‘कोरोना व्हायरस’ की महामारी से संबंधित जागतिक स्वास्थ्य संगठन की भूमिका संदिग्ध – विशेषज्ञ एवं माध्यमों का दावा

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लंदन/म्युनिक – चीन से फैलीकोरोना व्हायरसकी महामारी दुनिया के अलग अलग देशों में फैल रही है, तभी भी जागतिक स्वास्थ्य संगठन ने इस मुद्दे पर अपनाई भूमिका संदिग्ध थी, यह दावा स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ एवं माध्यमों ने किया है| ब्रिटेन में विशेषज्ञ डाक्टर जॉन एश्टन ने जागतिक स्वास्थ्य संगठन नेकोरोना व्हायरसकी महामारी कोहेल्थ इमर्जन्सीके तौर पर मंजुरी देने में समय की बरबादी की, यह आरोप किया है| साथ ही इसी मुद्दे पर स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख घेब्रेयेसुस इस्तीफा पेश करें, इसके लिए मुहीम शुरू होने की बात भी सामने रही है|

चीन में दिसंबर २०१९ मेंकोरोना व्हायरसकी महामारी फैलना शुरू हुआ था| पर, जागतिक स्वास्थ्य संगठन के चीन में स्थित विभाग ने इस बात पर गंभीरता से ध्यान ना देने की बात स्पष्ट हो रही है| चीन यह जागतिक स्वास्थ्य संगठन को आर्थिक सहायता प्रदान करनेवाला शीर्ष देश होने से चीन की हुकूमत नाराज ना हो, यह ध्यान रखा गया| इसके बाद भी जनवरी में हुई बैठक मेंकोरोना व्हायरसकी महामारीइमर्जन्सीघोषित ना करें, इस लिए चीन के अफसरों ने दबाव बनाने का दावा किया जा रहा है

जागतिक स्वास्थ्य संगठन ने यह दावें ठुकराए है| पर, साथ ही संगठन के प्रमुख टेड्रोस घेब्रेयेसुस की इस्तीफे की मांग करने के लिए मुहीम शुरू होने से संगठन के सामने मुश्किलें खडी हुई है| इस्तीफे के लिए शुरू मुहीम के अर्जी पर करीबन चार हजार लोगों ने हस्ताक्षर किए है और घेब्रेयेसुस इस पद के लिए सही ना होने का आरोप किया गया है|

म्युनिक में हुई बैठक में भी जागतिक स्वास्थ्य संगठन ने चीन ने महामारी पर किए उपायों पर प्रशंसा की| बैठक में मौजूद कुछ विशेषज्ञों ने एवं पत्रकारों ने इस पर आश्चर्य जताया| साथ ही स्वास्थ्य संगठन ने जुडे एक सलाहकार ने यह सभी कोशिश चीन जैसा सदस्य देश नाराज ना हो, इसी कारण होने का दावा किया जा रहा है|

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