उत्तर कोरिया ने ‘ईस्टर्न सी’ में दागी बैलेस्टिक मिसाइल – सोवियत रशियन यूग के मिसाइल के पूर्जे बरामद होने का दक्षिण कोरिया का ऐलान

सेउल – अमरीका और दक्षिण कोरिया का युद्धाभ्यास खत्म होने के बाद भी उत्तर कोरिया ने इस क्षेत्र में मिसाइल परीक्षण जारी रखा है। बुधवार सुबह उत्तर कोरिया ने दागी बैलेस्टिक मिसाइल ‘ईस्टर्न सी’ के क्षेत्र में गिरी। दक्षिण कोरिया और जापान की समुद्री सीमा के करीब यह मिसाइल गिरने का दावा जापान के तटरक्षक बल ने किया। इसी बीच उत्तर कोरिया ने पिछले हफ्ते दागी सोवियत रशियन यूग के मिसाइल के पूर्जे दक्षिण कोरिया ने विश्व के सामने सबुत के तौर पर पेश किए हैं।

‘ईस्टर्न सी’अमरीका और दक्षिण कोरिया के २४० से अधिक लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर्स के समावेश वाले ‘विजिलंट स्टॉर्म’ हवाई युद्धाभ्यास का आयोजन पिछले हफ्ते हुआ था। अमरीका ने हम पर परमाणु हमला करने के लिए यह युद्धाभ्यास शुरू किया है, यह आरोप लगाकर उत्तर कोरिया ने लगातार मिसाइल परीक्षण किए थे। पिछले बुधवार को उत्तर कोरिया ने ईस्टर्न समुद्री क्षेत्र में २४ मिसाइल्स दागी थी। इनमें से एक दक्षिण कोरिया की समुद्री सीमा से मात्र ४५ किलोमीटर दूरी पर गिरी थी।

‘ईस्टर्न सी’इस मिसाइल परीक्षण के ज़रिये उत्तर कोरिया ने अंतरराष्ट्रीय नियम तोड़े हैं, ऐसा आरोप दक्षिण कोरिया ने लगाया था। लेकिन, इसपर हो रही आलोचना नजरअंदाज़ करके उत्तर कोरिया ने मिसाइल परीक्षण जारी रखें। इस दौरान दक्षिण कोरियन नौसेना ने अपने समुद्री क्षेत्र में गिरी उत्तर कोरिया के मिसाइल के पूर्जे तलाश ने का अभियान शुरू किया था। बुधवार सुबह दक्षिण कोरियन नौसेना ने इश मिसाइल का इंजन और अन्य पूर्जे माध्यमों के सामने रखे।

सोवियत रशियन दौर के ज़मीन से ज़मीन पर हमला करने वाली छोटी दूरी के ‘एसए-५’ बैलेस्टिक मिसाइल के यह पूर्जे होने का ऐलान दक्षिण कोरिया ने किया। पिछले आठ महीनों से यूक्रेन में हो रहे युद्ध मे भी रशिया ने इसी तरह के मिसाइल्स का इस्तेमाल करने की जानकारी दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने साझा की। ऐसें मिसाइल का परीक्षण करके दक्षिण कोरिया ने जानबूझकर उकसाया हैं, ऐसा आरोप दक्षिण कोरिया ने लगाया। इसके बाद उत्तर कोरिया ने बुधवार को ईस्टर्न सी में मिसाइल दागी।

उत्तर कोरिया ने बुधवार सुबह दागी बैलेस्टिक मिसाइल २५० किलोमीटर दूरी तय करने के बाद ईस्टर्न सी के क्षेत्र में गिरी। दक्षिण कोरिया एवं जापान के रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी प्रदान की। इस मिसाइल का अधिक ब्यौरा सामने आया नहीं है। लेकिन, दक्षिण कोरिया और जापान ने चीन के राजदूत को ज़रिया बनाकर उत्तर कोरिया के सामने इस मिसाइल परीक्षण के विरोध में निषेध दर्ज़ किया।
इसी बीच अगले शुक्रवार को वियतनाम में आग्नेय एशियाई देशों के ‘आसियान’ की बैठक का आयोजन हो रहा है। इस बैठक में अमरीका और दक्षिण कोरिया द्वारा उत्तर कोरिया के आक्रामक मिसाइल परीक्षण का मुद्दा उठाकर चीन पर दबाव बनाने की कोशिश होगी, ऐसा दावा अमरिकी माध्यम कर रहे हैं।

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