अमरिकी संसद द्वारा चीन के विरोध में आक्रामक भूमिका – तीन विधेयकों समेत एक प्रस्ताव दाखिल

वॉशिंग्टन/बीजिंग – अमरीका के नये राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन और प्रशासन चीन के मुद्दे पर नर्म भूमिका अपनाने के आरोप हो रहे हैं, ऐसे में अमरीका की संसद में चीन विरोधी कार्रवाई तेज़ होती दिखाई दे रही है। बुधवार को अमेरिकी संसद में चीन के विरोध में तीन विधायक और एक प्रस्ताव रखा गया। उनमें साऊथ चायना सी, व्यापार और चीन द्वारा अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए की जा रहीं हरकतें, इन्हें लक्ष्य किया गया है। उसी समय अमरीका के विदेश मंत्री अँथनी ब्लिंकन ने, उइगरवंशियों पर हो रहे अत्याचार के मुद्दे पर चीन को खरी खरी सुनाई होकर, सभापति नॅन्सी पेलोसी ने भी तिब्बत का मुद्दा उपस्थित किया है।

us-parliament-chinaअमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के खिलाफ लगातार आक्रामक भूमिका अपनाई थी। साऊथ चायना सी, ताइवान, उइगरवंशिय, तिब्बत, ५जी, जासूसी इन जैसे कई मुद्दों पर ट्रम्प प्रशासन ने चीन के विरोध में कार्रवाई भी की थी। लेकिन जनवरी महीने में बायडेन ने बागडोर संभालने के बाद कार्रवाई की तीव्रता कम होती दिखाई दे रही थी। रशिया के खिलाफ एक के बाद एक प्रतिबंध लगाने वाले राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने चीन के मुद्दे पर नर्म रवैया अपनाया था। उइगरवंशियों के मुद्दे पर बायडेन ने चीन का समर्थन करनेवाली विवादास्पद भूमिका अपनाई थी।

us-parliament-chinaइस पृष्ठभूमि पर, अमेरिका की संसद ने चीन विरोधी कार्रवाई को प्राथमिकता देकर ट्रम्प प्रशासन के दौर में शुरू हुई मुहिम रुकेगी नहीं, ऐसे संकेत दिए हैं। रिपब्लिकन पार्टी के आठ सिनेटर्स ने व्यापारी क्षेत्र में चीन की हरकतों को लक्ष्य करनेवाला ‘स्ट्रॅटेजिक ऍक्ट’ नामक विधेयक बुधवार को प्रस्तुत किया। उसमें बुद्धिसंपदा क्षेत्र में चीन द्वारा की जा रही चोरी, तंत्रज्ञान क्षेत्र में वर्चस्व प्राप्त करने के लिए जारी गतिविधियाँ, चीन सरकार द्वारा चीनी कंपनियों को दी जा रही सब्सिडी इन जैसी बातों को लक्ष्य किया गया है।

रिपब्लिकन पार्टी के वरिष्ठ सिनेटर टेड क्रूझ ने सिनेट में, चीन द्वारा अमरीका के शिक्षा क्षेत्र में प्रभाव बढ़ाने के लिए शुरू की हुई गतिविधियाँ तथा चीन की जासूसी इनका विरोध करनेवाला विधेयक प्रस्तुत किया। ‘शीट ऍक्ट’ नामक यह विधेयक संसद के प्रतिनिधिगृह में भी प्रस्तुत किया गया है और उसके लिए रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य एलिस स्टेफानिक ने पहल की है। पाँच अमरिकी सिनेटर्स ने, साऊथ चायना सी में अमरिकी नौसेना ने अपनाई आक्रामक भूमिका की प्रशंसा करनेवाला प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया है। चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत द्वारा कीं जानेवालीं हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएँगी, ऐसा स्पष्ट संदेश अमरिकी नौसेना की मुहिम द्वारा दिया गया है, इन शब्दों में नौसेना की सराहना की गई है।

us-parliament-chinaइसी बीच, अमरीका के विदेश मंत्री अँथनी ब्लिंकन ने संसदीय समिति के सामने हुई सुनवाई में, चीन द्वारा उइगरवंशियों पर किए जा रहे अत्याचार यानी वंशसंहार होने की भूमिका का पुनरुच्चार किया। इस मुद्दे पर अमरिका अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर लगातार आवाज उठाएगी, ऐसा यकीन ब्लिंकन ने दिलाया। उसी समय, उइगरों के मुद्दे पर यदि चीन के पास छिपाने जैसा कुछ भी नहीं है कमा तो वे खुलेआम सारी बातें दुनिया को दिखाएं, ऐसी चुनौती भी ब्लिंकन ने दी। दो ही दिन पहले अमरीका के एक अभ्यासगुट ने चीन पर वंशसंहार का दोषारोपण करने वाली विस्तृत रिपोर्ट जारी की थी।

अमरिकी संसद की सभापति नॅन्सी पेलोसी ने तिब्बत के मुद्दे पर चीन को आईना दिखाया है। चीन की सत्ताधारी हुकूमत पिछले कई दशकों से तिब्बती संस्कृति और इतिहास को नष्ट करने के लिए मुहिम चला रही है, ऐसा आरोप पेलोसी ने किया। उसी समय, तिब्बत के मुद्दे पर अमरीका चीन को लगातार लक्ष्य करती रहेगी, ऐसी चेतावनी भी पेलोसी ने दी।

Leave a Reply

Your email address will not be published.