यूक्रेन का जवाबी हमलों का अभियान यानी ‘मिडल-अर्थ’ की जंग नहीं- यूक्रेन के वरिष्ठ सलाहकार का दावा

किव-‘रशिया और यूक्रेन के बीच शुरू संघर्ष यानी हॉलिवूड की फिल्म नहीं है। जब भी यूक्रेन के जवाबी हमलों के अभियान को लेकर बात होती है, तब यह घटना रशिया के पतन का कारण बनेगा या यूक्रेन को कुछ भी हासिल नहीं होगा, ऐसे दावे किए जाते हैं। कई बार तो किसी हॉलिवूड फिल्म की कथा की तरह इस अभियान को दिखाया जाता है। जवाबी हमलों का अभियान यानी ‘मिडल-अर्थ’ के लिए शुरू बड़ी जंग हैं और गोंडोर की जंग सब कुछ तय करेगी, ऐसा कहा जा रहा है। लेकिन, ऐसा कुछ भी नहीं होगा’, इन शब्दों में यूक्रेन के वरिष्ठ सलाहकार मिखाईल पोडिलिआक ने जवाबी हमलों का अभियान युद्ध का निर्णायक मोड़ नहीं होगा, इसपर ध्यान आकर्षित किया।
पिछले कुछ महिनों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूक्रेन के ‘स्प्रिंग काउंटरऑफेन्सीव’ के मुद्दे पर उल्टी पुल्टी चर्चा हो रही है। पिछले साल राजधानी किव एवं खार्किव से रशियन सेना को पीछे हटने के लिए यूक्रेन ने मज़बूर किया था। इसके बाद रशियया दक्षिण के खेर्सन शहर से भी अपनी सेना हटाई थी। इसी तर्ज पर यूक्रेनी सेना रशिया पर जोरदार हमले करके दक्षिण यूक्रेन के हिस्सों पर एवं क्रिमिया पर कब्ज़ा पाएगी, ऐसे दावे किए जा रहे हैं।
इसी ‘स्प्रिंग काउंटरऑफेन्सिव’ का मुद्दा उठाकर यूक्रेन ने पश्चिमी देशों से भारी मात्रा में हथियार प्राप्त किए हैं। इसमें टैंक, तोप, मिसाइलें, रॉकेटस्‌‍ और लड़ाकू विमानों का भी समावेश हैं। अमरीका और नाटो सदस्य देशों ने यूक्रेन के हज़ारों सैनिकों को प्रशिक्षीत भी किया है। हथियारों का नया भंड़ार और प्रशिक्षित सैनिकों की सहायता से यूक्रेन यकिनन रशिया ने कब्ज़ा किए क्षेत्र पर हमले करेगी, यह चित्र दिखाया गया है। मई महीने में यूक्रेन के हमले शुरू होंगे, ऐसी संभावना पश्चिमी देशों के साथ यूक्रेन एवं रशिया के कुछ अधिकारी और माध्यमों ने जताई थी।
लेकिन, वास्तव में यूक्रेन के नियोजित जवाबी हमले अभी तक शुरू होने के आसार भी दिखाई नहीं दिए हैं। उल्टा फिलहाल रशिया के विरोध में विभिन्न इलाकों में शुरू जंग को ही यूक्रेन जवाबी हमले बता रहा हैं। रशिया में किए जा रहे ड्रोन हमले एवं बाखमत और दक्षिण यूक्रेन में यूक्रेनी दल रशिया को पहुंचा रहे नुकसान को भी यूक्रेनी अधिकारी जवाबी हमले बता रहे हैं। इसी पृष्ठभूमि पर राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर झेलेन्स्की के सलाहकार पोडोलिआक ने किया बयान ध्यान आकर्षित कर रहा है।
पोडोलिआक ने किया ‘मिडल-अर्थ’ और ‘गोंडोर’ का ज़िक्र ब्रिटीश लेखक जे.आर.आर.टोल्किन के ‘लॉर्ड ऑफ द रिंग्ज’ उपन्यास में पाया जाता है। इसमें ‘मिडल-अर्थ’ के लिए हुई जंग निर्णायक युद्ध के तौर पर दिखाया गया है। उपन्यास में यह दिखाया गया हो, लेकिन यूक्रेन के जवाबी हमलों का अभियान वास्तव में वैसा नहीं होगा, इसका अहसास यूक्रेन के वरिष्ठ सलाहगार ने कराया है। इस वजह से रशिया एवं यूरोप के विश्लेषक यूकेन के अभियान को लेकर जताई आशंका की पुष्टि होती दिख रही है।
यूक्रेन के सलाहकार जवाबी हमलों के अभियान से जुड़ी सच्चाई का अहसास करा रहे हैं तभी अमरिकी विदेश मंत्री ने विरोधी बयान करके ध्यान आकर्षित किया है। ‘पिछले १४ महीनों में रशिया ने कब्ज़ा किए क्षेत्र को दुबारा हासिल करने की क्षमता यूक्रेन रखता है। जवाबी हमले कामयाब करने के लिए आवश्यक हथियार और प्रशिक्षण यूक्रेन को दिया गया है। उन्होंने उचित योजना भी तैयार की है’, ऐसा दावा अमरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन ने किया है।

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