पश्‍चिमी अफ्रीका में बढ रहे आतंकी हमलों के बाद फ्रान्स और ‘जी ५ सालेह’ चलाएंगे संयुक्त लष्करी मुहीम

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबमाको/पैरिस: पश्‍चिमी अफ्रीका के ‘साहेल क्षेत्र’ में शामिल देशों में पिछले कुछ महीनों से लगातार आतंकी हमले हो रहे है| इन हमलों में लगभग डेढ सौ से भी अधिक सैनिक मारे गए है और आतंकवाद विरोधी गतिविधियों को बडा झटका लगने की बात समझी जा रही है| इस पृष्ठभूमि पर फ्रान्स ने साहेल क्षेत्र के देशों में आतंकवाद को तोडने के लिए पहल की है और संयुक्त लष्करी मुहीम शुरू की है| पिछले हफ्ते में फ्रान्स के रक्षामंत्री ने साहेल की मुहीम के लिए यूरोपिय देशों को योगदान देने का निवेदन किया था|

‘ऑपरेशन बोर्गो ५’ नाम की संयुक्त लष्करी मुहीम में फ्रान्स के ६०० सैनिक शामिल होने की जानकारी लष्करी सूत्रों ने दी| माली, बुर्किना फासो की सेना समेत ‘जी ५ साहेल फोर्स’ के लगभाग ८०० सैनिक इस संयुक्त मुहीम में शामिल होने की बात कही जा रही है| माली और बुर्किना फासो की सीमा में सुरक्षा काफी बिगडी होने से इसी क्षेत्र में यह मुहीम शुरू की जा रही है| यह क्षेत्र जंगल, रैगिस्तान और किचड से भरा है और ऐसी स्थिति का आतंकी गुट बडा लाभ उठा रहे है, यह जानकारी सूत्रों ने दी|

वर्ष २०१२ में उत्तरी माली में चरमपंथी गुटों ने बगावत की कोशिश की थी| बगावत नाकाम साबित हुई हो पर इसके बाद बनी स्थिति का लाभ आतंकी संगठन उठाते दिख रहे है| पिछले कुछ वर्षों में ‘अल कायदा’, ‘आयएस’ और ‘अन्सरउल इस्लाम’ जैसी आतंकी संगठनों ने अपना प्रभाव बढाना सुरू किया है| इस वर्ष में माली, बुर्किना फासो और नायजर इन देशों में लगातार हो रहे हमलों से इन संगठनों की ताकत बढने की बात दिखाई दे रही थी|

सितंबर महीने से साहेल में आतंकी हमलों की तीव्रता और भी बढी थी| इन हमलों में लष्करी ठिकानों को ही लक्ष्य किया जा रहा और इस वजह से सालेह क्षेत्र के देशों ने अबतक की हुई गतिविधियों को बडा झटका लगा था| ऐसे में ही लगातार हो रहे आतंकी हमलों से साहेल के देशों की सेना को सही प्रशिक्षण, हथियार और जानकारी प्राप्त ना होने की बात स्पष्ट हुई थी|

इस वजह से अब फ्रान्स ने फिर से साहेल क्षेत्र का आतंकवाद मिटाने की कोशिश शुरू की है| फ्रान्स की इस मुहीम को अफ्रीकी देशों के साथ अमरिका भी समर्थन देगी, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे हा| इसी महीने के शुरू में अमरिका ने नायजर में अपना हवाई अड्डा कार्यरत होने का ऐलान किया था| इस हवाई अड्डे का इस्तेमाल साहेल क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी मुहीम के लिए होगा, यह कहा जा रहा है|

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