युक्रेन की तरह कुर्दों को भी ईरानी हुकूमत के खिलाफ हथियार थमाकर तैयार करें – इराक-ईरान के कुर्द नेताओं की माँग

लंदन – ईरान को राजनीतिक भाषा समझ नहीं आती, सिर्फ हथियारों की भाषा समझती है। इस कारण, युक्रेन को भारी मात्रा में हथियारों की आपूर्ति करनेवाले पश्चिमी देश, इराक-ईरान के कुर्दो को भी हथियार देकर तैयार करें’, ऐसी माँग इराक-ईरान के कुर्दों के वरिष्ठ नेताओं ने की। ईरान के हवाई हमलों का लक्ष्य बने इराक के कुर्दों की ओर पश्चिमी देशों ने पीठ फेरी है, ऐसी आलोचना कुर्द नेता कर रहे हैं। आतंकी संगठन आयएस के विरोध में इन्हीं कुर्दों ने पश्चिमी  देशों से किए सहयोग की याद भी कुर्द नेताओं ने ताज़ा की।

ईरान ने कुर्द वंशी बहुसंख्यांक के कुझेस्तान प्रांत में टैंक और सेना के वाहनों की तैनाती बढ़ाई है। इराक की सीमा से करीब भी ईरान की सैनिकी गतिविधियाँ शुरू होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। इस वजह से यह दावा हो रहा है कि ईरान की सेना इराक में कुर्दों के ठिकानों पर नए हमलें कर सकती है। पिछले तीन हफ्तों से ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ इराक के कुर्दिस्तान प्रांत को लक्ष्य कर रहे हैं। इनमें बेगुनाह कुर्दों की मौत होने से कुर्द नेता गुस्सा व्यक्त कर रहे हैं।

ऐसी स्थिति में इराक-ईरान के कुर्दों ने पश्चिमी अखबार से बात करते हुए, अमरीका और युरोपीय देशों ने कुर्दों की ओर पीठ फेरी है, यह आरोप लगाया। ‘आयएस के विरोध में संघर्ष कर रहें और पश्चिमी देशों के हितों की रक्षा कर रहें कुर्दों को समर्थन क्यों नहीं दिया जाता? अगर कुर्द नहीं होते तो आयएस के आतंकी युरोप में प्रवेश करते’, यह चेतावनी भी ईरान की ‘कुर्दिस्तान फ्रिडम पार्टी’ (पीएके) के प्रमुख जनरल हुसेन याझ्दानपनाह ने दी। ईरान में हिज़ाब की सख्ती के विरोध में शुरू प्रदर्शनों को अपना समर्थन होने की बात जनरल याझ्दानपनाह ने स्पष्ट की।

ईरान की सेना कुर्द लड़कियों पर हमलें कर रही है और ऐसें में हम शांत नहीं रहेंगे। हम हमारी बेटियों की रक्षा करेंगे’, यह ऐलान जनरल याझ्दापनाह ने किया। ईरान के इन हमलों को नाकाम करने के लिए इराक-ईरान में मौजूद कुर्दों को पश्चिमी देशों की सहायता की ज़रूरत होने का बयान याझ्दापनाह ने किया। पश्चिमी देश इराक के कुर्दिस्तान प्रांत को ‘नो फ्लाई झोन’ घोषित करें। साथ ही, युक्रेन की सेना की तरह, पश्चिमी देश ईरानी हुकूमत के विरोध में कुर्दों को भी हथियार देकर तैयार करें, ऐसी गुहार याझ्दापनाह ने लगायी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.