नॉर्ड स्ट्रीम के विस्फोटों के मुद्दे पर सुरक्षा परिषद में होगी चर्चा

न्यूयॉर्क – पिछले साल सितंबर महीने में नॉर्ड स्ट्रीम ईंधन पाईपलाईन में हुए विस्फोटों के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में चर्चा होगी। रशिया ने ही इस चर्चा की मांग की थी। नॉर्ड स्ट्रीम में हुए विस्फोट के मुद्दे पर रशिया और पश्चिमी देशों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए हैं। इस पृष्ठभूमि पर रशिया ने स्वतंत्र जांच की मांग की है।

पुलित्झर पुरस्कार विजेता अमरिकी पत्रकार हर्श ने पिछले हफ्ते अपनी वेबसाईट पर एक लेख जारी किया। ‘हाऊ अमरीका टुक आउट द नॉर्ड स्ट्रीम पाईपलाईन’ नामक इस लेख में उन्होंने यह पोल खोल की थी कि, अमरिकी यंत्रणाओं ने नॉर्वे के साथ अन्य नाटो देशों की सहायता से ‘नॉर्ड स्ट्रीम पाईपलाईन’ को नुकसान पहुंचाया। बायडेन प्रशासन ने उनके इन दावों को ठुकराया हैं और हर्श का लेख यानी महज ‘फिक्शन’ बताया है।

रशिया ने इस लेख में किए दावों को आधार बनाकर सुरक्षा परिषद में चर्चा करने की मांग उठायी थी। सितंबर २०२२ के आखिरी हफ्ते में रशिया और यूरोपिय देशों के बीच स्थापित ‘नॉर्ड स्ट्रीम’ ईंधन पाइप लाइन से रहस्यमय पद्धती से ईंधन का रिसाव होता देखा गया था। इस मामले में नाटो और यूरोपिय महासंघ ने रशिया पर आरोप लगाया था। तब, रशिया ने इसके पीछे अमरीका का ही हाथ होने का आरोप लगाया था। यूरोप ने इस मामले की गहराई से जांच करना तय किया तो इसमें अमरीका को भी संदिग्ध के तौर पर शामिल करे, यह मांग भी रशिया ने की थी। 

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