्यादा प्रभाव होनेवाले शहरों में भी हिजाब विरोधी ज़ोरदार प्रदर्शन होने की वजह से, सर्वोच्च नेता खामेनी को झटका लगने का दावा किया जा रहा है।

पिछले चार हफ्तों से जारी इन प्रदर्शनों को कुचलने के लिए, ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌, बसिज मिलिशिया और पुलिस यंत्रणा ने काफी आक्रामक कार्रवाई की। इसमें कम से कम १०८ लोग मारे गए, ऐसा ईरानी माध्यमों का कहना है। लेकिन, ईरानी सुरक्षा यंत्रणा की कार्रवाई से २२४ लोग मारे गए हैं और इनमें से २३ अल्पवयीन छात्र-छात्रा हैं, यह दावा पश्चिमी मानव अधिकार संगठन कर रहा है। इन प्रदर्शनों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पब्लिसिटी प्राप्त ना हो, इसके लिए पिछले कुछ दिनों से ईरान की हुकूमत ने प्रमुख शहरों की इंटरनेट सुविधा बंद रखी है।

इस वजह से, पिछले दो दिनों से ईरान के इन प्रदर्शनों की जानकारी ठीक से सामने नहीं आयी थी। ऐसें में ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी ने शुक्रवार को देशवासियों को संबोधित करते हुए, हमारी हुकूमत नहीं गिरेगी, ऐसा ड़टकर कहा। साथ ही, अपने देश में हो रहें दंगों के लिए अमरीका और इस्रायल ज़िम्मेदार हैं, यह आरोप भी खामेनी ने लगाया। ईरान के शत्रु देशों के इशारों पर हिंसा भड़कानेवाले दंगाइयों पर कार्रवाई करने का ऐलान भी खामेनी ने किया।

इसके बाद ईरान के सैनिक छात्राओं पर कर रहें अत्याचार के वीडियोज्‌‍ भी सामने आने की वजह से आम ईरानी नागरिकों में गुस्सा उमड़ा है। ईरान की हुक़ूमत ने, इन वीडियोज्‌‍ में देखें गए सैनिकों पर कार्रवाई करने का ऐलान किया। लेकिन, इससे गुस्साएँ कुछ नेताओं ने ईरान की हुकूमत के विरोध में पूरे देश में प्रदर्शन करने की गुहार लगायी है। ईरान की हुकूमत के अन्त की शुरुआत करने के लिए हर एक ईरानी नागरिक सड़क पर उतरकर इन प्रदर्शनों में शामिल हो, ऐसा इन नेताओं ने कहा है।

इसी बीच, अगले कुछ घंटों में युरोपीय महासंघ ईरान की हुकूमत पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई कर सकता है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने भी ईरान पर प्रतिबंध लगाने के संकेत दिए हैं। पश्चिमी देशों ने अगर ईरान पर प्रतिबंध लगाएँ, तो इसका सीधा असर दोनों की जारी परमाणु समझौते की बातचीत पर होगा, ऐसा दावा किया जा रहा है।

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