दुनियाभर में कोरोनावायरस के मौतों की संख्या ५० हज़ार से उपर

माद्रिद/वॉशिंग्टन – दुनियाभर में हाहाकार मचानेवाले कोरोनावायरस ने अबतक ५०,००० से अधिक लोगों की जान ली है। वहीं, इस संक्रमण से बाधित हुए लोगों की संख्या १० लाख तक पहुँच चुकी है। दुनियाभर के कुल मौतों में से दो तिहाई मौतें इटली, स्पेन, अमरीका और फ्रान्स इन विकसित देशों में से हैं। वहीं, दो दिनों में दस हज़ार लोग इस संक्रमण से मारे गए हैं।

 जल्द ही स्पेन युरोप का, कोरोनावायरस के संक्रमण का मुख्य केंद्र साबित होगा, ऐसी चेतावनी स्पेन के वैद्यकीय अधिकारियों ने दिया था। गत दो दिनों में यह चेतावनी सच होने के आसार दिख रहे हैं। गत चौबीस घंटों में स्पेन में ९५० लोगों की मौत हुई होकर, इटली के बाद अब स्पेन ने भी दस हज़ार मौतों की संख्या पार की है। स्पेन में एक दिन में कोरोनावायरस के ८,१०२ नये मरीज़ पाये गए हैं।

वहीं, गत हफ़्तेभर में पहली बार ही, इटली में एक दिन में मारे जानेवालों की संख्या कम हुई दिखाई दे रही है। गत चौनीस घंटों में इटली में ७२७ लोगों की मृत्यु हुई होकर, इस देश में नये मरीज़ों की संख्या भी कम हुई होने का दावा यहाँ के माध्यम कर रहे हैं। इटली की सरकार भी इस संक्रमण से बाधित लोगों की संख्या कम हो रही है, ऐसा बता रही है। लेकिन सरकार द्वारा घोषित की जा रही संख्या और देश की परिस्थिति इनमें बहुत बड़ा फ़र्क़ है, ऐसा स्थानिकों का कहना है।

फ्रान्स में चार हज़ार से अधिक लोगों की जान गयीं होकर, गत चौबीस घंटों में इस देश में इस संक्रमण से ५०९ लोगों की मौत हुई। वहीं, छ: हज़ार से अधिक मरीज़ों की तबियत बहुत ही गंभीर होने की जानकारी यहाँ के माध्यमों ने दी। इस संक्रमण से गत चौबीस घंटों में अमरीका में ७५० लोग मारे गये। इसीके साथ, अमरीका में कुल ५,१४५ लोगों ने इस संक्रमण से जान गँवायी है। कम से कम नौं हज़ार लोग इस संक्रमण से ठीक हुए है, ऐसी जानकारी अमरिकी स्वास्थ्य यंत्रणाओं ने दी है। इस संक्रमण से अमरीका में बेरोज़गारी बढ़ी है, ऐसा सरकारी जानकारी से सामने आया है।

इसी बीच, युरोप के अधिकांश देशों ने लॉकडाउन घोषित करके अपने जनता को सोशल डिस्टन्स का पालन करने का आवाहन किया था। लेकिन बार बार किये आवाहन के बावजूद भी जनता नियमों का पालन नहीं कर रही होने की हताश प्रतिक्रिया युरोपीय देशों की सरकारें दे रहीं हैं। इसलिए ब्रिटन, फ्रान्स जैसे देशों ने लॉकडाउन पर सख़्त अमल करने के लिए ड्रोन्स की गश्त शुरू की है। वहीं, स्पेन ने मोबाईल फोन ट्रॅकींग की इस्तेमाल कर चार हज़ार लोगों पर कार्रवाई की होने की ख़बरें सामने आ रहीं हैं।

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