‘साउथ चायना सी’ में जारी चीन की आक्रामकता को वियतनाम का युद्धाभ्यास के ज़रिये प्रत्युत्तर

प्रत्युत्तर

हनोई – फिलिपाईन्स के समुद्री क्षेत्र में मिलिशिया जहाज़ भेजकर चीन ने इस क्षेत्र में तनाव निर्माण किया है। लेकिन, चीन की इस कार्रवाई पर वियतनाम ने इस क्षेत्र में अपनी पनडुब्बीविरोधी विध्वंसक रवाना करके प्रत्युत्तर दिया है। साथ ही वियतनाम के समुद्री क्षेत्र में चीन की जहाज़ों की गतिविधियाँ हमारी संप्रभुता का गंभीर उल्लंघन कर रही हैं, ऐसी आलोचना वियतनाम ने की है।

लगभग दो हफ्ते पहले चीन ने फिलिपाईन्स के समुद्री क्षेत्र में दो सौ से अधिक मिलिशिया जहाज़ों की तैनाती की। चीन की इस तानाशाही के खिलाफ फिलिपाईन्स ने आक्रामक भूमिका अपनाकर हवाई एवं समुद्री गश्‍त शुरू की है। फिलिपाईन्स ने अपनाई इस भूमिका के समर्थन के लिए अमरीका के युद्धपोत इस क्षेत्र में दाखिल हुए हैं। इसी के साथ चीन ने भी साउथ चायना सी में अपना विमान वाहक युद्धपोत रवाना करने के बाद इस क्षेत्र में तनाव बढ़ा था।

प्रत्युत्तर

ऐसी स्थिति में वियतनाम ने भी अपनी समुद्री सीमा में युद्धाभ्यास का आयोजन करने की खबरें सामने आ रही हैं। वियतनाम की नौसेना के ‘कुआंग ट्रूंग’ नामक पनडुब्बी विरोधी विध्वंसक ने स्प्रार्टले द्विपों के क्षेत्र में यह युद्धाभ्यास किया। वियतनाम की नौसेना का हेलिकॉप्टर भी इस युद्धाभ्यास में शामिल हुआ था। इस युद्धाभ्यास के बाद वियतनाम ने यह विध्वंसक और हेलिकॉप्टर इसी क्षेत्र में तैनात किए हैं। वियतनाम के इस युद्धाभ्यास पर चीन की प्रतिक्रिया अपेक्षित है।

चीन को चुनौती दे रहे आग्नेय एशिया का वियतनाम प्रमुख देश है। इससे पहले वर्ष १९७९ में चीन और वियतनाम में संघर्ष हुआ था। इसमें चीन इस संघर्ष से पीछे हटने के लिए मज़बूर हुआ था। इसी बीच चीन की तरह वियतनाम ने भी इस समुद्री क्षेत्र में कृत्रिम द्विपों का निर्माण करके वहां पर अपने लष्करी अड्डे स्थापित करने की खबरें प्रसिद्ध हुईं थी। इसी बीच साउथ चायना सी के पूरे क्षेत्र पर अपना अधिकार होने का दावा चीन कर रहा है। लेकिन, चीन के इन अधिकारों को वियतनाम ने चुनौती दी है।

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