संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद में – अमरिका की ईरान के साथ साथ यूरोपीय महासंघ को चेतावनी

न्यूयॉर्क: आतंकवादियों की सहायता करके खाड़ी में अस्थिरता फैलाने वाले ईरान पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय दबाव डाले, ऐसा आवाहन अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की आमसभा में किया है। अगले २४ घंटों में ट्रम्प ने अधिक आक्रामक भूमिका लेकर अगले कुछ हफ़्तों में ईरान पर प्रतिबंधों का शिकंजा अधिक कसने की घोषणा की है। साथ इस फैसले के खिलाफ जानेवालों को भी गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा, ऐसी चेतावनी ट्रम्प ने दी है। ट्रम्प की यह चेतावनी ईरान के साथ सहकार्य करने वाले यूरोपीय महासंघ के लिए है, यह बात सामने आई है।

सन २०१५ में अमरिका और पश्चिमी देशों ने ईरान के साथ किया परमाणु अनुबंध बहुत ही भयंकर था, ऐसी आलोचना ट्रम्प ने सुरक्षा परिषद में की है। ‘इस एकतरफा अनुबंध की वजह से ईरान के लिए परमाणु सज्जता का रास्ता बहुत ही प्रशस्त हो गया है। साथ ही ईरान को सर्वाधिक आवश्यकता थी उसी समय ईरान की डूबती राजवट को अर्थ सहायता देकर नई संजीवनी दी गई है’, ऐसा ट्रम्प ने आरोप लगाया है।लेकिन ईरान के साथ के इस परमाणु अनुबंध के बदले में पश्चिमी देशों को क्या मिला? ऐसा सवाल करके ट्रम्प ने यूरोपीय देशों पर अपना गुस्सा उतारा है।

संयुक्त राष्ट्रसंघ, सुरक्षा परिषद, अमरिका, ईरान, साथ, यूरोपीय महासंघ, चेतावनी‘इस अनुबंध की वजह से ईरान की आक्रामकता अधिक बढ़ गई है। ईरान की राजवट ने पश्चिमी देशों की तरफ से मिली आर्थिक सहायता का इस्तेमाल आतंकवाद का समर्थन, परमाणु मिसाइल्स का निर्माण और खाड़ी में अराजकता फ़ैलाने के लिए किया’, ऐसा ट्रम्प ने आरोप लगाया है। साथ ही ईरान का परमाणु कार्यक्रम बहुत आगे निकल गया होगा ऐसी चिंता भी ट्रम्प ने जताई है। लेकिन चाहे कुछ भी हो जाए अमरिका ईरान को परमाणु से सज्जित नहीं होने देगा, ऐसा कहकर ट्रम्प ने ईरान को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का दृढ संकल्प व्यक्त किया है।

आने वाले नवम्बर महीने से ईरान पर अमरिका का दबाव बढ़ना शुरू होगा। इसकी ट्रम्प ने याद दिलाई है। ५ नवम्बर को अमरिका ईरान पर तीसरे पड़ाव के प्रतिबन्ध लगाने वाला है। इन प्रतिबंधों में ईरान के इंधन क्षेत्र को लक्ष्य बनाया जाएगा। इस वजह से ईरान की इंधन निर्यात पर बहुत बड़ा परिणाम होने वाला है और ईरान के साथ इंधन व्यवहार करने वालों को इससे नुकसान होगा ऐसा ट्रम्प ने कहा है। इसके बाद भी अमरिका ईरान पर कठोर प्रतिबन्ध लगाने वाला है, ऐसी ट्रम्प ने जानकारी दी है। ‘जो भी अमरिका के इन प्रतिबंधों का आदर नहीं करेगा, उनको भी गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा’, ऐसी ट्रम्प ने चेतावनी दी है।

ट्रम्प ने इस समय ईरान समर्थकों का खुलकर उल्लेख किया नहीं है, फिर भी प्रतिबंधों को बगल देकर ईरान के साथ इंधन व्यवहार करने वाले यूरोपीय महासंघ पर ट्रम्प ने निशाना साधा है। संयुक्त राष्ट्रसंघ की अमरिकी राजदूत निकी हैले ने भी ईरान के साथ के परमाणु अनुबंध का समर्थन करने वाली महासंघ की विदेश नीति की प्रमुख फ्रेडरिका मोघेरिनी की आलोचना की है।

अमरिका के प्रतिबंधों को ठुकराकर इंधन के बदले में ईरान को उत्पदों की आपूर्ति करने की चुक महासंघ न करे, ऐसा हैले ने कहा है। अमरिका ने ईरान के बारे में स्वीकारी इस कठोर भूमिका को ब्रिटन, फ़्रांस और जर्मनी की तरफ से विरोध किया जा रहा है। यूरोपीय देश किसके साथ व्यापार करें और न करें, इसकी सुचना अमरिका न दे, ऐसा बेल्जियम के प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की आमसभा में कहा है।

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