तुर्की के इस्तंबूल में हुए बम विस्फोट में छह की मौत – कुर्दवंशियों की ‘पीकेके’ संगठन पर तुर्की का शक

अंकारा – तुर्की के इस्तंबूल शहर में रविवार को हुए बम विस्फोट में छह लोग मारे गए और ८१ घायल हुए। राष्ट्राध्यक्ष रेसेप तय्यीप एर्दोगन ने इसे आतंकी हमला बताया है और तुर्की की सुरक्षा यंत्रणाओं ने इस हमले के लिए ‘कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी’ (पीकेके) संगठन पर शक व्यक्त किया है। तुर्की की सुरक्षा यंत्रणाओं ने इस मामले में अबतक ४६ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पिछले कुछ दिनों से तुर्की ने इराक, सीरिया में कुर्दों के ठिकानों पर हमले किए हैं। इसपर ‘पीकेके’ की यह प्रतिक्रिया होने का दावा किया जा रहा है।

इस्तंबूल शहर के तक्सीम चौक के करीबी इस्तीलाल मार्ग पर रविवार दोपहर फ्रेंच दूतावास से ३०० मीटर दूरी पर यह विस्फोट हुआ। इसके बाद गोलीबारी की आवाज़ सुनाई दिए, ऐसा प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है। लेकिन, हादसे की जगह पर गोलीबारी होने के किसी भी तरह के सबूत पाए नहीं गए। इस विस्फोट के मामले मे ‘सीसीटीव्ही फूटेज’ देखकर तुर्की की सुरक्षा यंत्रणा ने रविवार शाम ही इससे संबंधित संदिग्ध को हिरासत मे लेने का ऐलान किया। तुर्की की यंत्रणाओं ने इस संदिग्ध की जानकारी देना टाल दिया है और इस हमले के लिए ‘कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी’ (पीकेके) को ज़िम्मेदार बताया है।

तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने इसे आतंकी हमला बताकर इस विस्फोट के पीछे महिला होने की आशंका जताई। साथ ही हमले के लिए ज़िम्मेदार गुटों पर सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी भी तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने दी। इसके बाद एर्दोगन ‘जी २०’ की बैठक के लिए बाली रवाना हुए। तुर्की के गृहमंत्री एवं अन्य यंत्रणाओं ने इस हमले के लिए ‘पीकेके’ पर आरोप लगाया है। इस विस्फोट के बाद तुर्की की यंत्रणाओं ने दुष्प्रचार रोकने के लिए कुछ घंटे के लिए सोशल मीडिया पर पाबंदी लगाई थी।

छह लोगों के मौत का कारण बने इस विस्फोट पर भारत, सौदी अरब ने चिंता जताई। इसी बीच अमरीका का शोक संदेश स्वीकार नहीं करेंगे, यह ऐलान तुर्की ने किया है। पिछले कुछ सालों में अमरीका के साथ जारी तनाव की पृष्ठभूमि पर तुर्की ने यह निर्णय करने का दावा किया जा रहा है। साथ ही इस आतंकी हमले के मामले मे तुर्की अपने सहयोगी देशों से चर्चा कर रहा हैं, यह जानकारी तुर्की के अंदरुनि सुरक्षा मंत्री सुलेमान सोयलू ने प्रदान की।

पिछले कुछ सालों में तुर्की में हुए  हमलों की ज़िम्मेदारी अल कायदा, आयएस एवं पीकेके ने स्वीकारी थी। साल २०१६ के बाद इस्तंबूल शहर में हुआ यह सबसे बड़ा हमला साबित हुआ हैं। छह साल पहले आयएस ने इस्तंबूल शहर में इस्रायली पर्यटकों को निशाना किया था। इसमे पांच लोग मारे गए थे। इसके बाद तुर्की में बड़े आतंकी हमले नहीं हुए थे। लेकिन फिर भी देश की सुरक्षा के लिए कुर्दों की सशस्त्र संगठन ‘पीकेके’ ज़िम्मेदार होने का आरोप लगाकर तुर्की ने पिछले कुछ महीनों से कुर्द संगठनों पर कार्रवाई शुरू की थी।

तुर्की के आग्नेय क्षेत्र के साथ इराक, सीरिया में स्थित पीकेके एवं इससे जुड़ी कुर्द संगठनों पर तुर्की की सुरक्षा यंत्रणा हमले कर रही हैं। इराक की हवाई सीमा में घुसपैठ करके तुर्की ने हमले करने की जानकारी सामने आई थी। रविवार के विस्फोट के बाद भी तुर्की ने कुर्द वंशियों की बहुलता होने वाले अपने ही क्षेत्र में हैलीकॉप्टर्स तैनात करने की खबरें प्राप्त हुई हैं।

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