अमरीका ‘युनिवर्सल जेनेटिकली इंजिनियर्ड बायोवेपन’ बना रही है – रशियन संसद की रपट का दावा

मास्को/वॉशिंग्टन – सिर्फ मानव जमात पर ही नहीं बल्कि, अमरीका पशुओं और फसलों पर भी घातक असर करने वाले ‘युनिवर्सल जेनेटिकली इंजिनियर्ड बायोवेपन’ का निर्माण कर रही है। शत्रु का भारी मात्रा में और कभी भी मिटा नहीं सकते ऐसा नुकसान करना ही इस जैव अस्त्र बनाने के पीछे की मंशा है, ऐसा सनसनीखेज दावा रशियन संसद की रपट में किया गया है। अमरीका द्वारा यूक्रेन में चलाई जा रही जैव लैब्ज्‌ और वहां के प्रयोगों की जानकारी खंगालने के बाद यह जानकारी सामने आयी है, ऐसा रशिया की संसदीय समिती ने कहा है।

यूक्रेन पर हमला करने के कुछ दिन बाद रशिया ने यूक्रेन में स्थित अमरिकी बायोलैब्ज का मुद्दा उठाया था। अमरिकी रक्षा विभाग से यूक्रेन में २६ जैव लैब्ज चलाए जा रहे हैं। इस पर अमरीका का सीधा नियंत्रण है और कोरोना के साथ अन्य कई घातक विषाणुओं के अलावा अन्य कई घातक विषाणुओं पर वहां प्रयोग हो रहा है, ऐसा आरोप रशिया ने लगाया था। यूक्रेन में सैनिक एवं आम नागरिकों पर विषाणुओं के प्रयोग किए जा रहे हैं, ऐसा रशिया ने कहा है।

इन लैब्ज से अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन का बेचा हुआ हंटर बायडेन के ताल्लुकात का दावा भी रशिया ने किया था। यूक्रेन के सांसदों ने अमरिकी लैब्ज पर आपत्ति जताने का मुद्दा भी रशिया ने चर्चा में लाया था। इसकी जानकारी एवं सबूत अंतरराष्ट्रीय यंत्रणाओं के साथ विभिन्न बैठकों में पेश किए गए थे। पिछले वर्ष सितंबर में जिनेवा में ‘बायोलॉजिकल वेपन्स कन्वेन्शन’ की बैठक हुई। इसमें रशिया ने कई सबूत पेश करते हुए अमरीका और यूक्रेन साझा कर रहे जानकारी पर सवाल उठाए थे।

लेकिन, यूक्रेन और अमरीका ने रशिया द्वारा लगाए गए आरोप ठुकराए हैं। अमरीका के लैब्ज्‌ कार्यरत हैं और वहां पर घातक विषाणू या महामारी पर संशोधन होने की बात यूक्रेन ने ठुकरायी थी। अमरीका ने यह कबूल किया है, फिर भी जैव हथियारों से संबंधित दावे उठकराए गए थे। रशिया द्वारा दी जा रही जानकारी दुष्प्रचार का हिस्सा होने का बयान अमरीका और यूक्रेन ने किया था। इस पृष्ठभूमि पर रशिया की संसदीय समिती द्वारा की गई जांच और इसके अनुमान ध्यान आकर्षित रहे हैं।

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