ब्रिटेन ने चीन के राजदूत को समन्स थमाया

लंदन – उइगरवंशियों के मानव अधिकारों का उपस्थित करनेवाले ब्रिटीश सांसद, विश्‍लेषक और अभ्यासगुटों पर प्रतिशोध की भावना से प्रतिबंध लगानेवाले चीन के राजदूत को ब्रिटेन ने समन्स थमाया हैं। चीन की यह कार्रवाई अन्य देशों के लिए और सांसदों के लिए इशारा होने का बयान ब्रिटेन की सांसद नुसरत गनी ने हाल ही में किया था। इसी बीच, ब्रिटेन के बाद चीन ने कनाड़ा के सरकारी अफसरों पर भी प्रतिबंधों का ऐलान किया है।

ब्रिटेन ने चीन के राजदूत को समन्स थमायाअमरीका, यूरोपिय महासंघ और ऑस्ट्रेलिया के साथ ब्रिटेन ने कुछ दिन पहले ही उइगरवंशियों के मुद्दे पर चीन विरोधी कार्रवाई का ऐलान किया था। ब्रिटेन ने सोमवार के दिन चीनी अफसरों पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई की थी। अमरीका, ब्रिटेन और मित्रदेशों ने एकसाथ की हुई कार्रवाई से चीन के नेताओं को जोरदार झटका लगा था। इस वजह से तिलमीलाए हुए चीन ने झिंजियांग और उइगरवंशियों के अधिकारों का मुद्दा उठा रहे देशों के नेताओं पर प्रतिबंध लगाना शुरू किया है।

चीन ने प्रतिबंधित किए लोगों की सूचि में ब्रिटेन के सांसद सर इयान डंकन स्मिथ, टॉम ट्युगेंडहैट, नील ओब्रायन, टिम लॉटन और नुसरत गनी का समावेश है। इसके साथ ही ब्रिटेन के वरिष्ठ न्याय विशेषज्ञों के साथ नौं अफसर और चार ब्रिटिश अभ्यासगुटों पर प्रतिबंध लगाए हैं। चीन की इस कार्रवाई पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने गुस्सा जताया। साथ ही चीन ने प्रतिबंधित किए सांसद और विश्‍लेषकों के पीछे ब्रिटेन की सरकार ड़टकर खड़े होने का ऐलान प्रधानमंत्री जॉन्सन ने किया।

ब्रिटेन ने चीन के राजदूत को समन्स थमायाइसी बीच ब्रिटेन ने शुक्रवार के दिन चीन के राजदूत लियू शियाओमिंग को समन्स थमाया। शियाओमिंग बीते ११ वर्षों से ब्रिटेन में चीन के राजूदत हैं। जनवरी में ही उनका कार्यकाल पूरा हुआ और उनके स्थान पर झेंग झेगुआंग की नियुक्ति हुई है। लेकिन झेगुआंग ने अपने पद का ज़िम्मा अभी स्वीकारा नहीं है और शियाओमिंग ही ब्रिटेन में चीन के दूतावास का भार संभाल रहे हैं।

ब्रिटेन के बाद चीन ने शनिवार के दिन अमरीका और कनाड़ा के नेताओं पर प्रतिबंधों लगाए। इसमें अमरीका की ‘कमिशन ऑन इंटरनैशनल रिलिजिअस फीड़म’ गुट के अध्यक्ष गेल मैचिन और उपाध्यक्ष टोनी पर्किन्स का समावेश है। कनाड़ा के सांसद और कनाड़ा की विदेश नीति समिती के उप-प्रमुख मायकल चाँग के खिलाफ भी चीन ने प्रतिबंध लगाए हैं।

झिंजियांग प्रांत के उइगरवंशियों के मानव अधिकारों पर आवाज़ उठानेवालों के खिलाफ चीन ने शुरू की हुई कार्रवाई अन्य जनतांत्रिक देशों को नींद से जगानेवाला इशारा है, ऐसा बयान ब्रिटीश सांसद गनी ने किया है। हमारे खिलाफ बात की तो आपको मुश्‍किलों से घेरेंगे, ऐसी धमकी चीन इन प्रतिबंधों के माध्यम से दे रहा है, ऐसा गनी ने ब्रिटिश समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार के दौरान कहा।

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