ईरान समर्थक हिजबुल्लाह पर लगाए प्रतिबंधों को अमरिकी सिनेट की मंजूरी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंग्टन – इस्राइल और अमरिका के हितसंबंधों के लिए खतरनाक होने का आरोप लगाकर, अमरिकी सिनेट ने ईरान समर्थक ‘हिजबुल्लाह’ संगठन पर प्रतिबन्ध का प्रस्ताव मंजूर किया है। इस वजह से हिजबुल्लाह के साथ सहकार्य करने वाली वदेशी कंपनियां और संगठनों पर इसके आगे कठोर कार्रवाई होगी। हिजबुल्लाह समर्थक ईरान के साथ सहकार्य करने वाले रशिया के लिए यह चेतावनी होने का दावा अमरिका के विश्लेषक कर रहे हैं।

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने इसके पहले ही हिजबुल्लाह पर प्रतिबन्ध लगाने का प्रस्ताव सिनेट के सामने प्रस्तुत किया था। लेबेनॉन का हिजबुल्लाह यह आतंकवादी संगठन होने का आरोप इसके पहले ही ट्रम्प ने लगाया था। साथ ही हिजबुल्लाह सीरिया की आड़ में हथियारबंद हो रहा है और ईरान से समर्थन प्राप्त यह संगठन इस्राइल के लिए सीधा खतरा है, ऐसी आलोचना ट्रम्प ने की है।

ट्रम्प के इस प्रस्ताव पर अमरिका के सिनेट ने हाल ही में मुहर लगाई है। जल्द ही इस निर्णय को लागू किया जाने वाला है और इस वजह से हिजबुल्लाह से संबंधित विदेशी व्यक्ति और कंपनियों पर निशाना साधा जाएगा। ऐसी जानकारी सामने आई है। इसका सीधा परिणाम लेबेनॉन में हिजबुल्लाह के आर्थिक और राजनीतिक व्यवहार पर हो सकता है। लेकिन लेबेनॉन की अर्थव्यवस्था इस वजह से खतरे में नहीं आएगी, ऐसा अमरिकी विश्लेषकों का कहना है।

लेकिन अमरिका के नए प्रतिबंधों की वजह से हिजबुल्लाह पर आर्थिक दबाव नहीं आने वाला है, ऐसा दावा हिजबुल्लाह समर्थक विश्लेषक ‘सालेम झहरान’ ने किया है। अमरिका हिजबुल्लाह के लेबेनॉन और अन्य देशों में शुरु व्यवहारों पर कार्रवाई करने की तयारी कर रहा है। लेकिन लेबेनॉन को ईरान और सीरिया से आर्थिक सहायता मिल रही है। इस वजह से अमरिका ने हिजबुल्लाह पर लगाए आर्थिक प्रतिबंधों का परिणाम शुन्य होगा, ऐसा दावा झहरान ने किया है।

ईरान से हिजबुल्लाह के लिए आर्थिक सहायता से भरा हुआ विमान सीरिया के दमास्कस में उतारा जाता है, वहां से वह पैसा सीरिया की सीमा लांघने के बाद लेबेनॉन में दाखिल होता है। इसीलिए अमरिका ने प्रतिबन्ध लगाने के बावजूद हिबुल्लाह को कुछ भी फर्क पड़ने वाला नहीं है, ऐसा झहरान ने कहा है।

लेकिन सीरिया के संघर्ष में हिजबुल्लाह की सहायता करने वाले ईरान और रशिया को लक्ष्य बनाने के लिए अमरिका ने हिजबुल्लाह पर प्रतिबन्ध लगाया है, ऐसा दावा अमरिका के विश्लेषकों ने किया है। रशिया ने सीरिया के ईरान और हिजबुल्लाह की तैनाती का समर्थन किया था। साथ ही सीरिया में तैनात रशिया की मिसाइल भेदी यंत्रणा हिजबुल्लाह के ठिकानों की भी सुरक्षा कर रही है, ऐसी खबर हाल ही में प्रसिद्ध हुई थी। इस वजह से सीरिया के संघर्ष में हिजबुल्लाह को समर्थन देने वाला रशिया अमरिका के प्रतिबंधों में फंस सकता है, ऐसा वॉशिंग्टन स्थित अमरिका के विश्लेषक का कहना है।

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