पश्‍चिमी देश मर्यादा पार ना करें – रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन का इशारा

russia-western-countriesमास्को – ‘रशिया को पश्‍चिमी देशों के साथ अपने संबंध तोड़ने नहीं हैं। लेकिन, यदि किसी ने रशिया की सदिच्छाओं को कमज़ोरी समझा तो फिर उस पर जोरदार, तुरंत और सख्त जवाब दिया जाएगा। इसके लिए मर्यादा क्या होगी, यह रशिया ही तय करेगी’, ऐसा इशारा रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने दिया। युक्रैन, एलेक्सी नैवेलनी और बेलारूस के मुद्दे पर भी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने अमरीका और यूरोपिय देशों को यह इशारा दिया। इसी बीच बल्टिक सामगर में रशिया के लड़ाकू, बॉम्बर और गश्‍त विमानों ने नाटो सदस्य देशों के हवाई क्षेत्र पर उड़ान भरने का आरोप नाटो ने लगाया है।

राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने बुधवार के दिन रशियन संसद के दोनों सभागृहों को संबोधित किया। इस दौरान रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने कोरोना के खिलाफ अपनी सरकार की कार्रवाई और आर्थिक विकास के लिए उठाएँ गए कदमों की प्रमुखता से जानकारी प्रदान की। आखिरी कुछ मिनिटों के दौरान राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने पश्‍चिमी देश रशिया की स्थिरता के लिए खतरा निर्माण कर रहे हैं, यह आरोप लगाया। इसके लिए युक्रैन और बेलारूस में पश्‍चिमी देश रशिया के विरोध में दखलअंदाज़ी कर रहे हैं, यह आरोप भी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने लगाया।

इनमें से बेलारूस के मुद्दे पर राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने अधिक जोर दिया। कुछ दिन पहले रशिया की गुप्तचर यंत्रणा ने बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष अलेक्ज़ाडर लुकाशेंको के खिलाफ रछि विद्रोह की साज़िश नाकाम की थी। इस मामले में रशिया की यंत्रणा ने दो लोगों को गिरफ्तार किया और इसके बाद अमरीका लुकाशंको सरकार का तख्ता पलटने की कोशिश में होने का आरोप भी रशिया ने लगाया था। ‘दूसरे देश में विद्रोह करवाना और देश के नेतृत्व की हत्या करने की साज़िश करना अब बेशुमार हुआ है। इस तरह की हरकत करके संबंधित देशों ने सभी मर्यादाएं पार कर दी हैं’, ऐसी आलोचना पुतिन ने की।

russia-western-countries‘कोई भी देश रशिया के मुद्दे पर ऐसी मर्यादा पार नहीं करेगा, ऐसी उम्मीद है’, ऐसा इशारा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने दिया। साथ ही ‘रशिया के बुनियादी हितों को खतरा निर्माण हुआ तो उन्हें इसके लिए पछताना पड़ेगा’, ऐसा रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने धमकाया है। रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने स्पष्ट ज़िक्र ना किया हो, फिर भी युक्रैन के मुद्दे पर अमरीका और नाटो को इशारा दिया हुआ दिख रहा है।

इसके अलावा कुछ पश्‍चिमी देशों का ज़िक्र करते समय राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने प्रसिद्ध कथाकार रुडयार्ड किपलिंग के लिए ‘जंगल बुक’ की याद ताज़ा की। ‘जंगल बुक’ में जिस तरह से शेरखान नामक बाघ को संतुष्ट करने के लिए कुछ भेड़िये कोशिश करते हैं, उसी तरह से कुछ पश्‍चिमी देश अमरीका को खुष करने का बर्ताव कर रहे हैं’, ऐसी ज़हरिली आलोचना पुतिन ने की।

इसी बीच रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने युक्रैन, बेलारूस मामले में पश्‍चिमी देशों को इशारा देने के कुछ घंटे पहले रशिया के विमानों ने बाल्टिक सागर क्षेत्र में उड़ान भरी थी। इस दौरान रशिया के लड़ाकू, बॉम्बर और गश्‍त विमानों ने इस्तोनिया, पोलैण्ड और लिथुआनिया इन नाटो सदस्य देशों की हवाई सीमा का उल्लंघन किया, ऐसा आरोप नाटो ने लगाया है। रशिया की इस घुसपैठ पर जवाब देने के लिए नाटो ने भी अपने लड़ाकू विमान रवाना किए थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.