अमरीका सऊदी को ‘थाड’ मिसाइल भेदी यंत्रणा की आपूर्ति करेगा

वॉशिंगटन: अमरीका के विदेश मंत्रालय ने सऊदी अरब को ‘टर्मिनल हाय एल्टीट्यूड एरिया डिफेन्स’ (थाड) इस प्रगत मिसाइल भेदी यंत्रणा की आपूर्ति करने की घोषणा की है। खाड़ी मे ईरान के बढ़ते खतरे की पृष्ठभूमि पर ‘थाड’ यंत्रणा की सऊदी को आपूर्ति करने का महत्वपूर्ण फैसला होने का खुलासा अमरीका का रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने किया है। ईरान के साथ परमाणु अनुबंध का निर्णय कुछ ही दिनों पर आकर रुका है, ऐसे मे अमरीका ने सऊदी को ‘थाड’ से सज्जित करने की घोषणा करके ईरान को इशारा दिया है , ऐसा दिखाई दे रहा है।

सऊदी अरब ने’ थाड’ की खरीदारी के बारे मे इसके पहले अमरीका से पूछा था। अमरीका के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने सऊदी को ’थाड’ बेचने के निर्णय मे देर लगाईं थी। लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प ने अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष पद पर विराजमान होने के बाद सऊदी और अन्य खाड़ी मित्र देशों के साथ लश्करी सहकार्य को गतिमान बनाया है। मई मे अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सऊदी अरब का दौरा करके ११० अरब डॉलर्स के अनुबंधों की घोषणा की थी। ‘थाड’ की बिक्री इसमे से एक अनुबंध है, जिसके लिए अमरीका सऊदी से १२ अरब डॉलर्स लेने वाला है।

मिसाइल भेदी यंत्रणाइस अनुबंध के तहत अमरीका सऊदी की मांग के हिसाब से ४४ थाड लौन्चेर्स, ३६० इंटरसेप्टर मिसाइल साथ ही रडार, बैटरीज, ट्रक्स भी इसमे शामिल है। इतने बड़े पैमाने पर थाड लौन्चेर्स और इंटरसेप्टर मिसाइलों की बिक्री करने का सही कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। लेकिन ‘सऊदी को थाड बेचने की वजह से अमरीका की सुरक्षा और विदेश हितसंबंध अबाधित हो गए है। साथ ही ईरान और खाड़ी मे बढ़ते खतरे की पृष्ठभूमि पर थाड की तैनाती सऊदी और खाड़ी देशों की सुरक्षा के लिए दीर्घकाल तक गारंटी दे रहा है’, ऐसा पेंटागन के ‘डिफेन्स सिक्युरिटी कोऑपरेशन’ ने कहा है।

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सऊदी के साथ किए अरबों डॉलर्स के रक्षा अनुबंध पर अमरीका मे तीव्र प्रतिक्रिया उमटी है। साथ ही अमरीका सऊदी को ‘थाड’ की बिक्री न करे, ऐसी मांग अमरिकन सिनेटर्स ने की थी। येमेन के संघर्ष मे मानवाधिकार का उल्लंघन करने वाले साथ ही क़तर पर बहिष्कार करने वाले सऊदी और खाड़ी-अरब मित्र देशों को हथियारों की आपूर्ति न करे, ऐसी मांग अमरिकन सिनेटर्स ने की थी। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने भी सऊदी की येमेन की कार्रवाई पर टीका करके सऊदी और मित्रदेशों के मोर्चे को ‘ब्लैकलिस्ट’ किया था। इस वजह से यह अनुबंध विलंबित रहने की संभावना जताई जा रही है।

लेकिन ट्रम्प प्रशासन ने अमरिकन सिनेटर्स की मांग साथ ही संयुक्त राष्ट्रसंघ के आरोपों को नजरअंदाज करके सऊदी को थाड बेचने की बात घोषित की थी। अमरीका के लॉकहिड मार्टिन और रेथॉन यह दो बड़ी कंपनियां सऊदी की आवश्यकता के अनुसार ‘थाड’ की आपूर्ति करनेवाले है। इस बारे मे अधिक जानकारी जल्द ही प्रसिद्ध की जाएगी, ऐसा ट्रम्प प्रशासन ने स्पष्ट किया है।

दुश्मनों के मिसाइलों को हवा मे ही भेदने की क्षमता इस थाड मे है। इस वजह से थाड की खरीदारी करके सऊदी ने अपनी हवाई सुरक्षा अधिक मजबूत की है, ऐसा लग रहा है। कुछ दिनों पहले ही सऊदी अरब के सुप्रीमो किंग सलमान ने रशिया का दौरा करके ‘एस-४०० ट्रायम्फ’ इस मिसाइल भेदी यंत्रणा का अनुबंध किया था। जल्द ही ‘एस-४००’ यंत्रणा की खरीदारी का व्यवहार पूरा होगा, ऐसी घोषणा रशिया ने हालही मे की है।

दौरान, पिछले कुछ सालों मे सीरिया, लेबेनॉन, येमेन और इराक इन खाड़ी के महत्वपूर्ण देशों मे ईरान का प्रभाव बढ़ गया है। सऊदी का पडौसी अरब देश क़तर भी ईरान के साथ सहकार्य बढ़ा रहा है। इस पृष्ठभूमि पर, एक ही समय पर ‘थाड’ और ‘एस-४००’ इन दो मिसाइल भेदी यंत्रणाओं की खरीदारी करके सऊदी ने अपनी हवाई सुरक्षा मजबूत करके ईरान को इशारा दिया है, ऐसा कहा जा रहा है।

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