पैलेस्टिनी संगठनों ने इस्रायल को दी भयंकर प्रभावों की धमकी

तेल अवीव/गाझा – प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू की सरकार के खिलाफ लाखों प्रदर्शनकारी इस्रायल के तेल अवीव के सड़कों पर उतरे हैं। प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू और उनके सहयोगियों ने इस्रायल की न्यायिक व्यवस्था में सुधार करने की तैयारी की थी। लेकिन, इसके खिलाफ तीव्र प्रदर्शन शुरू हुए और इसके बाद नेत्यान्याहू अपना यह निर्णय रोकने के लिए मज़बूर हो गए। इसके बावजूद इस्रायल में सरकार विरोधी प्रदर्शन बंद नहीं हुए हैं। इस्रायल में इन अंदरुनि प्रदर्शनों का लाभ उठाने की तैयारी पैलेस्टिनी संगठनों ने की है। इसका संज्ञान लेकर इस्रायल द्वेषी पैलेस्टिनि नेताओं को खत्म करने की मांग इस्रायल में की जा रही है। इसका पैलेस्टिन के हमास और इस्लामिक जिहाद जैसी आतंकी संगठनों ने गंभीर संज्ञान लिया है और इस्रायल ने कभी सोचा भी नहीं होगा, ऐसें भयंकर प्रभावों का इशारा दिया है।

हमास के राजनीतिक गुट के दूसरे क्रमांक के नेता ‘शेख सालेह अल-अरुरी’ को इस्रायल हटाने की तैयारी कर रहा है, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। लेकिन, यदि पैलेस्टिनी नेता की हत्या करने की कोशिश की गई तो इस्रायल को इसके गंभीर प्रभाव भुगतने पडेंगे। इस्रायल ने कभी सोचा भी नहीं होगा, ऐसे हमले हम करेंगे, यह चेतावनी ‘इस्लामिक जिहाद’ के प्रवक्ता तारिक सालमी ने दी।

ऐसे में हमास के प्रवक्ता हाजेम कासेम ने इस्रायल फिलहाल पैलेस्टिन विरोधी कार्रवाई करने की स्थिति में न होने का बयान करके इस्रायल का मज़ाक उड़ाया। फिलहाल हमारे शत्रु के दोनों हाथ व्यस्त हैं और इसकी वहज से पैलेस्टिनियों के खिलाफ कार्रवाईयां कम हुई हैं, ऐसी फटकार हाजेम कासेम ने लगाई। इस्रायल में प्रदर्शनों का दाखिला देते हुए इससे इस्रायल की शक्ति घटाने का बयान हाजेम कासेम ने किया है।

इसी बीच, चाहे कुछ भी हो लेकिन, इस्रायल में अंदरुनि संघर्ष का असर देश की सुरक्षा पर नहीं पडने दिया जाएगा। इस्रायल के शत्रु इस पर किसी भी भ्रम में न रहें, ऐसी चेतावनी प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने दी थी। इस्रायल पर हमला करने के बाद गाज़ापट्टी, सीरिया के गोलन सीमा में एवं हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर हमले करके इस्रायल ने सख्त प्रत्युत्तर दिए थे। इसके बाद इस्रायल में आतंकी संगठनों के हमलों के जवाब देने के लिए इसके लिए उकसाने वाले नेताओं को खत्म करने के संकेत इस्रायल की सरकार ने दिए थे। इसका संज्ञान लेकर हमास और इस्लामिक जिहाद इस्रायल को धमका रहे हैं।

इस्रायल में प्रदर्शनों की वजह से हमारे देश की सुरक्षा को खतरा है, यह बयान इस्रायली विश्लेषकों ने किया है। प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू की नीति का विरोध करने के बावजूद उसके लिए देश की सुरक्षा को खतरे में नहीं डाल सकते, यह दावे करने वाले लेख अखबारों में छपने लगे हैं। बल्कि, ईरान ने इस क्षेत्र की सभी इस्रायल विरोधी संगठनों को अपनी जंग तीव्र करने की सलाह दी है और मौजूदा दौर में इस्रायल में अंदरुनि संघर्ष जारी है। साथ ही इस्रायल के पीछे अब अमरीका का समर्थन नहीं रहा, ऐसा दावा करके ईरान स्पष्ट तौर पर हमास, इस्लामिक जिहाद और हिज़बुल्लाह संगठनों को इस्रायल विरोधी गतिविधियां करने की सूचना दे रहा है।

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