तालिबान ने ‘आयएस’ का खुफिया अड्डा ध्वस्त किया – आयएस ने तालिबान को हमले करने की धमकी दी

इस्लामाबाद – अफगानिस्तान की तालिबानी हुकूमत ने राजधानी काबुल में कार्रवाई करके ‘आयएस-खोरासान’ के तीन आतंकवादियों को मार गिराया। पिछले कुछ दिनों से सौदी अरब, भारत, चीन के दूतावास पर हमले करने की धमकी देने वाली आयएस का खुफिया अड्डा इस कार्रवाई में नष्ट करने का ऐलान तालिबान ने किया। लेकिन, इसके कुछ ही घंटे बाद आयएस के आतंकवादियों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करके तालिबान को धमकाया है। ‘आप किसको बचाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें और आपको भी हम मार देंगे’, ऐसी धमकी आयएस ने दी है।

आयएस ने पिछले हफ्ते अफ़गानिस्तान में स्थित सौदी अरब, यूएई, भारत और चीन के दूतावास पर हमले करने की, उनके कर्मचारियों को लक्ष्य करने की धमकी दी थी। इसके बाद सौदी और यूएई ने शीघ्रता से अपना दूतावास बंद करके अपने कर्मचारियों के अफ़गानिस्तान से बाहर निकाला था। तालिबानी हुकूमत में अफ़गानिस्तान की इस सुरक्षा स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने रपट जारी करके चिंता जताई थी। तालिबान ने अफ़गानिस्तान में हुकूमत स्थापीत करने के साथ ही इस देश में सुरक्षा व्यवस्था कमज़ोर हुई है, ऐसा राष्ट्र संघ ने कहा था।

आयएस, अल कायदा, तेहरिक ए तालिबान एवं ईस्ट तुर्कीस्तान इस्लामिक मुवमेंट, इस्लामिक मुवमेंट ऑफ उझबेकिस्तान, खातबा अल तवहीद वल जिहाद, जमात अन्सरुल्लाह और अन्य आतंकी संगठन अफ़गानिस्तान में आज़ाद घुम रहे हैं। इन आतंकी संगठनों पर तालिबान का नियंत्रण ना होने की आलोचना अपनी रपट में की थी। मध्य एवं दक्षिण एशिया को होने वाले आतंकवाद के खतरे का मुख्य स्रोत अफ़गानिस्तान होने का बयान संयुक्त राष्ट्र संघ ने किया था।

ऐसे में तालिबान का अफ़गानिस्तान पर नियंत्रण ना होने का लाभ उठाकर आतंकवादी संगठन आयएस अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा करने की कोशिश में होने की चेतावनी अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों ने दी थी। इसी के लिए तालिबान के पीछे खड़े रहे और तालिबान से मेल कर रहे देशों के अफ़गानिस्तान में मौजूद हितसंबंधों को आयएस लक्ष्य कर रही हैं, इसपर अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों ने ध्यान आकर्षित किया था। पिछले साल काबुल में रशिया के दूतावास पर हुआ आतंकी हमला इसी का उदाहरण है, ऐसा विश्लेषकों का कहना है।

ऐसी स्थिति में तालिबान की सुरक्षा यंत्रणा ने सोमवार को राजधानी काबुल के कर्ते ए नौ इलाके में आयएस के ठिकाने पर छापा किया। इस दौरान हुई कार्रवाई में आयएस के तीन आतंकवादी मारे गए। इनमें विदेशी आतंकी भी थे, यह जानकारी तालिबान का प्रवक्ता झबिहुल्ला मुजाहिद ने प्रदान की। आयएस का यह सबसे अहम अड्डा था। इसी अड्डे से आयएस ने राजधानी काबुल में कई हमले किए थे, यह भी मुजाहिद ने माध्यमों से सहा।

तालिबान की इस कार्रवाई के कुछ ही घंटे बाद आयएस ने ४८ मिनिट्स का वीडियो जारी किया। अंग्रेजी और पश्तू भाषा के इस वीडियो में आयएस के आतंकवादियों ने तालिबान एवं तालिबान के समर्थक देशों पर हमला करने की धमकी दी है। अफ़गानिस्तान की सहायता के लिए रशिया में आयोजित सुरक्षा बैठक के बाद आयएस ने यह धमकी जारी की है, इसपर भी विश्लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

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