देश में कोरोनावायरस के कारण मृतकों की संख्या ३५ -मरीज़ों की संख्या १४०० से अधिक

नयी दिल्ली, दि. ३१ (वृत्तसंस्था) – देश में कोरोनावायरस के संक्रमण में मृत हुए लोगों की संख्या ३५ पर पहुँच गयी होकर, मरीज़ों की संख्या १४०० से अधिक हो गयी है। एक दिन में मरीज़ों की संख्या में ३०० से अधिक लोगों की वृद्धि हुई। इसमें सर्वाधिक खराब स्थिति महाराष्ट्र में है। राज्य के कोरोनावायरस से संसर्गित मरीज़ों की संख्या ७२ से बढ़कर ३०२ हुई है। उसके बाद तमिलनाडू में चौबीस घंटों में सर्वाधिक ५७ नये मरीज़ दर्ज़ हुए हैं।

देश में कोरोनावायरस के मरीज़ों की संख्या में सोमवार और मंगलवार इन दो दिनों में बड़ी वृद्धि दिखायी दी है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने, देश में इस संक्रमण के १,२५१ मरीज़ दर्ज़ हुए होने की जानकारी दी। चौबीस घंटों में २२७ नये मरीज़ पाये गए, ऐसा उन्होंने माध्यमों के साथ बात करते हुए स्पष्ट किया। कुछ लोगों ने कोरोनावायरस का संक्रमण होने की जानकारी छिपायी होने के कारण एक दिन में इतने मरीज़ सामने आये। नागरिकों से सहयोग ना मिल पाने के कारण इस संक्रमण के मरीज़ों की संख्या बढ़ रही है, ऐसा अग्रवाल ने अधोरेखित किया।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी हुई इस जानकारी के बाद भी देश में विभिन्न राज्यों में मरीज़ों की संख्या बढ़ने की जानकारी सामने आयी। इसके अनुसार देश में इस संक्रमण के कुल मरीज़ों की संख्या १४०० से आगे गयी है। महाराष्ट्र में मंगलवार दोपहर तक २३० होनेवाली मरीज़संख्या शाम तक ७२ से बढ़कर ३०२ हो गयी। मंगलवार को पाये गये मरीज़ों में से ५९ मरीज़ अकेली मुंबई में पाये गये हैं। साथ ही, नगर ज़िले में तीन, पुणे, ठाणे, वसई-विरार, नयी मुंबई और कल्याण-डोंबिवली में प्रत्येकी दो-दो मरीज़ पाये गये। निजी अस्पतालों में ईलाज़ करानेवालों के रिपोर्ट मिलने के कारण मरीज़ों की संख्या बढ़ी है, ऐसा कहा जाता है।

इस संक्रमण के अचानक बढ़े हुए मरीज़ों की पार्श्वभूमि पर, मुंबई में अब फ़्लाईंग स्क्वाड्स् तैयार किये होकर, घर घर में जाकर जाँच की जानेवाली है। साथ ही, कोरोनाविरोधी जंग का यह निर्णायक पड़ाव होकर कृपया घर से बाहर ना निकलें, ऐसा आवाहन राज्य सरकार द्वारा किया गया।

महाराष्ट्र के बाद, मरीज़ संख्या में एक दिन में सर्वाधिक वृद्धि तमिलनाडू में हुई है। यहाँ एक दिन में ५७ नये मरीज़ पाये गए हैं, वहीं दिल्ली में एक दिन में ३५ नये मरीज़ दर्ज़ हुए हैं।
दो हफ़्ते पहले दिल्ली के निजाममुद्दीन में एक धार्मिक कार्यक्रम में लगभग तीन हज़ार लोगों का जमावड़ा इकट्ठा हुआ था। इनमें ३०० से अधिक लोग विदेशों से आये थे। इनमें से कुछ लोग कोरोनाग्रस्त होने का शक़ जताया जा रहा है।

दिल्ली सरकार ने जमावबंदी, उसके बाद लॉकडाऊन घोषित करने के बाद भी यह जमाव यहीं पर था। साथ ही, प्रधानमंत्री ने देशभर लॉकडाऊन घोषित करने के बाद भी तक़रीबन १५०० लोग इस कार्यक्रम के स्थान में ही वास्तव्य कर रहे थे। कोरोनावायरस का संक्रमण फ़ैलते समय यहाँ पर अक्षम्य ग़ैरज़िम्मेदाराना बर्ताव किया गया, ऐसा आरोप हो रहा है। सोमवार को यह बात सामने आने के बाद यह कार्यक्रमस्थल खाली कर दिया गया। यहाँ से लगभग १५०० लोगों को बाहर निकालकर अलग रखा गया है। इनमें से ४४१ लोगों में कोरोना के लक्षण दिखायी दिये होने की जानकारी दिल्ली सरकार ने दी है। यहाँ टेस्ट किये हुए मरीज़ों में से ३० लोग अब तक पॉझिटिव्ह पाये गए हैं।

इसी कार्यक्रम में सहभागी हुए १० लोगों की गत तीन दिनों में कोरोना के कारण मृत्यु हुई है। इनमें से ६ लोग तेलंगणा से हैं; वहीं, एक जम्मू कश्मीर का है। दिल्ली, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडू, तेलंगणा के साथ साथ अन्य कुछ राज्यों से भी इस कार्यक्रम में नागरिक सहभागी हुए थे। इस कारण ये राज्य भी हाय अलर्ट पर हैं। तमिलनाडू में अचानक बढ़ी हुई मरीज़संख्या को इसी के साथ जोड़कर देखा जा रहा है। वैसे ही, इस कार्यक्रम में सहभागी हुए और वहाँ से दूसरे राज्यों में गए लोगों की भी खोज जारी है।