पाकिस्तान के सेनाप्रमुख की यात्रा के दौरान गिलगित में हुए जोरदार प्रदर्शन

हुंझा (पीओके) – पाकिस्तान के सेनाप्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ‘पीओके’ का दौरा कर रहे थे तभी गिलगित में जोरदार प्रदर्शन हुए। गिलगित-बाल्टिस्तान की जनता के विरोध में काम कर रहे पाकिस्तानी प्रशासन को चुनौती दे रहे बाबा जान नामक नेता के साथ १४ लोगों की रिहाई करने की माँग यह प्रदर्शनकारी कर रहे थे। पाकिस्तान की इम्रान खान सरकार ने गिलगित-बाल्टिस्तान को अपना पांचवा प्रांत घोषित करने की तैयारी रखकर वहां पर चुनाव करने का ऐलान किया है। ‘पीओके’ और ‘गिलगित-बाल्टिस्तान’ में इसका जोरदार विरोध किया जा रहा है। इस पृष्ठभूमि पर जनरल बाजवा ‘पीओके’ का दौरा कर रहे थे तभी हुए यह प्रदर्शन ध्यान आकर्षित करते हैं।

pak-army-chiefपाकिस्तान के सेनाप्रमुख बाजवा ने मंगलवार के दिन गिलगित में ‘सॉफ्टवेअर टेक्नॉलॉजी पार्क’ का उद्घाटन किया। उसी समय अलिबाद हुंजा के इलाकों में जोरदार प्रदर्शन हुए। विशेष बात यह है कि इन प्रदर्शनों में प्रधानमंत्री इम्रान खान की ‘पाकिस्तान तेहरिक ए इंसाफ’ (पीटीआय) पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ पाकिस्तान पिपल्स पार्टी (पीपीपी), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) इन सियासी दलों के कार्यकर्ता भी शामिल थे। साथ ही इन प्रदर्शनों में स्थानीय धार्मिक नेता, संगठन और पाकिस्तानी सेना ने हिरासत में लिए कार्यकर्ताओं के परिजन भी शामिल थे। इन सभी लोगों ने काराकोरम हायवे पर चक्का जाम किया और पाकिस्तानी सेना और सरकार के विरोध में नारे लगाए।

पाकिस्तानी सेना के अत्याचार और पाकिस्तानी सरकार ने ‘पीओके’ की जनता के हितों के विरोध में अपनाई नीति को चुनौती देनेवाले गिलगित के नेता बाबा जान के साथ १४ लोगों का वर्ष २०११ में पाकिस्तानी सेना ने अपहरण किया था। इन सभी लोगों को उम्रकैद की सज़ा दी गई थी। इन १४ लोगों की रिहाई के लिए यह प्रदर्शन किए गए। लेकिन, जनरल बाजवा के दौरे के दौरान हुए इन प्रदर्शनों की ओर विशेष तौर पर देखा जा रहा है।

pak-army-chiefपाकिस्तान की सरकार ने गिलगित-बाल्टिस्तान में हाल ही में चुनावों का ऐलान किया। गिलगित-बाल्टिस्तान को अपना पांचवा प्रांत घोषित करके पाकिस्तान इसे हथियाने की कोशिश कर रहा है। इस निर्णय का ‘पीओके’ और गिलगित-बाल्टिस्तान की जनता जोरदार विरोध कर रही है। पाकिस्तान के विरोध में असंतोष बढ़ रहा है। पाकिस्तान से बाहर विश्‍वभर में बसे गिलगित-बाल्टिस्तान के कार्यकर्ता यहां की जनता भारत में शामिल होने की इच्छा होने के दावे कर रहे हैं और यहां की जनता से पशूओं का बर्ताव कर रहे पाकिस्तान के विरोध में कड़ी आलोचना कर रहे हैं।

चीन को भेंट करने के लिए गिलगित-बाल्टिस्तान को पाकिस्तान पांचवा प्रांत घोषित कर रहा है, ऐसे आरोप हो रहे हैं। इम्रान खान की सरकार के इस निर्णय का उनकी ही पार्टेी में जोरदार विरोध हो रहा है। इस पृष्ठभूमि पर जनरल बाजवा के दौरे के दौरान हुए यह प्रदर्शन पाकिस्तानी सेना के लिए इशारे की घंटा साबित होते हैं।

इसी बीच, पीओके के कथित प्रधानमंत्री राजा फारूक हैदर के विरोध में पाकिस्तान में राजद्रोह का अपराधिक मामला दर्ज़ हुआ है। पाकिस्तान के विरोध में साज़िश करने की शिकायत दाखिल की गई हैं। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हाल ही में लंदन से अपने पार्टी के सदस्यों से वीडियो कान्फरन्स की थी। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी सेना के विरोध में कड़ी आलोचना की थी। इस बैठक में राजा फारूकी भी शामिल थे। पूर्व प्रधानमंत्री शरीफ ने पाकिस्तानी सेना से तीखे सवाल किए थे। इसके बाद शरीफ के साथ पीएमएलएल-एन के सभी प्रमुख नेताओं के विरोध में लाहोर में अपराधिक मामला दर्ज़ किया गया है। इनमें राजा फारूक का भी समावेश है। इस मामले में पाकिस्तान प्रधानमंत्री और उनके पार्टी के नेता हमें कुछ जानकारी ना होने की बात दिखा रहे हैं, लेकिन यह अपराधिक मामले उन्हीं की पार्टी के स्थानीय नेताओं ने दाखिल करने की बात सामने आयी है।

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