अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष की ओर से उत्तर कोरिया पर हमले का इशारा

वाशिंगटन/बीजिंग:‘उत्तर कोरिया ने मुर्खता से कदम उठाए तो उसे लश्करी जवाब देने के लिए अमरीका ने पूरी तैयारी कर ली है। अमरीका की सेना सावधान और सज्ज है। इसलिए उत्तर कोरिया दूसरा रास्ता अपनाएगी, ऐसी अपेक्षा है,’ इन कड़े शब्दों में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इशारा दिया है। इस पर चीन के विदेश मंत्रालय ने अमरीका को संयम बरतने की अपील की है। लेकिन, चीन के मुखपत्र ने उत्तर कोरिया पर हमले के धमकी को लेकर अमरीका को इशारा दिया है।

संयुक्त राष्ट्रसंघ ने लगाए प्रतिबंधों के बाद भी अमरीका, दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के सामने चर्चा का प्रस्ताव रखा था। अमरीका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने उत्तर कोरिया को मिसाइल परिक्षण रोककर चर्चा में शामिल होने का आवाहन किया था। लेकिन उत्तर कोरिया ने चर्चा का प्रस्ताव ठुकराकर आशिया-प्रशांत समुद्री क्षेत्र के अमरीका के गुआम द्वीप पर हमला करने की धमकी दी। अपनी बैलेस्टिक मिसाइलें गुआम द्वीप के अमरीका के अड्डे नष्ट करेंगे, ऐसा दावा भी उत्तर कोरिया ने किया था।

अमरिकी राष्ट्राध्यक्षउत्तर कोरिया की इस धमकी के बाद अमरीका ने भी आक्रामक भूमिका ली है। कोरियन इलाके में युद्ध भड़का तो इस युद्ध में उत्तर कोरिया पराजित होगा, ऐसा अमरीका के रक्षा मंत्री मैटिस ने दो दिन पहले ही स्पष्ट किया था। तो शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने सोशल मीडिया द्वारा उत्तर कोरिया के खिलाफ लश्करी कार्रवाई का विकल्प दिया है। अमेरिकी सेना की पूरी तैयारी हो चुकी है और उत्तर कोरिया की एक गलती इस देश को भारी पड सकती है, इन शब्दों में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने आगाह किया है।

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष की इस भूमिका का भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष पद के उम्मीदवार न्युट गिंगरिच ने समर्थन किया है। साथ ही उत्तर कोरिया पर कब्ज़ा करने की अमरीका ने तैयारी करनी चाहिए, ऐसी माँग गिंगरिच ने रखी है। लेकिन अमरीका ने उत्तर कोरिया को चेतावनी देने की कोशिश की, तो उत्तर कोरिया सीधे दक्षिण कोरिया पर मिसाइल दागेगा, ऐसा दावा रशिया के निवृत्त वरिष्ठ लश्करी अधिकारी मेजर जनरल ‘पावेल झोलोटारेव्ह ने किया है। अमरीका के हवाई हमले की वजह से इस क्षेत्र के मित्र देशों की सुरक्षा खतरे में आएगी, ऐसा पावेल ने कहा है।

अमरीका की ओर से दिए जा रहे इस इशारे पर अमरीका के विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया आई है। ‘उत्तर कोरिया के मामले में अमरीका ने संयमी रवैय्या अपनाना चाहिए। चर्चा करके इस समस्या का हल निकालने का प्रयास करें’, ऐसा आवाहन चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने किया है। अमरीका और उत्तर कोरिया ने युद्ध की भाषा छोडनी चाहिए ऐसा भी शुआंग ने कहा है। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने उत्तर कोरिया के खिलाफ मंजूर किए हुए प्रतिबंधों को चीन ने समर्थन दिया था। लेकिन इस प्रतिबन्ध की वजह से उत्तर कोरिया की समस्या का हल नहीं निकलेगा, ऐसा दावा चीन कर रहा है।

उल्टा चीनी मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने अमरीका को इशारा दिया है कि, ‘अमरीका और दक्षिण कोरिया हमले करके उत्तर कोरिया की सत्ता को गिराने की कोशिश की, तो उत्तर कोरिया पर किए गए इन हमलों को चीन रोकेगा। लेकिन उत्तर कोरिया के मिसाइल हमले से अमरीका और अमरीका के हितसंबंधों की सुरक्षा खतरे में आने वाली है, तो चीन तटस्थ भूमिका अपनाए। उतर कोरिया में चीन हितसंबंध छिपे हैं और इन हितसंबंधों को खतरा महसूस हुआ, तो चीन उसका जवाब देगा, ऐसी स्पष्ट भूमिका चीन अपनाए, ऐसी सलाह चीन के मुखपत्र ने अपने नेतृत्व को दी है।

दौरान, परमाणुधारक उत्तर कोरिया अमरीका को कदापि मान्य नहीं होगा, ऐसी आजतक की अमरीका के हर सत्ता की जाहिर भूमिका थी। लेकिन परमाणुधारक उत्तर कोरिया को अमरीका बर्दाश्त कर सकता है, ऐसा दावा भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा के रक्षा सलाहकार सुसान राईस ने किया है। इसके साथ ही उत्तर कोरिया पर लश्करी कार्रवाई के इशारा देने वाले राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प पर भी राईस ने टीका की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.