पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए अमरीका सहायता करेगी – इसी बीच पाकिस्तान को तबाह करने की ‘तेहरिक’ की धमकी

इस्लामाबाद – पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए अमरीका सहायता करने के लिए तैयार है, यह ऐलान अमरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राईस ने किया है। साथ ही बाढ़ की वहज से तबाह हुए पाकिस्तान को अतिरिक्त दस करोड़ डॉलर्स देने का ऐलान प्राईस ने किया। इसकी वजह से पाकिस्तान को अमरीका से कुल २० करोड़ डॉलर्स की सहायता प्राप्त होगी। साथ ही अंतरारष्ट्रीय मुद्राकोश से पाकिस्तान को कर्ज़ देने के लिए अमरीका पहल कर सकती है। लेकिन, इसके बदले में अमरीका पाकिस्तान से अफ़गानिस्तान में तालिबान पर हमले करने की मांग कर रही है, ऐसा आरोप लगाना शुरू हुआ है। ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ ने एक वीडियो के ज़रिये इशारा दिया है कि, हम पाकिस्तान से युद्ध करने के लिए तैयार हैं। अमरीका और पाकिस्तान ने परदे के पीछे मिलाया हुआ हाथ ‘तेहरिक’ की इस धमकी के लिए ज़िम्मेदार साबित हो रहा है।

अर्थव्यवस्था टूटने की कगार पर होते हुए अमरीका ने पाकिस्तान को सहायता का आश्वासन दिया है। साथ ही ‘तेहरिक’ भी पाकिस्तान को धमका रहा है, यह संजोग नहीं हो सकता बल्कि, इसके पीछे अमरीका ने पाकिस्तान को दिया हुआ ‘कान्ट्रैक्ट’ है, ऐसा दावा किया जा रहा है। कुछ दिन पहले अमरिकी विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को आत्मरक्षा का अधिकार होने का सूचक बयान किया था। यानी कि, तेहरिक के पाकिस्तान में हमले होने की स्थिति में इसका जवाब देने का अधिकार पाकिस्तान को है और इसके लिए पाकिस्तान अफ़गानिस्तान में घुसकर भी हमले कर पाएगा, ऐसे संकेत नेड प्राईस ने दिए थे। पाकिस्तान के माध्यमों ने भी इसका संज्ञान लिया था।

अर्थव्यवस्था बचाने के लिए अमरीका से सहायता लेनी है और तेहरिक से सुरक्षा चाहिये तो पाकिस्तान को अफ़गानिस्तान में हमले करने ही पडेंगे, ऐसा अमरीका ने पाकिस्तान को समझाया है। पाकिस्तान भी इसके लिए तैयार है और आनेवाले समय में आतंकियों पर कार्रवाई करने के नाम से पाकिस्तान अफ़गानिस्तान से जुड़े अपने सरहदी क्षेत्र के साथ अफ़गानिस्तान के क्षेत्र में भी हमले कर सकता है। इसकी अहसास होने पर तेहरिक ने पाकिस्तान में लगातार आतंकी हमले शुरू किए हैं। ऐसी स्थिति में अफ़गानिस्तान की तालिबानी हुकूमत से चर्चा करके इस मसले का हल निकालने के बजाय पाकिस्तान सरकार हमला करके यह समस्या बिगाड़ रही है, ऐसी आलोचना करना कुछ लोगों ने शुरू किया है।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इम्रान खान ने पाकिस्तान की सरकार ने तालिबान को लेकर अपनाई भूमिका के भयंकर परिणाम देश को भुगतने पडेंगे, ऐसी चेतावनी दी। इसकी वजह से आतंकी हमलों का नया सिलसिला शुरू होगा, ऐसा इशारा इम्रान खान ने दिया है। तेहरिक के प्रमुख ‘वली महसूद’ ने अपने संगठन ने आत्मघाती हमलावरों का नया युनिट तैयार किया है, यह साझा करने वाला वीडियो जारी किया है। यह आत्मघाती हमलावर अमरिकी हथियारों से लैस होने की बात महसूद ने स्पष्ट की। साथ ही पाकिस्तान के धार्मिक नेता तेहरिक के सदस्यों का ज़िक्र आतंकी कहकर ना करें, यह इशारा भी वली मेहमूद ने दिया है।

इससे पहले तेहरिक ने पाकिस्तान सरकार से चर्चा करके एक साल के लिए युद्ध विराम घोषित किया था। इसकी याद मेहसूद ने ताज़ा की। लेकिन यह युद्धविराम पाकिस्तान सरकार ने ही तोड़ा और इसके बाद हमने हमारे समर्थकों को इसका प्रत्युत्तर देने के आदेश दिए, ऐसा मेहसूद ने कहा। इस लिए पाकिस्तान ने अमरीका के साथ हाथ मिलाना तालिबान और तेहरिक ने बड़ी गंभीरता से लिया है और इसके भयंकर प्रभाव आनेवाले दिनों में आतंकी हमलों के रूप में पाकिस्तान में देखे जाएंगे। पूर्व प्रधानमंत्री इम्रान खान ने इसका पाकिस्तान सरकार को अहसास कराया है। लेकिन, पाकिस्तान की मौजूदा सरकार को अर्थव्यवस्था बचाना अधिक अहम लगता है। इसके लिए अमरीका का कहना स्वीकारने के अलावा इस सरकार के सामने अन्य विकल्प ना होने की बात दिख रही है।

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