इस्रायल के विदेश मंत्री एली कोहेन भारत दौरे पर

नई दिल्ली – इस्रायल के विदेश मंत्री एली कोहेन भारत पहुंचे हैं और उन्होंने भारत के विदेश मंत्री एस.जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के व्यापार, निवेश, रक्षा एवं कृषि क्षेत्र के सहयोग पर प्रमुखता से चर्चा होने की बात कही जा रही है। भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौता करने के लिए इस्रायल उत्सूक होने का बयान विदेश मंत्री कोहेन ने इस दौरान किया। ऐसे में भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने यह कहा कि, इस्रायल के विदेश मंत्री से हुई चर्चा सफल हुई।

पैलेस्टिन के गाज़ापट्टी से इस्रायल पर हमले होने के कारण बढ़े तनाव की पृष्ठभूमि पर इस्रायल के विदेश मंत्री के भारत दौरे के कार्यक्रम का अवधि कम किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा करने के बाद हम स्वदेश लौटेंगे, यह विदेश मंत्री एली कोहेन ने स्पष्ट किया।
‘कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज्‌’ (सीआईआई) के समारोह में बोलते समय इस्रायली विदेश मंत्री ने भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौता करने की अहमियत रेखांकित की। भारत और इस्रायल एक-दूसरे के स्पर्धक नहीं, बल्कि एक-दूसरे के सहायक देश हैं, यह दावा एली कोहेन ने किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करते समय हम दोनों देशों के मुक्त व्यापारी समझौते पर प्रमुखता से चर्चा करेंगे, ऐसा कोहेन ने कहा। भारत आने से पहले ‘पीटीआई’ को दिए साक्षात्कार मे भी इस्रायली विदेश मंत्री ने द्विपक्षीय व्यापार के लिए बड़े अवसर होने का बयान किया है। भारत और इस्रायल के द्विपक्षीय संबंधों के ३० वर्ष पूरे हुए हैं। वर्ष १९९२ में भारत-इस्रायल द्विपक्षीय व्यापार मात्रा २० करोड़ डॉलर्स था। लेकिन, पिछले वित्तीय वर्ष में यही व्यापार अब ७.८६ अरब डॉलर्स तक पहुंचा हैं, इसपर कोहेन ने धअयान आकर्षित किया। मुक्त व्यापारी समझौते के बाद दोनों के व्यापार में बड़ी बढ़ोतरी होगी, यह विश्वास एली कोहेन ने व्यक्त किया है। साथ ही भारत, अमरीका, यूएई और सौदी अरब मिलकर खाड़ी क्षेत्र में रेलवे सेवा स्थापित करने की तैयारी में होने का इस्रायली विदेश मंत्री ने स्वागत किया।
खाड़ी क्षेत्र में इस रेलवे की वजह से भारतीय उत्पाद इस्रायल के हैफा बंदरगाह पर बड़ी आसानी से पहुंच सकेंगे, यह दावा कोहेन ने किया। इस्रायल, खाड़ी देश और भारत मिलकर पूर्व के देशों के लिए भी राजमार्ग शुरू करेंगे, यह हमारा विचार है ऐसा एली कोहेन ने आगे कहा। वर्ष २०१७ में भारत के प्रधानमंत्री मोदी इस्रायल दौरे पर गए थे। इसके बाद वर्ष २०१८ में इस्रायल के प्रधानमंत्री ने भारत का दौरा किया। इससे दोनों देशों के सहयोग को नई उंचाई प्राप्त हुई और दोनों देशों की मित्रता अधिक मज़बूत हुई, यह दावा कोहेन ने किया। इस वर्ष के अन्त तक इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू फिर से भारत का दौरा कर रहे हैं। इससे दोनों देशों का सहयोग अधिक व्यापक होगा, ऐसा दावा विदेश मंत्री कोहेन ने किया है।

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