कोरोना के साथ जीना सीखना होगा – स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल

नई दिल्ली, (वृत्तसंस्था) – देश में कोरोना के मृतकों की संख्या दो हज़ार के आसपास और मरीज़ों की संख्या ६० हज़ार के पास पहुँची है। इस पृष्ठभूमि पर, कोरोना के बढ़ते संक्रमण के प्रमाण को देखते हुए, जून महीने में देश में कोरोना का संक्रमण सर्वोच्च स्तर पर पहुँचा होगा, ऐसा गुरुवार को ‘एम्स’चे संचालक रणदीप गुलेरिया ने कहा था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने इसपर बात करते हुए स्पष्ट किया कि यदि सब लोग सूचनाओं का पालन सटीकता से करें और एहतियात बरतें, तो यह बारी नहीं आयेगी। लेकिन ऐसा भी नहीं होगा कि यह संक्रमण झट से ख़त्म हुआ है। इसलिए अपने आचरण में, रहनसहन में बदलाव करते हुए, दी हुईं सूचनाओं पर अमल करते हुए, इस वायरस के साथ जीना सीखना होगा, ऐसा संदेश अग्रवाल ने दिया।

देश में कोरोनावायरस के मरीज़ों की संख्या गुरुवार सुबह से शुक्रवार सुबह तक ३,३९० से बढ़कर ५६,३४२ तक पहुँची है, ऐसी जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है। लेकिन इसमें शुक्रवार के दिन भर में दर्ज़ हुए मरीज़ों का समावेश न होने के कारण, असल में देश में मरीज़ों की संख्या ५९ हज़ार से पार हुई दिखायी देती है। महाराष्ट्र में लगातार तीसरे दिन हज़ार से अधिक मरीज़ पाये गए। शुक्रवार को राज्य में इस संक्रमण से ३७ लोगों की मृत्यु हुई; वहीं, १,०८९ नये मरीज़ दर्ज़ हुए हैं। राज्य में कोरोनावायरस के मरीज़ों की संख्या ने १९ हज़ार का आँकड़ा पार किया है। गुजरात में २४ लोगों की मौत हुई होकर, ३९० नये मरीज़ दर्ज़ हुए। महाराष्ट्र, तमिलनाडू, दिल्ली, मध्यप्रदेश के शहरी भागों में मरीज़ों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है।

इस पृष्ठभूमि पर, देश में कोरोना के मरीज़ों की संख्या दुगुनी होने का समय १२ दिन से १० दिन तक नीचे आया होने की जानकारी अग्रवाल ने दी। कुछ जगहों मरीज़ संख्या में बढ़ोतरी होने की वजह से मरीज़संख्या दुगुनी होने का समय घटा है, ऐसा अग्रवाल ने कहा। साथ ही, ‘जून महीने में देश में कोरोना का संक्रमण शिखर को छू लेगा’ इस व्यक्त किये जा रहे डर पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी। ‘हर एक जन यदि सावधानी बरतें, सभी सूचनाओं का पालन करें, तो ऐसी नौबत नहीं आयेगी। मरीज़वृद्धि का आलेख समतल ही रहेगा। लेकिन यदि हम इसमें चूकें, तो वैसी स्थिति आने की संभावना है’, ऐसा अग्रवाल ने कहा है। उसी प्रकार, मरीज़ और संक्रमण तेज़ी से घटते जायेगा, ऐसा भी नहीं होगा, इसपर भी उन्हों ने ग़ौर फ़रमाया। ”इस कारण अब हमें इस वायरस के साथ जीना सीखना होगा। लेकिन वायरस के साथ जीना सीखना होगा, इसका मतलब है – इस वायरस से अपना बचाव करने के लिए दी हुईं सूचनाओं का पालन करना, उन्हें अपने आचरण का भाग बनाना ज़रूरी है’, ऐसा संदेश अग्रवाल ने दिया। इसके लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है, ऐसा अग्रवाल ने कहा।

इसी बीच, शुक्रवार के दिन मुंबई में इस महामारी से और २५ लोगों की मृत्यु हुई और ७४८ नये मरीज़ पाये गए। इससे मुंबई में इस संक्रमण के मृतकों की संख्या ४६२ हुई होकर, कुल मरीज़ों की संख्या १२ हज़ार के पास पहुँची है। मुंबई तथा ठाने में बढ़ते संक्रमण की पृष्ठभूमि पर, नई मुंबई का ‘एपीएमसी’ मार्केट हफ़्तेभर के लिए संपूर्णत: बंद रहनेवाला है। मुंबई में इस महामारी का बढ़ता संक्रमण और लॉकडाउन पर अमल करने के कारण पुलीस पर का तनाव बढ़ रहा है} इस कारण, केंद्र सरकार अतिरिक्त कुमक भेजें, ऐसी माँग राज्य सरकार ने की है, ऐसा राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है। साथ ही, मुंबई में लष्कर को नहीं बुलाया जायेगा, ऐसा मुख्यमंत्री ने कहा। उसी प्रकार, लॉकडाऊन को बढ़ाना है या नहीं, इसका निर्णय, नागरिक सूचनांओं का पालन किस तरह करते हैं, इसपर निर्भर करता है, यह भी मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया।

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