गुप्त जानकारी के लीक होने के मसले के बाद ट्रम्प प्रशासन के व्हाईट हाऊस के कर्मचारियों पर कड़े निर्बंध

वॉशिंग्टन, दि. २७: पिछले कुछ दिनों में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प और प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ महत्वपूर्ण गुप्त जानकारी ज़ाहिर होने की वारदातें लगातार सामने आ रही हैं| इस मामले के पीछे व्हाईट हाऊस के कर्मचारी और अधिकारियों का हाथ है, ऐसी आशंका जतायी जा रही है| इस पृष्ठभूमि पर, ट्रम्प प्रशासन की महत्वपूर्ण जानकारी मीडिया में तथा अन्य जगह ना लीक हों, इसलिए नये निर्बंध लगाये गये हैं| व्हाईट हाऊस के मीड़िया सचिव सीन स्पायसर द्वारा इस मामले में निर्देश दिये होने का दावा किया जा रहा है|

गुप्त जानकारी

व्हाईट हाऊस में होनेवालीं विभिन्न बैठकों में, अधिकारी तथा कर्मचारियों को उनके निजी और कार्यालयीन ऐसे दोनों मोबाईल्स बैठक से बाहर रखने के आदेश दिये गये हैं| इसके साथ ही, अधिकांश कर्मचारियों तथा अधिकारियों को उनके मोबाईल्स में से ‘एन्क्रिप्टेड मेसेंजिग ऍप्स’ निकाल देने के लिए कहा गया है| इन ऍप्स में ‘कॉन्फाईड’ और ‘सिग्नल’ जैसे ऍप्स शामिल हैं| मोबाईल और उनमें रहनेवाले ऍप्स की वजह से ‘प्रेसिडेन्शिअल रेकॉर्डस् ऍक्ट’ का भंग हो रहा है, ऐसा दावा व्हाईट हाऊस के मीडिया सचिव सीन स्पायसर ने किया है|

कुछ दिन पहले, व्हाईट हाऊस में संपर्क विभाग के संचालक बतौर मायकल ड्युबक की नियुक्ति हुई थी| इस जानकारी का अधिकृत ऐलान होने से पहले इस मामले की खबर मीडिया में प्रकाशित हुई थी| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के भूतपूर्व राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार मायकल फ्लिन की गतिविधियों के मामले में मीडिया में सामने आयी गुप्त जानकारी, व्हाईट हाऊस से बाहर गई थी, ऐसा कहा जाता है| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के, ऑस्ट्रेलिया, फ्रान्स तथा रशियन राष्ट्रप्रमुखों के साथ हुए दूरध्वनि संभाषण का अंश भी मीडिया में प्रकाशित हुआ था|

इन सभी घटनाओं की जानकारी गुप्त होते हुए भी अक़्सर ग़लत तरीके से बाहर जा रही है, ऐसा सामने आ रहा है| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने भी, व्हाईट हाऊस से कुछ लोग जानकारी ‘लीक’ कर रहे होने का आरोप किया था| देश में ‘एफबीआय’ जैसी जाँच एजन्सी इस ‘लीकर्स’ को ढूँढ़ने में नाक़ामयाब हुई है, ऐसी आलोचना भी उन्होंने की| इसके साथ ही, ‘इस बारे में पूछताछ शुरू कर दी गई है और इसके लिए न्यायविभाग की मदद ली जा रही है’ ऐसी जानकारी ट्रम्प ने कुछ दिन पहले दी है|

पिछले हफ्ते ‘सीआयए’ का भूतपूर्व एजंट और विश्‍लेषक ब्रायन डीन राईट ने ‘फॉक्स न्यूज’ पर लिखे एक आर्टिकल में, खुफियां एजन्सी में एक बड़ा गुट राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के खिलाफ सक्रिय हुआ है, ऐसा सनसनीखे़ज़ आरोप किया था| अमरीका की खुफिया एजन्सी ‘सीआयए’ समेत, भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा के प्रशासन में कार्यरत रहनेवाले आधिकारियों के एक गुट ने ट्रम्प की सत्ता का तख़्ता पलटाने के लिये जोरशोर से गतिविधियाँ शुरू कर दी थीं, ऐसा इन आरोपों में कहा गया था|

अमरीका के एक अग्रणी सूत्रसंचालक रश लिंबाघ ने भी, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की सत्ता का तख़्ता पलटने के लिए साज़िश शुरू हुई है, ऐसा दावा किया था| ‘फॉक्स न्यूज’ को दिये इन्टरव्यू में लिंबाघ ने, भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा और हिलरी क्लिंटन इनसे जुड़े अधिकारियों का गुट इसके पीछे रहने का दावा किया| लिंबाघ ने इन गुटों का ज़िक्र ‘डीप स्टेट’ ऐसा किया है| इसमें ‘सीआयए’, ‘एनएसए’ समेत, प्रशासन की प्रमुख एजन्सियों में कार्यरत रहनेवाले अधिकारी शामिल हैं, ऐसा उन्होंने कहा था| इसी दौरान, अमरीका में प्रकाशित हुए कुछ सर्वेक्षणों में, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की लोकप्रियता ते़ज़ी से घट रही है, ऐसे दावे किये जा रहे हैं| इन दावों के अनुसार, ट्रम्प की लोकप्रियता ४३ प्रतिशत तक घटी है, ऐसा कहा जाता है|

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