दूसरा शीत युद्ध शुरू करना गैरज़िम्मेदाराना साबित होगा – अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रमुख की चेतावनी

वॉशिंग्टन – अमरीका और यूरोपिय देश अपने भू-राजनीतिक उद्देश्य प्राप्त करने के लिए आर्थिक अड़ंगे निर्माण करने की नीति अपना रहे हैं और यह नीति उलट सकती है, ऐसी चेतावनी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रमुख क्रिस्तालिना जॉर्जिवा ने दी है। साथ ही अमरीका और पश्चिमी देश चीन विरोध में कर रहे निर्णयों की वजह से अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था का विभाजन होगा, यह दावा भी उन्होंने किया। इसका अमरीका एवं मित्रदेश और चीन के जारी संघर्ष को जॉर्जिवा ने दूसरा शीत युद्ध करार दिया है और यह शीत युद्ध शुरू करना गैरज़िम्मेदाराना रवैया साबित होता है, यह चेतावनी भी दी। ब्रिटेन के पूर्व सेना अधिकारी रिर्च शिरेफ ने दो दिन पहले ही तीसरा विश्व युद्ध रोकना है तो पश्चिमी देशों को दूसरा शीत युद्ध करना होगा, ऐसा बयान किया था। इस पृष्ठभूमि पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रमुख का इशारा ध्यान आकर्षित कर रहा है।

रशिया-यूक्रेन संघर्ष पर अमरीका और पश्चिमी देशों ने रशिया पर भारी मात्रा में आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। रशिया को अंतरराष्ट्रीय यंत्रणाओं से बाहर करने के एवं वैश्विक व्यवस्था से तोड़ने की कोशिश जारी है। दूसरी ओर चीन पर भी प्रतिबंध और जुर्माने की कार्रवाई की जा रही है और चीनी निवेष को लेकर सावध भूमिका अपनाई जा रही है। अमरीका और यूरोप के कई देशों ने चीनी कंपनियों को ‘ब्लैकलिस्ट’ करने के निर्णय किए हैं। साथ ही संवेदनशील प्रौद्योगिकी क्षेत्र में चीन का सहयोग रोका गया है।

इस पृष्ठभूमि पर रशिया और चीन अधिक करीब आ रहे हैं और उन्होंने एशिया, अफ्रीका एवं अन्य देशों को साथ लेकर स्वतंत्र गुट बनाना शुरू किया है। यह सभी घटनाएँ वैश्विक अर्थव्यवस्था का विभाजन होने की बात दर्शाती है, ऐसा मुद्रा कोष के प्रमुख ने कहा हैं। ऐसा विभाजन वैश्विक अर्थव्यवस्था के हित का नहीं है और विश्व अधिक से अधिक गरीब और असुरक्षित होगा, ऐसा इशारा जॉर्जिवा ने दिया।

इस दौरान उन्होंने हम पहले शीत युद्ध के दौर में फौलादी परदे के पीछे थे, यह कहकर वह दौर बड़ा दर्दनाक था, यह भी कहा।

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