अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष का ऐतिहासिक व्हिएतनाम दौरा

अमरीका व्हिएतनाम को करेगी शस्त्र-अस्त्रों की आपूर्ति

obama-vietnam-PTI

व्हिएतनाम यह आग्नेय एशिया का अमरीका का सबसे महत्त्वपूर्ण सहयोगी देश होने की घोषणा कर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने, ‘व्हिएतनाम पर लगायीं शस्त्र-अस्त्र संबंधित पाबंदियाँ हटा दी गयी हैं’ यह घोषित किया। इससे अमरीका एवं व्हिएतनाम के बीच रक्षाविषयक सहयोग बढ़नेवाला है। ‘साऊथ चायना सी’ क्षेत्र के विवाद में व्हिएतनाम चीन के विरोध में खड़ा रहने लगा है और अब अमरीका ने व्हिएतनाम पर की ये पाबंदियाँ हटाकर चीन को एक और झटका दिया है।

ओबामा ने सोमवार को व्हिएतनाम के राष्ट्राध्यक्ष ‘तान दाई कुआंग’ से मिलकर कई मुद्दों पर चर्चा की। लगभग आधे घंटे चली इस चर्चा के पश्चात् दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने पत्रकारों को संबोधित किया। इस समय व्हिएतनाम के राष्ट्राध्यक्ष कुआंग ने ओबामा की घोषणा का स्वागत किया। ‘व्हिएतनाम पर लगायी गयीं सारी पाबंदियाँ हटाने का अमरीका द्वारा लिया गया निर्णय महत्त्वपूर्ण है। यह निर्णय यानी अमरीका एवं व्हिएतनाम के बीच के संबंधों में सुधार आ रहा होने के संकेत हैं, ऐसा कुआंग ने कहा।

ओबामा ने भी, व्हिएतनाम पर की पाबंदियाँ हटाना आवश्यक था, यह मान्य किया। ‘किसी ज़माने में एक-दूसरे के शत्रु रहनेवाले अमरीका एवं व्हिएतनाम के बीच के संबंध हालाँकि पिछले कुछ वर्षों से सुधर रहे हैं, मगर फिर भी शीतयुद्ध के कुछ संकेत अभी तक क़ायम थे। अमरीका ने व्हिएतनाम पर लगायी गयीं शस्त्र-अस्त्रों की पाबंदियाँ इन्हीं संकेतों का भाग थीं। लेकिन इन पाबंदियों को हटाकर अमरीका ने शीतयुद्ध के दौर के सारे संकेत मिटा दिये हैं’ ऐसा ओबामा ने आगे कहा।

इससे व्हिएतनाम अमरीका से बड़े पैमाने पर शस्त्र-अस्त्रों की ख़रीदारी कर सकता है। सन १९८५ में अमरीका ने व्हिएतनाम के साथ पहली ही बार राजनीतिक सहयोग स्थापित किया था। उसके लगभग तीन दशक बाद सन २०१४ में, अमरीका ने, व्हिएतनाम पर लगायी गयीं शस्त्र-अस्त्रों की पाबंदियाँ अंशत: हटायी थीं। इससे हालाँकि व्हिएतनाम को अमरीका से लष्करी सहायता मिलने लगी, मग़र फिर भी अमरिकी शस्त्र-अस्त्रों की ख़रीदारी करना व्हिएतनाम के लिए मुमक़िन नहीं हो रहा था।

‘अमरीका ने व्हिएतनाम को शस्त्र-अस्त्रों की आपूर्ति करने के विषय में रहनेवालीं सारीं पाबंदियाँ हटा दी हैं; मग़र व्हिएतनाम भी अपनी प्रतिष्ठा में बाधा न आयें ऐसे ही निर्णय लें’, ऐसा आवाहन ओबामा ने किया। व्हिएतनाम में ‘वन पार्टी’ सरकार सत्ता में है। साथ ही, ‘व्हिएतनाम में होनेवाला मानवाधिकारों का उल्लंघन’ यह भी अमरीका में आलोचना का विषय साबित हो रहा है। व्हिएतनाम के इसी मुद्दे पर ऊँगली रखकर, ओबामा प्राशसन के तथा अमरिकी सिनेट के कुछ सदस्यों ने यह माँग की थी कि ‘इस देश पर लगायी गयीं शस्त्र-अस्त्र विषयक पाबंदियाँ पूरी तरह न हटायीं जायें।’ लेकिन उसे नज़रअंदाज़ करके मैंने व्हिएतनाम पर की ये पाबंदियाँ हटायी हैं, इसका एहसास अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने इस समय करा दिया। उसी समय, कुआंग की सरकार अपने देश में राजनीतिक सुधार लायेगी और मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोकेगी, ऐसी उम्मीद राष्ट्राध्यक्ष ओबामा ने ज़ाहिर की।

इसके अलावा, ‘साऊथ चायना सी’ का मसला इस क्षेत्र में लष्करी सामर्थ्य को बढ़ाकर नहीं, बल्कि शांतिपूर्ण मार्ग से सुलझाइए, ऐसा मशवरा भी अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने दिया। ‘मेरा व्हिएतनाम दौरा और व्हिएतनाम पर शस्त्र-अस्त्रों से संबंधित लगायी गयीं पाबंदियाँ हटाने का निर्णय, इनका चीन के साथ रहनेवाली प्रतियोगिता से कोई ताल्लुक़ नहीं है, ऐसा खुलासा भी ओबामा ने किया। व्हिएतनाम के विषय में लिया गया यह निर्णय यानी अमरीका का हृदयपरिवर्तन होकर, किसी ज़माने के शत्रुदेश के साथ मित्रता मुमक़िन है यह भी इससे दुनिया के सामने आ गया, ऐसा ओबामा ने कहा।

इसी दौरान, ‘साऊथ चायना सी’ स्थित ‘पॅरासेल’ इस, व्हिएतनाम के कब्ज़े में रहनेवाले सागरी क्षेत्र पर चीन अपनी मालिक़ियत बता रहा है। इसको लेकर दोनों देशों में मुठभेडें भी हुई थीं। चीन जैसे ताक़तवर देश के साथ मुक़ाबला करने के लिए व्हिएतनाम ने अमरीका से दोस्ती करने की भूमिका अपनायी होकर, अमरीका ने भी व्हिएतनाम को प्रतिसाद दिया है। इससे, व्हिएतनाम को चुनौति देनेवाले चीन का सिरदर्द अधिक ही बढ़ रहा दिखायी दे रहा है। उसीमें अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने व्हिएतनाम का दौरा कर, इस देश के आत्मविश्वास एवं प्रभाव को और भी ज़्यादा बढ़ाया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.