इस्रायली नागरिकों पर हमला करने की साज़िश को तुर्की ने किया नाकाम

अंकारा – इस्तंबूल और अन्य शहरों में इस्रायली नागरिकों पर हमले करने की बड़ी साज़िश तुर्की की सुरक्षा यंत्रणाओं ने नाकाम की है। इस मामले में पांच ईरानी नागरिकों को हिरासत में लेने की जानकारी तुर्की ने साझा की है। इस्रायल के विदेशमंत्री तुर्की के दौरे पर पहुँचने से पहले यह कार्रवाई की गई। इस्रायल ने तुर्की की इस कार्रवाई का स्वागत किया है। इस दौरान ईरान ने तुर्की और इस्रायल के यह आरोप ठुकराए है।

दूसरे देशों में पर्यटन के लिए पहुँचे इस्रायली नागरिकों पर हमले करने की बड़ी साज़िश ईरान ने की है, ऐसा आरोप इस्रायल ने लगाया था। इसके बाद यूएई, बहरीन समेत खाड़ी के अन्य देशों में मौजूद इस्रायली नागरिकों को सावधानी बरतने की सूचना इस्रायल ने की थी। इसके साथ ही तुर्की पहुंए अपने नागरिकों को इस्रायल ने शीघ्रता से स्वदेश लौटने के आदेश दिए थे। इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने ईरान को हमले करने की बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, ऐसी चेतावनी दी थी।

इससे पहले तुर्की ने इस्रायली उद्यमी पर हमला करने की साज़िश नाकाम की थी। बुधवार को तुर्की की सुरक्षा यंत्रणाओं ने इस्तंबूल शहर में स्थित तीन घर और एक होटल पर कार्रवाई करके पांच ईरानी नागरिकों को हिरासत में लिया, ऐसा तुर्की की यंत्रणाओं ने कहा। उनसे दो पिस्तौल बरामद होने की बात भी तुर्की ने कही है।

इस्रायल के पूर्व राजनीतिक अधिकारी और उनके परिवार हमलावरों के निशाने पर थे। इस कार्रवाई के बाद इस्रायल के विदेशमंत्री लैपिड ने तुर्की का दौरा किया। इस्रायल के विदेशमंत्री ने तुर्की के विदेशमंत्री मेवलूत कावुसोग्लू से मुलाकात करके ईरान की साज़िश नाकाम करने पर आभार जताया। ईरान को कैसे जवाब देना है, यह तुर्की अच्छी तरह से जानता है, ऐसी टिपणी इस्रायल के विदेशमंत्री ने की।

लेकिन, तुर्की और इस्रायल के आरोप हास्यास्पद होने का बयान करके इसमें थोड़ी भी सच्चाई ना होने का बयान ईरान ने किया है। तुर्की की कथित साज़िश में हमारा कोई संबंध ना होने की बात ईरान के विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट की। इस दौरान इस्रायल के इशारों पर तुर्की  अब ईरान के विरोध में खड़ा हुआ, ऐसी आलोचना ईरानी माध्यम व्यक्त कर रहे हैं।

इसी बीच ईरान विरोधी कार्रवाई के बाद इस्रायल और तुर्की ने राजनीतिक स्तर का सहयोग पुनःस्थापित करने का ऐलान किया। इसके अनुसार जल्द ही दोनों देशों में दूतावास शुरू होंगे, यह जानकारी तुर्की के विदेशमंत्री ने साझा की। साल २०१० में तुर्की ने इस्रायल में अपना दूतावास बंद करके राजदूत को वापस बुलाया था। इसके बाद दोनों देशों के संबंध बिगड़े थे। लेकिन, आर्थिक संकट में फंसने की वजह से तुर्की ने अपनी विदेश नीति में यू-टर्न लेकर इस्रायल तथा अरब देशों से नए से सहयोग स्थापित करने के लिए तेज़ कदम उठाए हैं। तो, उसी मात्रा में तुर्की और ईरान के संबंध बिगड़ते जा रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.