‘आतंकवादविरोधी जंग में दुनिया को भारत के नेतृत्व की ज़रूरत’ : अमरिकी राजदूत का दावा

नई दिल्ली, दि. १७: ‘लश्कर-ए-तोयबा’, ‘जैश-ए-मोहम्मद’ और ‘हक्कानी नेटवर्क’ के आतंकवादियों से भारत को चुनौती मिलती रहेती है, यह बताकर, उसका डटकर सामना करनेवाले भारत की, अमरीका के भारतस्थित राजदूत रिचर्ड वर्मा ने तारीफ़ की है| आतंकवादविरोधी लड़ाई में दुनिया को भारत के नेतृत्व की ज़रूरत है, ऐसा दावा राजदूत वर्मा ने किया|

आतंकवादियों से लड़ाई

हाल ही में ओबामा प्रशासन ने आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी थी| ‘लश्कर’, ‘जैश’ और हक्कानी गुट के आतंकवादियों के सुरक्षित स्वर्ग नष्ट करें, ऐसी चेतावनी ओबामा प्रशासन ने पाकिस्तान को दी थी| साथ ही, भारत और अफगानिस्तान में हमले करनेवाले आतंकवादियों पर कडी कार्रवाई करें, ऐसी माँग अमरिका ने पाकिस्तान के पास की थी, यह भी रिचर्ड वर्मा ने कहा|

ओबामा प्रशासन का कार्यकाल ख़त्म होने में कुछ ही दिनों का समय बाकी होते हुए, राजदूत वर्मा ने भारत और अमरीका के बीच विकसित हुए आतंकवादविरोधी संघर्ष के सहयोग पर संतोष जताया| इससे पहले दोनो देशों के बीच का सहयोग इतनी उँचाई पर नहीं पहुँचा था, ऐसा दावा राजदूत वर्मा ने किया| भविष्य में भी भारत और अमरीका का, आतंकवादविरोधी तथा चरमपंथीयविरोधी सहयोग ज़्यादा व्यापक हो, ऐसी उम्मीद रिचर्ड वर्मा ने जतायी|

भारत और अमरीका का सहयोग दुनिया के सामने नयीं संभावनाओं की मिसाल पेश कर रहा है, ऐसा दावा वर्मा ने किया| ईशान्य की ओर के अपने राज्यों में, आतंकवादियों पर रोक लगाने के लिए भारत ने किये हुए प्रयासों से पूरी दुनिया सबक सीख सकती है, ऐसा अमरीका के राजदूत ने स्पष्ट किया|

‘भारत की ‘एनएसजी’ सदस्यता को बड़ी मात्रा में समर्थन मिल रहा है| इस सदस्यता के लिए अमरीका भी भारत के साथ प्रयास कर रही है| जल्द ही भारत की सदस्यता का मार्ग खुला हो जायेगा’, ऐसा भरोसा राजदूत वर्मा ने जताया| लेकिन यह भरोसा जताते समय, ‘यह बहुत जटिल बात होकर, इस सदस्यता के लिए समय लग सकता है’ यह भी वर्मा ने मान लिया|

भारत की सदस्यता पर ऐतराज़ जतानेवाले देशों के साथ हमारी बातचीत शुरू होकर, उनमे चीन का भी समावेश है, यह जानकारी रिचर्ड वर्मा ने दी| आखिरकार भारत को ‘एनएसजी’ की सदस्यता मिले बिना नहीं रहेगी, ऐसा अपना दृढविश्वास है, ऐसे वर्मा ने कहा|

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