प्रौद्योगिकी क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को चुनौती देने के लिए अमरिकी संसद में चीन विरोधी विधेयक पारित

प्रौद्योगिकी क्षेत्रवॉशिंग्टन/बीजिंग – प्रौद्योगिकी क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को चुनौती देने के लिए अमरिकी संसद में नया विधेयक पारित किया गया है। ‘यूएस कॉम्पिटिशन ऐण्ड इनोवेशन ऐक्ट’ नामक इस विधेयक में अमरीका को प्रौद्योगिकी क्षेत्र में शीर्ष स्थान पर रखने के लिए २४६ अरब डॉलर्स का प्रावधान किया गया है। इस विधेयक पर चीन की तीव्र प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है और अमरीका किसी भ्रमित की तरह बर्ताव कर रही है, ऐसी आलोचना चीन की संसद ने की है।

चीन ने बीते दशक से प्रौद्योगिकी क्षेत्र में काफी बढ़त बनाने की बात सामने आ रही है। ‘५ जी’ से लेकर ‘आर्टिफिशिअल इंटेलिजन्स’ क्षेत्र तक के कई क्षेत्रों में चीनी कंपनियाँ और शोधकार्य आगे बढ़ने का चित्र दिखाई दे रहा है। आर्थिक ताकत और प्रभाव के बल पर चीन अपनी तकनीक छोटे और कमज़ोर देशों को स्वीकारने के लिए मज़बूर कर रहा है, ऐसे भी कई मामले सामने आए हैं। साथ ही खनिज एवं अन्य कच्चे सामान के उत्पादन पर स्थापित वर्चस्व के बल पर चीन अन्य देशों की तकनीकी प्रगति को बंधक बनाने की गतिविधियाँ कर रहा है, ऐसे संकेत भी प्राप्त हो रहे हैं।

प्रौद्योगिकी क्षेत्रइस पृष्ठभूमि पर प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बढ़ रहा चीन का एकाधिकार तोड़ने की दिशा में अमरीका ने अपनी कोशिश शुरू की है। अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के वर्चस्व को झटका देने के लिए आक्रामक मुहिम चलाई थी। अमरीका के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चीन के खिलाफ बने असंतोष की पृष्ठभूमि पर बायडेन प्रशासन ने भी यह मुहिम आगे जारी रखी होने की बात इस नए विधेयक को प्राप्त हुई मंजूरी से दिख रही है।

अमरिकी संसद के सिनेट में ‘यूएस कॉम्पिटिशन ऐण्ड इनोवेशन ऐक्ट’ ६८ बटे ३२ मतों के फरक से पारित किया गया। इस मंजूरी के बाद इस विधेयक को फिर से प्रतिनिधिगृह में भेजा रहा है और वहां पर इसे आसानी से मंजूरी मिलेगी, ऐसा कहा जा रहा है। इस नए विधेयक में अमरीका के अलग अलग उपक्रमों को प्रगत तकनीक के शोधकार्य के लिए काफी ज्यादा निधी उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही सेमिकंडक्टर क्षेत्र की ‘सप्लाई चेन’ सामान्य रखने के लिए अमरिकी उद्योग क्षेत्र को भी सहायता प्रदान की जाएगी।

चीन के प्रभाव को चुनौती देनेवाले इस विधेयक के विरोध में चीन ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की है। अमरीका किसी भ्रमित की तरह बर्ताव कर रही है, यह आरोप चीन की संसद ने लगाया है। साथ ही सिनेट में मंजूर हुआ यह विधेयक शीतयुद्ध के दौर की मानसिकता और पूर्वग्रह दूषित वैचारिक नज़रिया दर्शाता है, ऐसी आलोचना भी चीन की संसद ने की है। प्रौद्योगिकी क्षेत्र में चीन की प्रगति को रोकने की गतिविधियाँ अमरीका द्वारा शुरू होने का आरोप भी चीन ने लगाया है।

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