ईरान के मुद्दे पर अमरीका की भूमिका में हुए बदलाव को लेकर इस्रायल की चिंता – अमरिकी वृत्तसंस्था का दावा

वॉशिंग्टन – ‘ईरान अगले कुछ महीनों में परमाणु बम बना सकता हैं। लेकिन, कुछ भी हो ईरान के बेड़े में परमाणु बम तैनात नहीं होने देंगे’, ऐसा ऐलान अमरिकी रक्षाबलप्रमुख जनरल मार्क मिले ने किया था। ईरान को परमाणु बम बनाने नहीं देंगे, यह अमरीका की पहले भूमिका थी। इस वजह से जनरल मिले के इस ऐलान पर इस्रायल ने सवाल किए हैं। बायडेन प्रशासन ने इस्रायल को भरोसे में लिए बिना अपनी ईरान संबंधित भूमिका में बदलाव तो नहीं किया है ना, ऐसी चिंता इस्रायल के अधिकारी व्यक्त कर रहे हैं।

पिछले महीने में अमरिकी कांग्रेस की जांच समिती के सामने बायडेन प्रशासन का पक्ष रखते हुए रक्षाबलप्रमुख मार्क मिले ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम से अमरीका और खाड़ी के हितसंबंधों को खतरा होने का बयान किया था। यूरेनियम संवर्धन खतरनाक स्तर तक बढ़ाने वाला ईरान दो हफ्तों में परमाणु बम के लिए ज़रूरी ईंधन प्राप्त कर सकता हैं, ऐसी जानकारी जनरल मिले ने साझा की थी। जैसे ही परमाणु ईंधन की प्राप्त होती हैं वैसे ही ईरान कुछ ही महीनों में परमाणु बम बनाएगा, ऐसा दावा अमरिकी रक्षाबलप्रमुख ने किया।

लेकिन, इसके बाद भी अमरीका ईरान पर कार्रवाई नहीं करेगी। लेकिन, ईरान ने इस परमाणु बम को ‘फिल्डेड’ करने की यानी के मिसाइल से जोड़कर अपने बेड़े में शामिल करने की कोशिश की तो अमरीका वैसा होने नहीं देगी, ऐसा जनरल मिले ने कहा था। इस्रायल के प्रधानमंत्री दफ्तर, रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और गुप्तचर यंत्रणा ‘मोसाद’ से जुड़े चार अधिकारियों ने अमरीका की ईरान संबंधित भूमिका को लेकर चिंता जताई है। ‘फिल्डेड’ शब्द का प्रयोग करके अमरीका ईरान को परमाणु बम बनाने की अनुमति तो नहीं दे रही हैं ना, ऐसा सवाल इस्रायली अधिकारियों ने अमरिकी वृत्तसंस्था ‘एक्सियॉस’ से बातचीत करते हुए किया।

साथ ही ईरान मात्र कुछ ही महीनों में परमाणु बम बना सकता हैं, इससे संबंधित जानकारी अमरीका ने इस्रायल को प्रदान नहीं की है, इसपर भी इस अधिकारी ने आश्चर्य व्यक्त किया। इस्रायल की प्राप्त जानकारी के अनुसार परमाणु ईंधन पाने के लिए ईरान को परमाणु बम बनाने के लिए एक या दो वर्ष लग सकते हैं। लेकिन, ईरान का परमाणु कार्यक्रम इतना प्रगत होने के बावजूद अमरीका ने हमें इसपर सावध नहीं किया, इसको लेकर इस्रायली अधिकारियों ने नाराज़गी व्यक्त की।

इसी बीच, इस्रायल को नज़रअंदाज करके बायडेन प्रशासन ने ईरान के साथ अंतरिम समझौता करने की तैयारी रखी होने की खबर हाल ही में प्रसिद्ध हुई थी। इससे अमरीका और इस्रायल के बीच मतभेद होने का दावा अमरिकी वृत्तसंस्था ने किया था।

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