पर्शियन खाडी में ईरान की गतिविधियों को लक्ष्य करने के लिए – अमरिका ओमान में युद्धपोत की तैनाती करेगी

Third World Warवॉशिंगटन/मस्कत: पर्शियन खाड़ी में ईरान की बढती आक्रामकता को प्रत्युत्तर देने के लिए अमरिका ने नए सामरिक कदम उठाए है| अमरिका और ओमान में नया करार हुआ है और इसके अनुसार अमरिका की युद्धनौका और लड़ाकू विमान ओमान में तैनात होंगे| जिसकी वजह से खाड़ी क्षेत्र में अमरिकी नौसेना गतिविधियां अधिक आक्रामक होंगी, ऐसा दावा अमरिका के अधिकारी कर रहे हैं| तथा पर्शियन खाड़ी में गतिरोध करने की धमकी देनेवाले ईरान को ओमान में अमरिका का नया अड्डा जोरदार प्रत्युत्तर होने की बात कही जा रही है|

मस्कत में अमरिका के दूतावास ने ओमान के साथ इस करार की घोषणा की है| अमरिका और ओमान के अधिकारियों में यह सामरिक करार हुआ है| इस करार के अनुसार दूक्म और सलालाह इन दोनों बंदरगाह के उपयोग के लिए ओमान सरकार ने अमरिका को अनुमति दी है| खाड़ी क्षेत्र में विवादीत मुद्दे के बारे में तटस्थ भूमिका लेनेवाले ओमान ने यह करार द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग का भाग होने की बात कही है| इस करार की वजह से अमरिका की युद्धनौका ओमान के दूक्म एवं सलालाह बंदरगाह में तैनात होंगे| तथा इन दोनों शहरों के हवाई अड्डों का भी अमरिका लड़ाकू विमान उतारने के लिए उपयोग कर सकती है, ऐसी जानकारी अमरिकी दूतावास ने प्रसिद्ध की है| इनमें से दूक्म बंदरगाह अमरिकी नौसेना के लिए सबसे महत्वपूर्ण होगा, ऐसा अमरिकी दूतावास ने स्पष्ट किया है| इस बारे में अधिक जानकारी देने से अमरिकी दूतावास तथा ओमान के अधिकारी दूर रहे है|

पर्शियन खाडी, ईरान, गतिविधियों, लक्ष्य करने, अमरिका, ओमान, युद्धपोत, तैनाती करेगीईरान के साथ बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर ओमान में अमरिका के अड्डे सामरिक रूप से महत्वपूर्ण होने की बात कही जाती है| अब तक पर्शियन खाड़ी में सऊदी अरेबिया, संयुक्त अरब अमीरात, बाहरिन, कुवेत, कतार और ओमान इन देशों में अमरिका की नौसेना के अड्डे थे| पर यह नौसेना के अड्डे पर्शियन खाड़ी में होकर इन अड्डों तक पहुंचने के लिए अमरिका की युद्धनौकाओं को ईरान के होर्मुझ खाड़ी क्षेत्र के पास से यात्रा करना आवश्यक था|

पिछले कुछ महीनों में ईरान ने पर्शियन खाड़ी से यात्रा करनेवाले अमरिका की युद्ध नौकाओं को खतरनाक रूप से धमकी देने का प्रयत्न किया था| तथा अमरिका ने ईरान पर कठोर प्रतिबंध जारी किए अथवा ईरान के विरोध में लष्करी गतिविधियां करती है तो, पर्शियन खाड़ी में दबाव बनाने की चेतावनी ईरान ने दी थी| तथा वैसा होने पर सौदी एवं अन्य अरब देशों से अमरीका और पश्‍चिमी देशों को प्रदान किए जानेवाले ईंधन को गतिरोध किया जाएगा, ऐसा ईरान के नेताओं ने कहा था|

ऐसी परिस्थिति में अमरिका और ओमान में हुआ सहयोग ईरान के इस धमकी को जबरदस्त प्रत्युत्तर है| दूक्म बंदरगाह ओमान के दक्षिणी भाग में होकर होर्मुज की खाड़ी क्षेत्र से यह बंदरगाह ५०० किलोमीटर अंतर पर है| इसकी वजह से इस बंदरगाह में अमरिकी युद्ध नौकाओं की तैनाती महत्वपूर्ण हो सकती है और पर्शियन खाड़ी की सीमा पर होनेवाले ओमान में दो अड्डे मिलने की वजह से अमरिका का पर्शियन खाडी पर प्रभाव बढ़ता दिखाई दे रहा है|

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